गोरखपुर कचहरी में युवक की हत्या करने वाले के बारे में पुलिस ने क्या बताया?
मृतक व्यक्ति पर नाबालिग से बलात्कार का आरोप था.
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चुनावी गहमागहमी के बीच उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है. शुक्रवार 21 जनवरी की दोपहर को गोरखपुर के दीवानी न्यायालय में एक बंदूकधारी ने एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी. लोगों की मदद से पुलिस ने आरोपी को कचहरी के गेट के पास गिरफ्तार कर लिया. आगे की जांच चल रही है.
मृतक युवक की पहचान दिलशाद के रूप में हुई है. वो पॉक्सो एक्ट (लैंगिक उत्पीड़न से बच्चों के संरक्षण का अधिनियम) के तहत आरोपी थे. फिलहाल जमानत पर जेल से बाहर से थे. शुक्रवार को दिलशाद केस के सिलसिले में कोर्ट आए थे. आजतक से जुड़े गजेंद्र त्रिपाठी की रिपोर्ट के मुताबिक गोरखपुर दीवानी न्यायालय में पॉक्सो कोर्ट नंबर-4 में दिलशाद का मामला लगा हुआ था. इसी दौरान कचहरी कैंपस के अंदर एक व्यक्ति आया और दिलशाद को दौड़ा कर गोली मार दी. इससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई. कचहरी कैंपस में अचानक गोली चलने से अफरा-तफरी का माहौल बन गया. मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई है.
पुलिस के मुताबिक मृतक दिलशाद बिहार के मुजफ्फरनगर के रहने वाले थे और उन पर गोली चलाने वाले व्यक्ति को गोरखपुर के बड़हलगंज का निवासी बताया जा रहा है.
इस घटना को लेकर गोरखपुर पुलिस ने ट्वीट कर बताया,
'आज कलेक्ट्रेट परिसर के पास वादी भागवत निषाद द्वारा प्रतिवादी दिलशाद हुसैन को गोली मार दी गई. आरोपी को मय असलहा पकड़ लिया गया. मृतक स्वयं आरोपी की नाबालिग बेटी से रेप का आरोपी था. मौके पर सभी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद हैं.'
आज कलेक्ट्रेट परिसर के पास वादी भागवत निषाद द्वारा प्रतिवादी दिलसाद हुसैन को गोली मार दी गयी। आरोपी को मय असलहा पकड़ लिया गया है। मृतक स्वयं आरोपी के नाबालिग बेटी से दुष्कर्म का आरोपी था। मौक़े पर सभी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद है@IPS_VipinTada @AdgGkr @dgpup — Gorakhpur Police (@gorakhpurpolice) January 21, 2022दैनिक जागरण की एक रिपोर्ट के मुताबिक दिलशाद को गोली मारने के आरोपी भागवत निषाद बीएसएफ से सेवानिवृत्त जवान हैं. बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के रहने वाले दिलशाद हुसैन उनके घर के सामने पंक्चर की दुकान चलाते थे. आरोप है कि 12 फरवरी 2021 को दिलशाद ने भागवत की नाबालिग बेटी को अगवा कर लिया था. इस घटना के पांच दिन बाद भागवत ने उन पर पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया था. रिपोर्ट के मुताबिक, 12 मार्च 2021 को पुलिस ने दिलशाद को हैदराबाद से गिरफ्तार किया और नाबालिग को उससे मुक्त कराया था. पुलिस ने कहा है कि कचहरी परिसर में कोई हथियार लेकर कैसे पहुंच गया, इसकी जांच कराई जा रही है और दोषियों पर कार्रवाई होगी.