The Lallantop
Advertisement

योगी सरकार को एक और झटका, मंत्री दारा सिंह चौहान ने भी साथ छोड़ा

बीते 24 घंटों के भीतर यूपी के दो कैबिनेट मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है.

Advertisement
Img The Lallantop
दारा सिंह चौहान (बीच में) ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और फिर बीजेपी छोड़ दी (फोटो क्रेडिट: ट्विटर)
12 जनवरी 2022 (Updated: 12 जनवरी 2022, 11:48 IST)
Updated: 12 जनवरी 2022 11:48 IST
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share
योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य और चार बीजेपी विधायकों के इस्तीफे के बाद अब राज्य के वन, पर्यावरण एवं जन्तु-उद्यान मंत्री दारा सिंह चौहान ने भी इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने राज्यपाल को भेजे अपने पत्र में कहा है कि सरकार का पिछड़ों, वंचितों, दलितों, किसानों और बेरोजगार नौजवानों के प्रति घोर उपेक्षात्मक रवैया है. दारा सिंह चौहान ने कहा है,
'मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के मंत्रिमंडल में वन, पर्यावरण और जंतु उद्यान मंत्री के रूप में मैंने पूरे मनोयोग से अपने विभाग की बेहतरी के लिए कार्य किया, किन्तु सरकार की पिछड़ों, वंचितों, दलितों, किसानों और बेरोजगार नौजवानों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के साथ-साथ पिछड़ों और दलितों के आरक्षण के साथ जो खिलवाड़ हो रहा है, उससे आहत होकर मैं उत्तर प्रदेश मंत्रि-मंडल से इस्तीफा देता हूं.'
केशव प्रसाद मौर्य बोले- फिर सोचेंदारा सिंह चौहान के इस्तीफे के बाद उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट किया. उन्होंने कहा कि दारा सिंह अपने फैसले पर पुनर्विचार करें. लिखा,
'परिवार का कोई सदस्य भटक जाए तो दुख होता है. जाने वाले आदरणीय महानुभावों को मैं बस यही आग्रह करूंगा कि डूबती हुई नांव पर सवार होने से नुकसान उनका ही होगा. बड़े भाई श्री दारा सिंह जी आप अपने फैसले पर पुनर्विचार करिए.'
https://twitter.com/kpmaurya1/status/1481208019450884097 इससे पहले डिप्टी सीएम ने मंगलवार 11 जनवरी को कैबिनेट से इस्तीफा देने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य से भी इसी तरह की अपील की थी. मौर्य के बाद 3 विधायकों- रोशनलाल वर्मा, बृजेश प्रजापति और भगवती सागर ने भी इस्तीफा दे दिया था. सपा जाएंगे दारा? पूर्वांचल में चौहानों को नोनिया जाति के नाम से भी जाना जाता है. साल 2014 के बाद बड़ी तादाद में ये जाति बीजेपी के साथ जुड़ी थी. 2017 में अमित शाह के ऑपरेशन ओबीसी के तहत दारा सिंह चौहान बसपा से बीजेपी में आए थे. लेकिन अब माना जा रहा है कि वो भी स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ ही सपा का रुख कर सकते हैं. अखिलेश यादव ने ट्वीट कर इसका संकेत भी दिया है. इसमें उन्होंने दारा सिंह के साथ अपनी तस्वीर पोस्ट कर लिखा है,
'‘सामाजिक न्याय’ के संघर्ष के अनवरत सेनानी श्री दारा सिंह चौहान जी का सपा में ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन! सपा व उसके सहयोगी दल एकजुट होकर समता-समानता के आंदोलन को चरम पर ले जाएंगे...भेदभाव मिटाएंगे! ये हमारा समेकित संकल्प है! सबको सम्मान ~ सबको स्थान!'
https://twitter.com/yadavakhilesh/status/1481218421346140161 हालांकि आजतक से बातचीत में दारा सिंह ने कहा कि उन्होंने अभी फैसला नहीं किया है कि कहां जाएंगे. उन्होंने कहा,
'सरकार को बनाने के लिए पिछड़े, दलित नौजवानों ने एकतरफा निर्णय लिया था. लेकिन 5 साल तक ध्यान नहीं दिया गया. मैं गुहार लगाता रहा, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. आखिर में आहत होकर मैंने इस्तीफा दिया है.'
ये पूछे जाने पर कि क्या कल से आज तक बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से बात हुई, दारा सिंह ने कहा,
'मैंने पूरी बात से उनको अवगत करा दिया है. आज सड़कों पर नौजवान घूम रहे हैं. मैं जितने हमारे समर्थक हैं उनसे बात करके तय करूंगा.'
क्या टिकट कटने की बात से इस्तीफा दिया? इस पर दारा सिंह ने कहा,
'मेरे लिए टिकट नहीं समाज महत्वपूर्ण है. मेरे लिए उनका आशीर्वाद महत्वपूर्ण है, जैसा मेरे समर्थक निर्णय लेंगे वो करूंगा.'
मुलायम को किया था हैपी बर्थडे विश इससे पहले बीती 22 नवंबर को दारा सिंह चौहान ने सपा नेता मुलायम सिंह यादव को जन्मदिन की बधाई थी. उन्होंने ट्वीट कर कहा था,
'गरीब मजलूमों के मसीहा, पिछड़ों के कर्णधार, पूरे आवाम की आवाज और उत्तर प्रदेश के 3 बार मुख्यमंत्री रहे आदरणीय नेता जी को जन्मदिन की ढेरों बधाई. आपके स्वस्थ एवं मंगलकारी जीवन की कामना करता हूं.'
https://twitter.com/DaraSinghBJP/status/1462689514816634881?t=DT-IlJRTpnV6VoiVUz4PiQ&s=19 दारा सिंह चौहान 2009 से 2014 तक बसपा से सांसद थे. इसके बाद वो पार्टी छोड़कर 2015 में भाजपा में शामिल हो गए थे. इस समय वो मऊ की बधुबन सीट से विधायक हैं. मालूम हो कि महाराष्ट्र की पार्टी एनसीपी के मुखिया शरद पवार ने स्वामी प्रसाद मौर्य समेत चार बीजेपी विधायकों के इस्तीफे पर कहा था कि 13 और विधायक सपा में शामिल होने जा रहे हैं. जिस तरह बीजेपी से एक के बाद एक विधायक इस्तीफा दे रहे हैं, उसे देखकर पवार की भविष्यवाणी सही होती दिख रही है. देखना होगा इस संकट से बीजेपी आलाकमान और योगी सरकार कैसे निपटती है.

thumbnail

Advertisement

election-iconचुनाव यात्रा
और देखे

Advertisement

Advertisement

Advertisement