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राजस्थान में अब ग्राम विकास अधिकारी का पेपर लीक, कांग्रेस छात्र संगठन का नेता गिरफ्तार

राजस्थान में एक के बाद एक लीक हो रहे पेपर्स की लिस्ट में एक और नाम जुड़ गया है.

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30 दिसंबर 2021 (Updated: 30 दिसंबर 2021, 15:57 IST)
Updated: 30 दिसंबर 2021 15:57 IST
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एक के बाद एक लीक हो रहे पेपर्स की लिस्ट में एक और नाम जुड़ गया है. 26-27 दिसंबर को आयोजित राजस्थान ग्राम विकास अधिकारी (VDO) की परीक्षा का पेपर लीक करने के आरोप में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें से एक कांग्रेस पार्टी के छात्र संगठन NSUI का प्रदेश महासचिव है. पुलिस ने दावा किया है कि गिरफ्तार किए गए तीनों लोगों ने पैसे लेकर VDO भर्ती परीक्षा का पेपर लीक कराया. इससे पहले राजस्थान में REET, सब इंस्पेक्टर भर्ती और JEN की परीक्षा का पेपर भी लीक हो चुका है. पेपर लीक कराने को लिए 15 लाख ग्राम विकास अधिकारी के 3896 पदों पर भर्ती के लिए 26-27 दिसंबर को आयोजित इस परीक्षा के लिए करीब 15 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था. दो दिन तक चार चरणों में ये परीक्षा चली. पुलिस ने बताया कि 27 दिसंबर को सिरोही में संदिग्ध वाहनों की चेकिंग चल रही थी. इसी दौरान एक बिना नंबर की गाड़ी को रोका गया तो ड्राइवर गाड़ी लेकर भागने लगा. पुलिस की ओर से नाकाबंदी कर गाड़ी को रोका गया तो पेपर लीक कराने वाले गिरोह का खुलासा हुआ. जिसके बाद पुलिस ने गाड़ी में सवार महिला परीक्षार्थी इंदुबाला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया.
राजस्थान VDO भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में 27 दिसंबर को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपी. (फोटो- आजतक)
राजस्थान VDO भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में 27 दिसंबर को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपी. (फोटो- आजतक)


इंदुबाला ने बताया कि गिरोह के सदस्यों ने 27 दिसंबर की पहली पारी का पेपर लीक कराके ऑन्सर शीट वॉट्सएप के जरिए उन तक पहुंचा दी थी. बताया गया कि इसके लिए NSUI के प्रदेश महासचिव प्रकाश गोदारा और उसके साथियों से 15 लाख का सौदा हुआ था. मामला सामने आने के बाद प्रकाश गोदारा गुजरात भागने की तैयारी में था, लेकिन पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया.
हालांकि परीक्षा आयोजित करवाने वाले राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने अब तक पेपर लीक होने की बात स्वीकार नहीं की है. बोर्ड का कहना है कि अभी तक पेपर आउट होने की पुख्ता जानकारी नहीं मिल पाई है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और ये पता लगाने के लिए कि क्या वाकई में प्रश्न पत्र लीक हुआ था, ऑन्सर शीट से मिलान किया जा रहा है. पहले भी हो चुके हैं पेपर लीक सितंबर 2021 से राजस्थान से एक के बाद एक लगातार पेपर लीक होने की खबर सामने आई हैं. इनमें REET और सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा के पेपर लीक वाले मामले प्रमुख हैं.

REET

26 सितंबर 2021 को राजस्थान की सबसे बड़ी परीक्षा REET आयोजित की गई. इसमें करीब 16.5 लाख अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था. परीक्षा 10 बजे शुरू होनी थी, लेकिन कुछ लोगों के पास सुबह साढ़े आठ बजे ही पेपर पहुंच गया. सवाई माधोपुर के गंगापुर सिटी में चार ऐसी महिलाओं को पुलिस ने पकड़ा, जिनके पास परीक्षा से पहले ही पेपर आ चुका था. इसके अलावा बीकानेर में डेढ़ करोड़ में नक़ल करने का सौदा छात्रों से किया गया था. इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस वाली चप्पल साढ़े सात लाख रुपये में बेची गई थी. एक अभ्यर्थी परीक्षा केंद्र तक पहुंच गया था, लेकिन पेपर शुरू होने से पहले ही पकड़ लिया गया. REET पेपर लीक मामले में अब तक 100 से अधिक गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. एक प्रशासनिक सेवा अधिकारी, दो पुलिस अधिकारी, एक शिक्षा अधिकारी, 12 शिक्षक और तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया जा चुका है.
चप्पल में डिवाइस लगाकर नकल करते पकड़े गए लोग. (PTI)
चप्पल में डिवाइस लगाकर नकल करते पकड़े गए लोग. (PTI)

सब इंस्पेक्टर

राजस्थान लोक सेवा आयोग ने सब-इंस्पेक्टर (SI) के 857 पदों के लिए वैकेंसी निकाली थी. इसके लिए करीब 8 लाख अभ्यर्थियों ने अप्लाई किया था. परीक्षा 13, 14 और 15 सितंबर को आयोजित की गई. अभ्यर्थी परीक्षा देकर बाहर निकले तो पता चला कि परीक्षा केंद्र के अंदर का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. इसमें परीक्षार्थी नकल करते देखे जा सकते हैं. साथ ही सोशल मीडिया पर एक ऑन्सर शीट भी खूब वायरल हुई. इसके अलावा राजस्थान पुलिस ने बीकानेर से एक प्राइवेट स्कूल के प्रिंसिपल समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया. दैनिक भास्कर की खबर के मुताबिक, परीक्षा में नकल कराने के लिए प्रिंसिपल ने दोनों पारी के पेपर की फोटो खींची. पहली पारी का पेपर पाली में परीक्षा दे रहे अभ्यर्थी तक पहुंच गया, जबकि दूसरी पारी का पेपर जिस शख्स को भेजा, वो पुलिस के कब्जे में था. प्रिंसिपल ने नकल कराने के लिए 15 लाख रुपए की डील की थी. जयपुर से पुलिस ने एक टीचर और एक प्रोफेसर समेत 8 लोगों को गिरफ्तार किया. ये लोग 20 लाख रुपए लेकर डमी कैंडिडेट बैठाते थे और परीक्षा पास कराते थे. पिछले 7 सालों में राजस्थान में ये पेपर भी लीक या रद्द हो चुके हैं # राजस्थान प्रशासनिक सेवा के 978 पदों के लिए आयोजित RPSC 2013 की परीक्षा को पेपर लीक होने के चलते 2014 में रद्द कर दिया गया था.
# 7 हजार पदों के लिए जनवरी 2014 में भर्ती परीक्षा आयोजित हुई थी, लेकिन 2015 में अचानक इसे रद्द कर दिया गया.
# 17 मार्च 2018 को 15 हजार पदों के लिए हुई कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा पेपर लीक होने की वजह से रद्द कर दी गई.
# 7 हजार पदों के लिए होने वाली लाइब्रेरियन भर्ती परीक्षा 29 दिसंबर 2019 को रद्द कर दी गई थी. वजह वही, पेपर लीक.
# 6 दिसंबर 2020 को आयोजित जूनियर इंजीनियर भर्ती परीक्षा (JEN) को भी पेपर लीक होने की वजह से रद्द करना पड़ा था.
भर्तियों में अनियमितता से परेशान होकर इस्तीफा देने वाले CRPF में असि. कमांडेंट विकास जाखड़ को शौर्य चक्र से सम्मानित किया जा चुका है. फोटो (इंडिया टुडे)
भर्तियों में अनियमितता से परेशान होकर इस्तीफा देने वाले CRPF में असि. कमांडेंट विकास जाखड़ को शौर्य चक्र से सम्मानित किया जा चुका है. फोटो (इंडिया टुडे)

शौर्य चक्र विजेता ने परेशान होकर दिया इस्तीफा राजस्थान में भर्तियों में लगातार गड़बड़ी की खबरों से परेशान होकर सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट विकास जाखड़ ने बीते 26 दिसंबर को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. झुंझुनू के रहने वाले विकास जाखड़ को राष्ट्रपति द्वारा शौर्य चक्र से भी सम्मानित किया जा चुका है. उन्होंने अपना इस्तीफा सीआरपीएफ के मुख्यालय भेज दिया है. जाखड़ ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम एक चिट्ठी लिखकर कहा है कि भर्तियों में धांधली की वजह से युवाओं का भविष्य खराब हो रहा है. उन्होंने भर्तियों में भ्रष्टाचार की वजह माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डीपी जरोली और पूर्व शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा को बताया है.

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