पूर्व जिला परिषद सदस्य की गोली मारकर हत्या, बिहार सरकार की मंत्री पर लगा आरोप
समर्थकों ने शव रख रास्ता जाम किया, तोड़फोड़ और आगजनी.
बिहार का पूर्णिया. यहां पूर्व जिला परिषद सदस्य विश्वजीत सिंह उर्फ रिंटू सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई. घटना CCVT में कैद हो गई.इसमें साफ दिखाई दे रहा है कि कैसे एक व्यक्ति अपना चेहरा पूरी तरह से छिपाए पीछे से आता और सरेआम गोली मार देता है. रिंटू सिंह की मौके पर ही मौत हो गई. हत्या का आरोप बिहार सरकार में मंत्री धमदाहा विधायक लेसी सिंह पर लगा है.
Bihar: A local journalist & ex-Zilla Parishad member in Purnia, Rintu Singh was shot dead in Sarsi PS area on Friday; his family & relatives staged a protest yesterday accusing JD(U) MLA & state Minister Leshi Singh to be behind the murder. They also alleged negligence by the SHO pic.twitter.com/suaf2NSIW2
— ANI (@ANI) November 14, 2021
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना सरसी थाने के पास की है. यहां के स्थानीय लोगों ने घटना पर अपना गुस्सा जताते हुए तोड़फोड़ की. शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया. और मांग की जब तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होती, वो लोग यहां से नहीं उठेंगे. गुस्साए लोगों ने थाना परिसर में भी आगजनी की. जिसके बाद भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई.
वहीं समर्थकों का आरोप है कि पुलिस की लापरवाही के चलते रिंटू सिंह की हत्या हुई, क्योंकि उन पर तीन नवंबर को भी जानलेवा हमला हुआ था. शिकायत के बाद पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया. और इसी गैर जिम्मेदाराना रवैये के चलते रिंटू को अपनी जान गंवानी पड़ी.
वाह! कितना इत्मिनान है JDU की मंत्री के पाले हुए अपराधियों में!
इसी इत्मीनान को तो @NitishKumar
ने 'सुशासन' का नाम दिया है!
जिला पार्षद रिंटू सिंह ने पुलिस सुरक्षा माँगी तो @bihar_police
भला अपनी रक्त पिपासा के लिए कुख्यात मंत्री लेशी सिंह को कैसे नाराज़ करती? नहीं दी सुरक्षा! pic.twitter.com/pcjDH3bXVJ
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) November 13, 2021
रिंटू सिंह की पत्नी और जिला परिषद अनुलिका सिंह ने बताया कि तीन नवंबर को उनके पति पर जब फायरिंग हुई थी, तब वो और उनकी सास थाने गए थे. पर पुलिस ने शिकायत दर्ज नहीं की. और कहा कि कोई फायरिंग नहीं हुई है. आप झूठ बोल रहे हैं. आपके पास इसका कोई सबूत नहीं है. पर फिर भी हम आपकी शिकायत दर्ज कर लेते हैं. लिखित शिकायत के मुताबिक, रिंटू सिंह दिन के 3:30 बजे जब सरसी आ रहे थे तभी रास्ते में उनके ऊपर हमला किया गया था.
लिखित शिकायत की कॉपी.
उनकी पत्नी ने प्रशासन से इंसाफ की मांग करते हुए कहा कि उन्हें जानना है कि उनके पति की हत्या क्यों की गई. उन्होंने आरोप लगाया कि इस हत्या के पीछे बिहार सरकार में खाद्य-उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेसी सिंह का हाथ है. उन्होंने कहा कि ये काम लेसी सिंह अपने भतीजे अठिया और मिट्ठू से करवाई हैं.
उन्होंने FIR में लिखवाया है कि मैंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि रिंटू सिंह संभावित उम्मीदवार हो सकते थे. मैं परेशान थी. नीतीश कुमार सरकार के नेतृत्व पर सभी को भरोसा करना चाहिए.
वहीं लेसी सिंह ने भी अपना पक्ष रखा. उन्होंने कहा-Patna | They've written I did it in the FIR because Rintu Singh could've been the potential candidate. I was disturbed. Everyone should trust the leadership of Nitish Kumar govt: State Cabinet Min Leshi Singh, on allegations of her involvement in Rintu Singh murder case in Purnia pic.twitter.com/FTbaJq289d
— ANI (@ANI) November 14, 2021
रिपोर्ट्स के मुताबिक, रिंटू सिंह की पत्नी अनुलिका सिंह की तहरीर पर सरसी थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसमें दो नामजद आशीष सिंह उर्फ अठिया और सुदेश सिंह समेत दो अज्ञात पर FIR हुई है. उधर, एसपी दयाशंकर ने सरसी पहुंचकर जाम खत्म करवाया और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा. उन्होंने बताया,
रिंटू सिंह की गोली मारकर हत्या की गई थी. परिजनों ने सड़क जाम किया था. हमने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. परिजनों का बयान दर्ज किया गया है. उनका आरोप है कि थाना प्रभारी की लापरवाही के कारण ये घटना घटित हुई है. थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है. परिजनों के बयान के आधार पर हम कार्रवाई करेंगे. वैसे लगातार छापेमारी चल रही है. जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी.
इन सब के बाद तेजस्वी यादव ने ट्वीट करके बिहार सरकार और पुलिस व्यवस्था पर सवाल उठाए. उन्होंने लिखा नवनिर्वाचित जिला परिषद ने बिहार पुलिस अर्थात् जेडीयू पुलिस सह कार्यकर्ता को लिखित शिकायत की थी कि JDU की बिहार सरकार में मंत्री लेसी सिंह का भतीजा उनकी हत्या करवा सकता है, लेकिन JDU पुलिस अपना कार्यकर्ता वाला फर्ज़ निभाने में तत्पर रही और उसकी हत्या हो गयी. बिहार से अच्छा क़ानून का राज कहीं होगा क्या, जहां पुलिस ही नागरिकों और निर्वाचित विपक्षी जनप्रतिनिधियों की हत्या करवाती हो, जहां पुलिस ही शराब की तस्करी करती हो, जहां पुलिस ही थानों से शराब बेचती हो, जहां पुलिस सत्ताधारी दल के कार्यकर्ता के रूप मेन कार्य करती हो?