The Lallantop

क्रिकेट को सबसे महंगी लीग देने वाला आदमी, जो अमरीका की जेल में बंद है

लॉर्ड्स के मैदान में 20 मिलियन डॉलर कैश लाकर रख दिए थे.

post-main-image
Allen Stanford को इंग्लिश क्रिकेट का शुगरडैडी भी कहा जाता है
28 अक्टूबर, 2008. एंटीगा का स्टैनफ़र्ड क्रिकेट ग्राउंड. टूर्नामेंट शुरू हुए बस 24 घंटों से कुछ ज़्यादा वक़्त हुआ था. इंग्लैंड की टीम मिडलसेक्स की T20 चैम्पियन टीम से मैच खेल रही थी. इंग्लैंड ने बैटिंग की और 121 रन बनाए. जवाब में मिडलसेक्स की टीम बैटिंग कर रही थी. कुछ 8 ओवर निकले थे कि मैदान पर लगे बड़े टीवी स्क्रीन पर कुछ दिखाई दिया. एक शख्स कुछ महिलाओं से घिरा हुआ बैठा था. एक महिला उसकी गोद में थी. एक दाएं और एक बाएं. गौर किया तो मालूम चला गोद में बैठी महिला का नाम था एमा प्रायर. मैदान में कीपिंग ग्लव्स और पैड्स पहने खड़े मैट प्रायर की पत्नी. उस शख्स के बाएं ओर बैठी महिला इंग्लैंड के ही प्लेयर एलिस्टर कुक की गर्लफ्रेंड एलिस हंट थीं जिनकी कमर पर उसके हाथ थे. मैच के बाद स्टुअर्ट ब्रॉड ने कहा,
'उस वक़्त मैदान पर कई परेशान चेहरे दिखाई दे रहे थे. मैं बॉलिंग कर रहा था इसलिए ठीक-ठीक तो नहीं देखा लेकिन इतना ज़रूर कह सकता हूं कि मैट प्रायर के चेहरे पर दुनिया के सबसे बड़े झटके के निशान दिखाई दे रहे थे.'
अगले रोज़ अख़बार के पहले पन्ने पर बड़ा-बड़ा छपा था - This is not cricket (ये क्रिकेट नहीं है.) और इसके साथ थी वो तस्वीर जिसके चलते प्रेग्नेंट एमा प्रायर को गोद में बिठाने वाले एलेन स्टैनफ़र्ड को मैट प्रायर और इंग्लैंड के कप्तान केविन पीटरसन से माफ़ी मांगनी पड़ी. जिस मैदान पर ये मैच हो रहा था, स्टैनफ़र्ड उसका मालिक था. जिस टूर्नामेंट में ये मैच हो रहा था, स्टैनफ़र्ड उसका मालिक था. जीतने वालों को दी जानी वाली धनराशि भी खुद स्टैनफ़र्ड ही दे रहा था.

कुछ ही वक़्त पहले लॉर्ड्स के मैदान पर एलेन स्टैनफ़र्ड एक हेलीकॉप्टर से उतरा. मैदान के बीचो-बीच उतरने वाले इस हेलीकॉप्टर में और भी लोग मौजूद थे - विव रिचर्ड्स, डेसमंड हेंस, रिची रिचर्डसन, कर्टली एंब्रोस. ये सभी रसूखदार लोग थे. इनकी बातों पर विश्वास किया जाता है. 14 देशों में अपने ऑफिस रखने वाले और उन ऑफिसों में जाने के लिए 6 जेट रखने वाले एलेन स्टैनफ़र्ड का इंतज़ार इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड खुली बांहों के साथ कर रहा था. 24 घंटे पहले लॉर्ड्स के मैदान पर ही स्पिरिट ऑफ़ क्रिकेट का लेक्चर दिया गया था. अगले कुछ मिनटों में एक पारदर्शी बक्से में 20 मिलियन डॉलर कैश रखे हुए थे. एलेन स्टैनफ़र्ड ने ऐलान किया कि उनकी टीम को हराने वाली टीम को 20 मिलियन डॉलर मिलेंगे. इसे नाम दिया गया - 20/20 फ़ॉर 20. ये एलेन स्टैनफ़र्ड का एक दांव था, जो उसे उसके प्लान के मुताबिक़ कई करोड़ रुपयों के नज़दीक पहुंचाने वाला था. वो प्लान जो उसने 2 साल पहले शुरू किया था. stanford T20 league

2006 में स्टैनफ़र्ड के अंदर क्रिकेट प्रेम जागा. उसने कहा कि एंटीगा में 25 साल गुज़ारने की वजह से वो क्रिकेट प्रेमी बन चुका था. यहां उसने एक T20 टूर्नामेंट की शुरुआत की. रकम लगाई 38 मिलियन डॉलर. उसने कहा कि वो वेस्ट इंडीज़ क्रिकेट के स्वर्ण काल को वापस लाना चाहता था. उसने अपना खुद का स्टेडियम बनवाया और टूर्नामेंट उसी में करवाया. स्टेडियम ठीक एयरपोर्ट के बगल में बना. खिलाड़ियों को लाने-ले जाने वाले जहाज भी स्टैनफ़र्ड के ही थे. मैच के दौरान एक कैमरामैन सिर्फ़ और सिर्फ़ स्टैनफ़र्ड का ही पीछा करता. पहले टूर्नामेंट में 19 टीमें खेल रही थीं. स्टैनफ़र्ड ने 2 लाख 80 हज़ार डॉलर खर्चे. टूर्नामेंट जीतने वाली टीम को 10 लाख डॉलर मिले. आख़िरी मैच में मैन ऑफ़ द मैच जीतने वाले खिलाड़ी ट्रेविस डाउलिन को 1 लाख डॉलर मिले. टूर्नामेंट भयानक सफ़ल था. 40 हज़ार की केपेसिटी वाले स्टेडियम हर रोज़ भर रहे थे. मैदान में भारी मात्रा में महिलाएं और बच्चे दिखाई दे रहे थे. क्रिकेट का एक नया फैन बेस तैयार होता दिखाई दे रहा था. बड़े-बड़े नाम काफ़ी आशावान थे. मार्क निकोलस, माइक एथरटन कसीदे पढ़ रहे थे. इस दौरान कुछ ऐसे लोग भी थे जो लगातार इस बात पर सवाल उठा रहे थे कि आखिर ये पैसे आ कहां से रहे थे. लेकिन अक्सर हवा के तेज़ शोर में फुसफुसाहटें दब जाती हैं. यहां भी वही हुआ. स्टैनफ़र्ड चमक रहा था. एक टूर्नामेंट और हुआ और उसके बाद स्टैनफ़र्ड ने अपना अगला पत्ता खोला. उसने कहा कि वो अगले तीन सालों में 100 मिलियन डॉलर खर्च करेगा और एक इंटरनेशनल लीग का आयोजन करेगा. असल में उसने जितना बड़ा कौर बना लिया था, उतना उसका मुंह भी नहीं खुलता था. इसी मुंह को खुलवाने के लिए साल 2008 में लॉर्ड्स के मैदान पर उसने हेलीकॉप्टर उतारा. स्टैनफ़र्ड ने खेत जोतना शुरू कर दिया था. वेस्ट इंडीज़ क्रिकेट बोर्ड को 1 मिलियन डॉलर दिए और कहा कि आईसीसी से सेटिंग कर लें जिससे टूर्नामेंट अप्रूव हो जाए. लेकिन आईसीसी ने हूल ही नहीं दिया. इधर स्टैनफ़र्ड जुटा हुआ था. हर जगह चोट करने की कोशिश में लगा हुआ था. एक कमज़ोर दीवार मिली - इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड. स्टैनफ़र्ड ने 4 टीमों के बीच टूर्नामेंट की पेशकश की. विजेता को मिलने थे 20 मिलियन डॉलर. इन्हीं 20 मिलियन डॉलर के साथ सुनहरे अक्षरों में स्टैनफ़र्ड लिखा हेलीकॉप्टर लॉर्ड्स में उतरा. Stanford ECB England Cricket Team ईएसपीएन क्रिकइन्फो के यूके एडिटर एंड्रू मिलर उस ख़ास और 'काले' दिन की एक बहुत महीन बात बताते है. वो कहते हैं कि नर्सरी पवेलियन में हर तरफ मोटिवेट करने वाले कोटेशन लगे हुए थे. ऐसे ही एक कोटेशन पर मिलर की नज़र पड़ी. रडयार्ड किप्लिंग की फ़ेमस कविता (जो कि मेरे 9वीं क्लास के सिलेबस में भी थी) 'If' की 2 लाइनें थीं - 'If you can make one heap of all your winnings. And risk it on one turn of pitch-and-toss'. मिलर याद दिलाते हैं कि इस कविता में इन लाइनों के बाद ठीक अगले दो शब्द हैं - 'And Lose.' ये बात अपने आप में स्टैनफ़र्ड और उसके क्रिकेट में लगाए जा रहे पैसों और उसकी स्कीमों के पूरे अकाउंट को परिभाषित करता है. बड़े करीने से, बड़ी मेहनत से, स्टैनफ़र्ड के केस को कमज़ोर करती हर चीज़ ढांप दी गई और जगह एलेन का नारा बुलंद किया गया. एलेन ने उस रोज़, क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले लॉर्ड्स के मैदान में जो कहा उसे दुनिया को चेतावनी के रूप में लेना चाहिए था. उससे जब टेस्ट क्रिकेट के बारे में पूछा गया तो उसका जवाब था,
'मुझे ये बोरिंग लगता है लेकिन मैं शुद्धतावादी नहीं हूं. टेस्ट क्रिकेट नींव बनाता है लेकिन T20 क्रिकेट ही भविष्य है और इसी में सारा पैसा है.'
स्टैनफ़र्ड 20/20 टूर्नामेंट के दौरान जो सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी थे, उन्हें विव रिचर्ड्स की अध्यक्षता में चुना गया और उनकी टीम स्टैनफ़र्ड सुपरस्टार्स कहलाई जिसे स्टैनफ़र्ड ने अपनी टीम कहा. इस टीम ने इंग्लैंड, मिडलसेक्स और त्रिनिदाद एंड टोबैगो के साथ 2008 स्टैनफ़र्ड सुपर सीरीज़ में हिस्सा लिया. वेस्टइंडीज़ की एक और टीम को लिया जाना था इसलिए वहां की T20 चैम्पियन टीम त्रिनिदाद को लिया गया और इसके साथ ही इंग्लैंड एंड वेल्स की T20 विजेता टीम मिडलसेक्स को चौथी टीम के रूप में शामिल किया गया. फाइनल मैच में स्टैनफ़र्ड सुपरस्टार्स ने इंग्लैंड को हराया और 20 मिलियन डॉलर जीते. stanford T20

2009 में 17 फ़रवरी को स्टैनफ़र्ड के ऊपर धोखाधड़ी के चार्ज लगे. यूएस सिक्योरिटीज़ एंड एक्सचेंज कमीशन के मुताबिक़ स्टैनफ़र्ड ने 7 बिलियन डॉलर की घपलेबाजी की हुई थी. FBI ने उसके कई दफ्तरों में धकापेल रेड मारी. 18 जून, 2009 को स्टैनफ़र्ड ने आत्मसमर्पण कर दिया. स्टैनफ़र्ड को फ्लोरिडा में यूनाइटेड स्टेट्स पेनेटिन्शियरी में भेज दिया गया. फिलहाल वो 110 सालों की सज़ा काट रहा है.

ये भी पढ़ें:

सुनील जोशी, जिसने उस दिन साउथ अफ्रीका में खौफ भर दिया था

शेन वॉर्न की बॉल ऑफ़ द सेंचुरी के अलावा 5 गेंदें जो भुलाई नहीं जा सकतीं

वसीम अकरम: जिसे खेलने के लिए स्पेयर पार्ट्स चाहिए थे