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भीड़ ने पुलिस के सामने दलित व्यक्ति को पीटा, वजह जानकर दुख होगा

गांव में अंबेडकर की मूर्ति लगाने को लेकर हुआ विवाद।

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दलित युवक की पिटाई (फोटो- वीडियो स्क्रीनशॉट)

तेलंगाना में एक दलित व्यक्ति की सरेआम पिटाई का वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में पीला और भगवा रंग का गमछा ओढ़े 20 से 25 लोग दिख रहे हैं. पुलिस भी वहां मौजूद है. लेकिन पुलिस के सामने ही दो युवकों को बेरहमी से पीटा जा रहा है. मामला तेलंगाना के विकाराबाद जिले का है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पीटने वाले लोग तथाकथित शिवभक्त हैं. पिटाई के बाद दलित युवक को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा.

मामले में एक शिकायत दर्ज कराई गई है. इसके मुताबिक, घटना 31 जनवरी की है. पीड़ित युवक मेतली नरेश 26 साल का है और पेशे से इलेक्ट्रिशियन है. विकाराबाद जिले के देवानूर गांव का रहने वाला है. उसने शिकायत में बताया कि उसके भाई प्रेम ने उसे बचाने की कोशिश की लेकिन आरोपियों ने प्रेम को भी पीटना शुरू कर दिया. उनकी जाति मडिगा का नाम लेकर गंदी गालियां दी और बेरहमी से पीटा. घटना उसके गांव की है.

100 लोगों ने घेरकर पीटा

अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट द न्यूज वेबसाइट के मुताबिक, दलित समुदाय के कुछ लोग देवानूर गांव में डॉ अंबेडकर की प्रतिमा लगाने वाले थे. मूर्ति लगाने वाले स्थानीय कुल निर्मूलन पोरोटा समिति के कार्यकर्ता थे. लेकिन दक्षिणपंथी संगठन हिंदू वाहिनी ने इसका विरोध किया. हिंदू वाहिनी वाले वहां छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा लगाने की योजना बनाने लगे. इसी पर दोनों समूहों के बीच झड़प हुआ.

यलाल थाने के सब-इंस्पेक्टर ने 'द न्यूज मिनट' को बताया कि नरेश पर हुआ हमला एक दिन पहले की घटना से जुड़ा हुआ है. मुख्य आरोपी नरेंद्र के साथ उसका झगड़ा हुआ था. जब बहस हुई तो नरेंद्र ने नरेश को दूर रहने को कहा, क्योंकि वो शिव माला पहना था. नरेंद्र ने धार्मिक भावना आहत होने के आरोप पर पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई. जब 31 जनवरी को नरेश यलाल पुलिस स्टेशन के नजदीक अपने काम पर था तो वहां करीब 100 लोगों की भीड़ ने उसकी पिटाई कर दी.

AIMIM के नेता मोहम्मद नसीरुद्दीन ने भी पिटाई का वीडियो शेयर किया. उन्होंने आरोप लगाया कि पीटने वाले लोग विश्व हिंदू परिषद (VHP) के थे. नसीरुद्दीन के मुताबिक मेतली को शिवभक्तों ने ये आरोप लगाकर पीटा कि उसने एक शिवभक्त को छूकर ‘अशुद्ध’ कर दिया था.

मारपीट की घटना के बाद गांव के लोगों ने यलाल थाने के बाहर धरना दिया. आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने का दबाव बनाया. इसके बाद पुलिस ने केस दर्ज किया. 

इस मामले में 31 जनवरी को यलाल थाने में FIR दर्ज की गई थी. पीड़ित नरेश मडिगा समुदाय से आते हैं. मडिगा एक अनुसूचित जाति है. मामले में 9 लोगों के खिलाफ IPC और SC/ST एक्ट की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है. हालांकि अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.

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