पाकिस्तान के वित्त मंत्री मोहम्मद औरंगज़ेब (Pakistan Finance Minister) ने दावा किया है कि भारत के साथ सैन्य टकराव का बहुत ज़्यादा असर उनकी आर्थिक (Pakistan Economy) स्थिति पर नहीं पड़ेगा. इसके लिए पाकिस्तान को अलग से पैसा जुटाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. उनका बयान ऐसे वक्त में आया है जब हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने पाकिस्तान के लिए 1.3 बिलियन डॉलर का लोन अप्रूव किया है.
'हमें तुरंत नुकसान नहीं, पर उम्मीद सिंधु जल संधि जल्द बहाल होगी... ' बोले पाकिस्तान के वित्त मंत्री
Pakistan Economy: पाकिस्तान के वित्त मंत्री मोहम्मद औरंगज़ेब ने भारत-पाकिस्तान के तनाव को एक छोटा और जल्दी खत्म होने वाला टकराव करार दिया. कहा कि सैन्य टकराव का बहुत ज़्यादा असर उनकी आर्थिक स्थिति पर नहीं पड़ेगा.


औरंगज़ेब ने ये बातें न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स को दिए एक ऑनलाइन इंटरव्यू में कहीं. औरंगज़ेब ने भारत-पाकिस्तान के तनाव को एक छोटा और जल्दी खत्म होने वाला टकराव करार दिया. उन्होंने कहा,
इसका पाकिस्तान की इकॉनमी पर ज़्यादा असर नहीं पड़ेगा. सरकार के पास पहले से ही इतना बजट है कि वह इसे संभाल सके.
वहीं, आने वाले बजट में मिलिट्री खर्च बढ़ाने के सवाल से औरंगज़ेब बचते हुए नज़र आए. उन्होंने टालते हुए कहा,
इस पर बात करना फिलहाल जल्दबाज़ी होगी. लेकिन डिफेंस ज़रूरतों को पूरा करने के लिए जो भी करने की ज़रूरत होगी वह किया जाएगा.
औरंगजेब ने कहा,
“उम्मीद है कि सिंधु जल संधि को बहाल किया जाएगा. हालांकि भारत के इसे सस्पेंड करने से तुरंत इसका कोई असर नहीं पड़ेगा... लेकिन पाकिस्तान चाहता है कि ये सस्पेंशन जल्दी खत्म हो जाए”
उधर, IMF ने भी शुक्रवार को 7 बिलियन डॉलर के बड़े बेलआउट समझौते के हिस्से के रूप में पाकिस्तान को 1.3 बिलियन डॉलर (11,105 करोड़ रुपये) के लोन को मंज़ूरी दी. याद रहे कि पाकिस्तान के लोन अप्रूव करने वाली मीटिंग में भारत ने उसे लोन न देने की अपील की थी. भारत ने वोटिंग से हाथ खींच लिए थे. चेतावनी दी थी कि पाकिस्तान को कर्ज़ देना ठीक नहीं है, वह इसका इस्तेमाल आतंकवाद फैलाने में कर सकता है. वित्त मंत्री ने ये भी कहा कि पाकिस्तान को IMF की 1.3 बिलियन डॉलर की किस्त मंगलवार 13 मई को मिल जाएगी.
वीडियो: PM मोदी का देश को संबोधन, सारी जानकारी एक वीडियो में

















.webp)
