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अपनी सादगी के लिए बड़े मशहूर बीजेपी के 6 बार के इन विधायक का क्या हुआ?

गुजरात 2017 चुनाव में जूनागढ़ विधानसभा का हाल.

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बीजेपी के कैंडिडेट महेंद्रभाई मसरू और कांग्रेस के जोशी भीखाभाई गलाभाई
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सौरभ
18 दिसंबर 2017 (Updated: 18 दिसंबर 2017, 08:27 AM IST) कॉमेंट्स
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विधानसभाः जूनागढ़ (जूनागढ़)

कांग्रेस 6,084 वोटों से जीती.

कांग्रेस से जोशी भीखाभाई गलाभाई कोः 76,850 वोट मिले

बीजेपी से महेंद्रभाई मसरू कोः 70,766 वोट मिले 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने गुजरात विधानसभा चुनाव 2017 में हर सीट पर एड़ी चोटी का जोर लगा दिया था. मगर ये एक सीट ऐसी थी जिस पर इसकी कोई खास जरूरत नहीं थी. वजह थे महेंद्रभाई मसरू. ये सीट वो अपनी दम पर जीतते आ रहे थे. पिछली छह बार से जूनागढ़ की जनता लगातार उन पर ऐतबार कर रही थी. वजह है उनकी सादगी. क्षेत्र में किसी से भी पूछा जाता कि - 'विधायक जी कहां मिलेंगे?' तो एक ही जवाब मिलता था - 'सिविल अस्पताल में मिलेंगे'. इस बार वो सातवीं बार चुनावी मैदान में थे. मगर दाल नहीं गली. हार गए. क्षेत्र में जो नारा सुनने को मिला था - 'ऊपर अल्ला, नीचे गल्ला'. वो चल गया.
गल्ला माने कांग्रेस प्रत्याशी भीखाभाई गलाभाई जो जीते हैं.
ये रहा है वहां का पॉलिटिकल सीन
# जीतने के मामले में महेंद्रभाई मसरू बीजेपी से भी सीनियर हैं. वो 1990 से लगातार जूनागढ़ से चुनाव जीत रहे हैं. पहली दो बार निर्दलीय जीते. 1995 में जब वो दूसरी बार निर्दलीय लड़े थे तो सामने खड़े तीसों प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई थी. फिर महेंद्र ने बीजेपी का दामन थाम लिया. महेंद्र ने गुजरात के 10 मुख्यमंत्री देखे हैं.
जूनागढ़ से बीजेपी से लड़ रहे महेंद्रभाई मसरू 6 बार से विधायक हैं.
जूनागढ़ से बीजेपी से लड़ रहे महेंद्रभाई मसरू 6 बार से विधायक थे.

महेंद्रभाई पूरे गुजरात में लोहाना समुदाय के एक मात्र विधायक हैं. इनकी सादगी के चर्चे पूरे गुजरात में होते हैं. वो रोडवेज बस से विधानसभा जाते हैं. आमतौर पर साइकिल से चलते हैं.
इनके बारे में कहा जाता है कि ये एक रुमाल लेकर चलते हैं, जहां कहीं ब्यूरोक्रेसी में दिक्कत दिखती है. रुमाल बिछाकर धरने पर बैठ जाते हैं.
# जूनागढ़ सीट पर सबसे ज्यादा ब्राह्मण और लोहाना समुदाय के मतदाता है. खुद मसरू भी लोहाना समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. हालांकि ये फैक्टर फेल हो गया.
पिछले चुनाव का रिजल्ट
2012 के चुनाव में महेंद्रभाई मसरू ने कांग्रेस के भीखाभाई को 13 हजार से अधिक वोटों से हराया था. महेंद्रभाई को 66,669 वोट मिले तो कांग्रेस के भीखाभाई को 52,873 मिले थे.


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मसरूभाई से पूरी बातचीत का वीडियो देखिए:

 

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