उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के ठीक पहले योगी सरकार राज्य की जनता को लुभाने में जुट गई है. एक तरफ कैबिनेट विस्तार से नए चुनावी समीकरण साधने की तैयारी है, तो दूसरी तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने गन्ने का समर्थन मूल्य बढ़ाने का ऐलान किया है.
लखनऊ में आयोजित किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनकी सरकार किसानों का भला चाहती है. अब तक गन्ने का समर्थन मूल्य 325 रुपये थे और अब उनकी सरकार इसे बढ़ाकर 350 रुपए प्रति क्विंटल कर रही है. सीएम ने कहा,
“हम अब गन्ना मूल्य में वृद्धि करने के निर्णय में आगे बढ़ रहे हैं. सरकार ने तय किया है कि राज्य में अब तक जिस गन्ने का 325 रुपये प्रति क्विंटल दाम मिलता था, उसका हम 350 रुपये गन्ना किसानों को भुगतान करेंगे. सरकार ने तय किया है कि सामान्य गन्ने का जो 315 रुपये दाम था, उसमें भी 25 रुपये की वृद्धि होगी. उसमें भी 340 रुपये का भुगतान होगा.”
किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने आगे दावा किया कि उनकी सरकार ने पिछले चार साल में सबसे अधिक गन्ना किसानों को भुगतान किया. उन्होंने दावा करते हुए यह भी कहा कि गन्ना के समर्थन मूल्य में वृद्धि से किसानों की आमदनी में 8 फीसदी की बढ़ोतरी होगी और 45 लाख किसानों के जीवन में बदलाव आएगा.
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— AajTak (@aajtak) September 26, 2021
इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने मुजफ्फरनगर दंगों का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर दंगों में जो लोग भी मारे गए, वो किसानों के बेटे थे. उन्होंने आगे कहा कि उनकी सरकार में एक भी दंगा नहीं हुआ और अगर किसी ने दंगा करने की कोशिश की तो उसकी सात पीढ़ियां भरते-भरते खप जाएंगी. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनकी सरकार के आने से पहले पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों के गाय-भैंस चोरी हो जाते थे. लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है, प्रदेश में अवैध कसाईखानों को बंद कर दिया गया है.
तीन नए कृषि कानूनों को लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान केंद्र की बीजेपी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. उनके निशाने पर राज्य की योगी सरकार भी है. ऐसे में चुनाव से पहले योगी आदित्यनाथ की तरफ से की गई इस घोषणा को किसानों की नाराजगी दूर करने के कदम के तौर पर देखा जा रहा है.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों को ध्यान में रखते हुए ही योगी आदित्यानाथ ने पराली जलाने के मामले में किसानों के ऊपर लगे मुकदमे वापस लेने की भी बात कही. उन्होंने यह भी कहा कि किसानों के बकाया बिजली बिल पर कोई ब्याज नहीं लगेगा.
हालांकि 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने गन्ना का समर्थन मूल्य बढ़ाकर 370 रुपये करने का वादा किया था. योगी आदित्यनाथ जो घोषणा की है, वो बीजेपी के चुनावी वादे से कम है. इससे पहले राकेश टिकैत ने गन्ना का समर्थन मूल्य बढ़ाकर सवा चार सौर रुपये प्रति क्विंटल करने की मांग की थी. उनका कहना है था कि बीजेपी ने 2017 में 370 रुपये का वादा किया था और अब चार साल बाद तो महंगाई भी बढ़ गई है. राकेश टिकैत ने कहा था कि सवा चार सौ में से एक रुपया भी कम होने पर किसान मानने वाला नहीं है.
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