राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता वसुंधरा राजे. उनके समर्थक होने का दावा करने वाले कई लोगों ने वसुंधरा राजे समर्थक राजस्थान मंच नाम से संगठन बना लिया है. इसके पदाधिकारियों का कहना है कि वे 2023 के विधानसभा चुनावों के बाद तीसरी बार राजे को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं. इस संगठन के लेटरहेड पर राजे के साथ, उनकी मां विजया राजे सिंधिया की फोटो भी है. यह लेटरहेड BJP के लेटरहेड से मिलता जुलता है.

इन समर्थकों ने हर ज़िले में अपना जिलाध्यक्ष बनाना शुरू कर दिया है. इसकेअलावा युवा संगठन और महिला संगठन भी तैयार किए जा रहे हैं. BJP में यह पहली बार हो रहा है कि पार्टी के संगठन से अलग होकर किसी नेता के समर्थन में अलग संगठन तैयार किया जा रहा है.
राजस्थान के राजनीतिक हलकों में इस कदम को राजे के समर्थकों द्वारा राज्य में वसुंधरा राजे के अधिकार को फिर से प्राप्त करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है. हाल ही के दिनों में पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के बढ़ते दबदबे के बीच राजस्थान में राजे और BJP की राज्य इकाई के बीच तनातनी की खबरें देखने को मिली हैं.
वसुंधरा समर्थक मंच के प्रदेश अध्यक्ष विजय भारद्वाज ने आज तक के शरत कुमार से बातचीत में कहा,
मैं 2003 में वसुंधरा राजे सिंधिया की वजह से जनता दल छोड़कर BJP में आया था. तब से BJP की राज्य कार्यकारिणी का सदस्य रहा हूं. BJP के आमंत्रित कार्यकारिणी का सदस्य रहा हूं. इसके अलावा विधि प्रकोष्ठ का भी अध्यक्ष रहा हूं. और अब हम लोग वसुंधरा राजे को मज़बूत करना चाह रहे हैं. वसुंधरा राजे बेहद लोकप्रिय नेता हैं और जब वह मज़बूत होंगी तो BJP ख़ुद मज़बूत हो जाएगी. वसुंधरा राजे ने राजस्थान को पिछड़े राज्य से निकाल के अगड़ा बनाया है, इसलिए हम लोगों ने तय किया है कि वसुंधरा के समर्थन में राजस्थान में जन समर्थन तैयार किया जाए. अगर वसुंधरा राजे मज़बूत होंगी तो BJP भी मज़बूत होगी. हम लोग तो BJP के लिए ही काम कर रहे हैं.
सभी ज़िलों में वसुंधरा समर्थकों के संगठन खड़ा करने को लेकर प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि इस बात की जानकारी BJP के सभी नेताओं को है और जो लोग इस संगठन में काम कर रहे हैं वह लोग BJP में सक्रिय सदस्य नहीं हैं. BJP व्यक्ति आधारित पार्टी नहीं है. यह संगठन आधारित पार्टी है.
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