गोरखपुर में कानपुर के मनीष गुप्ता की कथित हत्या का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा कि यहां एक और युवक की हत्या की बात सामने आई है. वो भी उसी रामगढ़ताल थाना इलाके में जहां के एक होटल में मनीष गुप्ता को कथित रूप से पुलिस वालों ने इतना मारा कि उनकी मौत हो गई. और इत्तेफाक देखिए कि इस पीड़ित का नाम भी मनीष है. मनीष प्रजापति.
आजतक की खबर के मुताबिक, घटना गुरुवार 30 सितंबर को रात 8 बजे रामगढ़ताल थाने से महज़ 200 मीटर की दूरी पर हुई. यहां कुछ मनचलों ने शराब की दुकान के कर्मचारी मनीष प्रजापति को इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई. इसी घटना में दुकान का एक दूसरा भी कर्मचारी घायल हुआ है. पुलिस ने उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है.
घटना का CCTV हुआ वायरल
इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. ये उसी लिकर मॉडल शॉप का CCTV फ़ुटेज है. इसमें कुछ लोग दो व्यक्तियों की बेरहमी से पिटाई करते देखे जा सकते हैं.
आजतक के मुताबिक़, पीड़ित मनीष 25 साल का था और मध्य प्रदेश का रहने वाला था. वो रामगढ़ताल थाने से कुछ ही दूरी पर बनी वरदानी मॉडल शॉप की कैंटीन में काम करता था. बीती रात कुछ लोग इस दुकान में शराब पीने आए थे. इन लोगों से ऑर्डर मनीष ने ही लिया था. आजतक संवादाता गजेंद्र त्रिपाठी के मुताबिक़ मनीष ने ऑर्डर डिलिवर करने में कुछ वक़्त ज़्यादा लगाया था. इस पर आरोपियों ने मनीष से बहस शुरू कर दी. मामले को गर्माता देख दुकान पर काम करने वाले रघु ने बीच-बचाव करने की कोशिश की. लेकिन 15-16 की संख्या में आए आरोपियों ने दोनों कर्मचारियों को मारना शुरू कर दिया.
मामला जब तक पुलिस के संज्ञान में आया तब तक देर हो चुकी थी. पुलिस दोनों घायलों को अस्पताल ले गई. लेकिन, मनीष को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. वहीं, रघु की हालत अभी भी गंभीर है.
सारे आरोपी हैं फ़रार
रामगढ़ताल थाने के इंस्पेक्टर केके राणा ने बताया कि सारे आरोपी फ़रार हैं. पुलिस सीसीटीवी फुटेज की मदद से उनकी तलाश कर रही है. हालांकि, अब तक कोई कामयाबी नहीं मिल पाई है.
इस घटना के संबंध में एसपी सिटी सोनम कुमार ने बताया,
“रामगढ़ताल थाना क्षेत्र के मॉडल शॉप पर पैसे के लेनदेन को लेकर एक युवक के साथ मारपीट की गई. उसे गंभीर चोटे आईं. इसके बाद युवक को बीआरडी मेडिकल कालेज ले जाया गया. जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई. घटना स्थल पर फोरेंसिक टीम को लगाया गया है. जो भी मनबढ़ थे, उनकी तलाश के लिए टीमें लगाई गई हैं. जल्द ही आरोपियों को पकड़ा जाएगा और उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.”
पिछले कुछ दिनों से उत्तर प्रदेश से आने वाली खबरें क़ानून व्यवस्था के नज़रिए से चिंताजनक हैं. ऐसा तब हो रहा है जब यूपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं और क़ानून व्यवस्था की दुरुस्ती को योगी सरकार ने बड़ा अजेंडा बनाया है. मनीष गुप्ता और मनीष प्रजापति जैसे हत्याकांड इस अजेंडे के लिए खतरनाक हो सकते हैं.
हालांकि मनीष गुप्ता के मामले में राज्य सरकार की तरफ से कार्रवाई की गई है. खुद मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता ने इस कार्रवाई पर संतुष्टि जताई है. गुरुवार को सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद मीनाक्षी ने कहा,
“मैं मुख्यमंत्री जी से मिलकर पूरी तरह संतुष्ट हूं. उन्होंने पूरी मांगें मान ली हैं. मुआवजा, नौकरी और कानपुर केस ट्रांसफर करने पर सहमति जताई है. CBI जांच को लेकर बोला कि उनको कोई आपत्ति नहीं.”
मैं मुख्यमंत्री जी से मिलकर पूरी तरह संतुष्ट हूं। उन्होंने पूरी मांगे मान ली हैं।
मुआवजा, नौकरी और कानपुर केस ट्रांसफर करने पर सहमति जताई है। CBI जांच को लेकर बोला कि उनको कोई आपत्ति नहीं, संतुति करेंगे: मीनाक्षी गुप्ता / मनीष गुप्ता की पत्नी#मनीष_गुप्ताpic.twitter.com/nR8vQvoBvg— Sumit Kumar (@skphotography68) September 30, 2021
खबरों के मुताबिक मुख्यमंत्री ने मीनाक्षी को विकास प्राधिकरण में ओएसडी की नौकरी देने और उनको मिलने वाले मुआवजे की राशि 10 लाख रुपये से बढ़ाने का आश्वासन दिया है. इसके बाद मीनाक्षी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने उनकी बात ध्यान से सुनी है और उन्हें न्याय मिला है.
देखते हैं मनीष प्रजापति के मामले में योगी सरकार क्या ऐक्शन लेती है.
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