यूपी में सरकारी विभाग में ठेका दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. मामला पशुपालन विभाग में 240 करोड़ रुपये का टेंडर दिलाने को लेकर ठगी का है. इस मामले में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने सात लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए लोगों में पशुधन विकास विभाग के राज्यमंत्री जयप्रकाश निषाद के प्रधान निजी सचिव, सचिवालय संविदा कर्मी और चार पत्रकार शामिल हैं. इन पर पशुपालन विभाग का टेंडर दिलाने के नाम पर 9.72 करोड़ रुपये ठगने का आरोप है. इस मामले में लखनऊ के हजरतगंज थाने में 11 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी. मामले की जांच का जिम्मा यूपी एसटीएफ के पास है.
क्या है मामला
एसटीएफ ने बताया कि मामले का मास्टरमाइंड आशीष राय नाम का शख्स है. आरोपियों ने मंजीत सिंह नाम के इंदौर के एक बिजनेसमैन को जाल में फंसाया. उसे आटा सप्लाई को टेंडर दिलाने का वादा किया. इसके तहत मंजीत सिंह को सरकारी गाड़ी में सचिवालय लाया गया. यहां पर एक कमरे का इस्तेमाल पशुधन निदेशक के कमरे के रूप में किया गया. कमरे के बाहर निदेशक एसके मित्तल के नाम से फर्जी नेमप्लेट लगा दी गई. यहां पर आशीष राय खुद निदेशक बनकर बैठ गया. बाकी आरोपियों ने मंजीत की मुलाकात उससे कराई. यहीं पर टेंडर दिलाने के लिए सौदा किया गया. मंजीत से फर्जी कागजात साइन कराए गए. फॉर्मेलिटीज और कई बहाने बनाकर 9 करोड़ 72 लाख रुपए ले लिए. बताया जाता है कि टेंडर दिलाने का सौदा करीब 15 करोड़ रुपये का था.
फर्जी वर्क ऑर्डर दिए, पैसे मांगे तो धमकाया
आरोपियों में मंजीत को फर्जी वर्क ऑर्डर जारी कर दिए. लेकिन वर्क ऑर्डर की सच्चाई सामने आने पर मंजीत ने आरोपियों से पैसे वापस मांगे. पहले तो आरोपी बहाने बनाते रहे. लेकिन फिर उसे धमकाने लगे. मंजीत ने अ्पनी शिकायत में कहा कि उसे डराने के लिए एके राजीव नाम के एक आरोपी ने पुलिस का सहारा भी लिया. राजीव ने एक पुलिसवाले के जरिए उसे उठवाया और एनकाउंटर की धमकी भी दी. इस पर उसने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत की. सीएम के आदेश पर मामला एसटीएफ को सौंपा गया.
कई बड़े अधिकारी भी जांच के घेरे में
एसटीएफ ने बताया कि आरोपियों के पास से 28.32 लाख रुपये, फर्जी आईडी कार्ड, लेटर हेड, कैमरे, पैन कार्ड, आधार कार्ड और दूसरे दस्तावेज बरामद किए हैं. मामले में कई बड़े सरकारी अधिकारी भी जांच के घेरे में हैं. एक आईपीएस अधिकारी के भी शामिल होने की बात सामने आई है.
कौन-कौन हुए हैं गिरफ्तार
पशुधन विकास मंत्री के प्रधान निजी सचिव रजनीश दीक्षित
सचिवालय का संविदा कर्मी धीरज कुमार देव
आशीष राय
रूपक राय
पत्रकार एके राजीव
पत्रकार अनिल राय
पत्रकार उमाशंकर तिवारी
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