सुशांत सिंह राजपूत के पिता केके सिंह ने जब से रिया चक्रवर्ती के खिलाफ पटना में FIR दर्ज करवाई है, तब से मामला बहुत ज्यादा हाईलाइट हो रहा है. अब रिया चक्रवर्ती ने सुप्रीम कोर्ट में नया हलफनामा दिया है. इसमें रिया ने कहा है कि अगर केस की जांच सुप्रीम कोर्ट ने CBI को सौंपने का आदेश दिया है, तो इससे उन्हें कोई गुरेज नहीं, लेकिन मामले का क्षेत्राधिकार मुंबई होना चाहिए, बिहार नहीं. रिया ने और भी कई बातें रखी हैं.
रिया के नए हलफनामे में क्या-क्या बातें हैं, प्वाइंट्स में जानिए-
# मीडिया में इस मुद्दे को लगातार सनसनीखेज़ बनाकर दिखाया जा रहा है. ये ‘राइट टू प्राइवेसी’ का उल्लंघन है.
# पिछले 30 दिनों में दो एक्टर्स- एक आशुतोष भाकरे और दूसरे समीर शर्मा ने सुसाइड किया, लेकिन इसके बारे में कोई बात नहीं कर रहा.
# इस मुद्दे को मीडिया में बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया गया है. मीडिया इस मामले में गवाहों से क्रॉस एग्ज़ामिन यानी दोबारा पूछताछ और बहस कर रहा है.
# सुशांत केस में फाउल प्ले के पहले ही याचिकाकर्ता (रिया) को मीडिया के द्वारा दोषी ठहराया जा रहा है.
# मामले को मुंबई के ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट को ट्रांसफर करने की बजाय बिहार राज्य ने इसे ‘गैरकानूनी’ तरीके से पटना के एडिशनल CMP को ट्रांसफर किया.
# इस केस को पहले ACJM पटना को कथित तौर पर ट्रांसफर किया गया और फिर 4 अगस्त को CBI को सौंप दिया गया.
# किसी मामले को CBI में इस तरह ट्रांसफर करने के नियम नहीं हैं.
# जैसे 2जी और आरुषि मर्डर केस में मीडिया ट्रायल में लोगों को दोषी करार दिया गया, पर अदालत में दोषमुक्त कर दिया गया. वैसे ही कोर्ट इस केस में भी विचार करे.
बता दें कि ED ने रिया चक्रवर्ती समते छह लोगों पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था. रिया, उनके भाई शौविक और पापा इंद्रजीत चक्रवर्ती से कई घंटों पूछताछ भी कर चुकी है. हालांकि रिया ने ED से मांग की थी कि सुप्रीम कोर्ट की अगली सुनवाई तक पूछताछ को टाल दिया जाए, पर ऐसा हुआ नहीं. जांच एजेंसी ने साफ इनकार कर दिया. वहीं, ED ने सुशांत के दोस्त संदीप को भी स्टेटमेंट रिकॉर्ड करने के लिए समन भेजा है.
वीडियो देखें : MeToo में नाम आने के बाद चार रातों तक सोए नहीं थे सुशांत, बाद में आरोप गलत निकले