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राहुल द्रविड़ ने अय्यर से क्या कहा कि टीम इंडिया की मैच में वापसी हो गई?

अय्यर ने बताया अर्धशतक बनाकर लौटे तो साथियों ने कैसे स्वागत किया.

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टेस्ट डेब्यू पर शतक और अर्धशतक जड़ने वाले इकलौते भारतीय बल्लेबाज़ श्रेयस अय्यर और हेड कोच राहुल द्रविड़ (पीटीआई फोटो)
28 नवंबर 2021 (Updated: 28 नवंबर 2021, 14:01 IST)
Updated: 28 नवंबर 2021 14:01 IST
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India vs New Zealand सीरीज़ के पहले टेस्ट मैच के चौथे दिन का खेल समाप्त हो चुका है. मैच के आखिरी दिन न्यूज़ीलैंड को जीत के लिए 280 रन और बनाने होंगे. वहीं भारतीय टीम को जीतने के लिए न्यूज़ीलैंड टीम के नौ बल्लेबाज़ों को आउट करना है. कानपुर के मैदान की धीमी और टर्निंग पिच को ध्यान में रखें तो चौथे दिन का खेल खत्म होने तक दोनों टीमों में से भारतीय टीम बेहद मज़बूत स्थिति में नजर आ रही है. जिसका श्रेय जाता है श्रेयस अय्यर, ऋद्धिमन साहा और भारतीय टीम के निचले क्रम के बल्लेबाजों को. अपना पहला ही मैच खेल रहे श्रेयस अय्यर के लिए तो ये मैच मानो एक सपने के सच होने जैसा रहा है. अय्यर ने इस मैच में वो कर दिखाया है जो आज तक क्रिकेट इतिहास में कोई अन्य भारतीय खिलाड़ी नहीं कर पाया है. अय्यर डेब्यू मैच में शतक और अर्धशतक जड़ने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज़ बन गए हैं. दिन का खेल खत्म होने के बाद अय्यर ने मैच के अपने प्रदर्शन के बारे में कहा,
'मैं पहले भी ऐसे हालातों में खेल चुका हूं. हालांकि भारत के लिए नहीं बल्कि अपनी रणजी टीम के लिए. मैं रणजी में भी यही करता था. प्लान था कि मैच को सेशन दर सेशन खेलना है और स्कोर को आगे बढ़ाना है. मैं ज्यादा दूर की नहीं सोच रहा था बस हर एक गेंद के साथ खेल को आगे बढ़ा रहा था.'
डेब्यू पर शतक और अर्धशतक जड़ने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज़ बनने पर जब उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने कहा,
'मुझे पता था कि मैं शतक और अर्धशतक जड़ने वाला पहला भारतीय बल्लेबाज़ हूं. जब मैं वापस आया तो टीम के साथियों ने मुझे इसके बारे में बताया. हां, बाकी टीमों के लिए कई खिलाड़ी ऐसा कर चुके हैं लेकिन मुझे बताया गया कि भारत के लिए ऐसा करने वाला मैं पहला खिलाड़ी हूं. यह काफी ख़ुशी की बात है लेकिन सबसे ज़रूरी मैच जीतना है.'
मैच में भारतीय टीम की स्तिथि पर अय्यर ने कहा कि उनके हिसाब से भारतीय टीम एक मजबूत स्तिथि में है. टीम के पास स्पिन डिपार्टमेंट में वो क्षमता है कि वो यहां से इस मैच को जीत सकें. अय्यर ने कहा,
'राहुल सर ने मुझसे कहा था कि मैं जितना ज़्यादा हो सके क्रीज़ पर जमा रहूं. मैंने सोचा था लीड को मिलाकर अगर हम 250 के स्कोर को पार कर जाते हैं तो इस पिच पर वे काफी रन होंगे. और किस्मत से हमने उससे ज्यादा ही बना लिए. सच कहूं तो पिच पर कुछ ख़ास नहीं हो रहा था. हमे एक मजबूत लक्ष्य खड़ा करना था. यही कोई 275-280 के आस-पास. हमारे पास स्पिन गेंदबाज़ी की ताकत है. हमे अपने स्पिन गेंदबाज़ों पर विश्वास जताना होगा और मुझे पता है कि वे निश्चित तौर पर आखिरी दिन न्यूज़ीलैंड के बल्लेबाज़ों को दवाब में डाल सकते हैं.'
चौथे दिन के खेल की बात करें तो भारतीय टीम के लिए शुरुआत बेहद खराब रही. भारत ने 14 रन पर एक विकेट से आगे खेलना शुरू किया. लेकिन शुरुआत में ही 51 रन तक पहुंचते-पहुंचते भारत के पांच विकेट गिर गए. हालांकि इसके बाद अय्यर और अश्विन ने पारी को संभाला. अय्यर ने 65 और अश्विन ने 32 रनों की पारी खेली. इसके बाद अश्विन आउट हुए तो विकेटकीपर बल्लेबाज़ ऋद्धिमन साहा ने पहले अय्यर के साथ और फिर अक्षर पटेल के साथ मैच भारत की तरफ मोड़ दिया. पारी घोषित करने से पहले साहा ने नाबाद 61 और अक्षर ने नाबाद 28 रन बनाए.

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