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13 साल की लड़की 'भाई, भाई' कहते गिड़गिड़ाती रही, लड़के रेप करते रहे, वीडियो बनाते रहे

एक ऐसा बर्बर वीडियो वायरल किया गया, जिसे देखा नहीं जा सकता.

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राजगीर में एक 13 साल की बच्ची (दाहिने) का बलात्कार हुआ, और बचाव कर रहे उसके दोस्त (बाएं) को पीटा गया. घटना का बाद में वीडियो भी वायरल कर दिया गया.
30 सितंबर 2019 (Updated: 30 सितंबर 2019, 13:08 IST)
Updated: 30 सितंबर 2019 13:08 IST
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बिहार का राजगीर. मध्यकाल के मगध देश की राजधानी नालंदा का एक छोटा-सा शहर. वही नालंदा, जो अब महज़ एक शहर है. बुद्ध का शहर. वही मगध, जो अब कहीं नहीं है. राजगीर, जहां पहाड़, झरने और तमाम खूबसूरती है. गूगल से देखो तो पटना से लगभग 94 किलोमीटर दूर. यहां से एक वीडियो सामने आता है. एक लड़की और लड़का पहाड़ियों पर बैठे हुए हैं. वहां कुछ स्थानीय पुरुष उन्हें घेर लेते हैं. और फिर जो हुआ, उसे हम लिखकर ही बता सकते हैं, दिखा नहीं सकते.
लड़के वीडियो बनाते रहते हैं. उसके साथ बैठे लड़के को पीटते हैं. लड़की से पूछते हैं, "देगी न?"
घबराई-डरी लड़की कहती है, "हां."
लड़के खींचकर लड़की के कपड़े उतारने लगते हैं. लड़की हाथ जोड़कर कहती है, "ऐ भयिवा! हमरी जिनगी का सवाल है. छोड़ दे हमरा के. बहिन समझ के छोड़ दे. छोड़ दे भयिवा!"
लड़की जिनको "भयिवा" यानी "भाई" कह रही है, वो उसकी बात नहीं सुनते हैं. उसके कपड़े उतारते रहते हैं. वो बचाने की कोशिश करती रहती है. हाथ जोड़ती रहती है. ऐसे में बलात्कारी आसाराम बापू का नाम याद आना लाज़िम है, जिन्होंने निर्भया रेप केस के बाद कहा था कि अगर लड़की बलात्कारियों को अपना भाई कह देती तो वो उसे माफ़ कर देते. निर्भया केस में बलात्कारी नहीं रुके, आसाराम बापू भी बलात्कार करते समय नहीं रुके और राजगीर के ये लोग भी नहीं.
लड़की का दोस्त भी रोकने की कोशिश करता है, लेकिन उसे फिर से धमकाया जाता है. 2-3 झापड़ मारे जाते हैं. रोती हुई लड़की कहती है, "हम देंगे. हम देंगे. ना भागेंगे."
बलात्कार की कोशिश कर रहे लड़के डराते हैं. कहते हैं कि "दे दो, वरना वीडियो वायरल कर देंगे." डरी हुई लड़की कहती है, "जल्दी छोड़ दो, कोचिंग का समय हो रहा है."
लड़की अपने हाथ से खुद को छिपाने की कोशिश करती है. रोती रहती है. इतना डर जाती है कि खुद को बचाने की कोई कोशिश नहीं करती है, क्योंकि उसे बार-बार मारने की धमकी दी जाती है. बलात्कार कर रहे लोग कहते हैं कि चुपचाप रहो वरना पहाड़ी से नीचे फेंक देंगे. मार डालेंगे. खुद को छोड़ देने की भीख मांग रही लड़की चुप हो जाती है, फिर से कहती है कि छोड़ दिया जाए उसे, उसको देर हो जाएगी.
बलात्कार के बाद 
बलात्कारी वही करते हैं, जिसकी वे धमकी देते हैं. वे घटना का वीडियो वायरल कर देते हैं. अखबारों की मानें तो इस मामले का वीडियो पिछले हफ्ते सोमवार-मंगलवार यानी 23-24 सितंबर को राजगीर के साथ-साथ नालंदा के कई इलाकों में फ़ैल जाता है. धीरे-धीरे सोशल मीडिया पर लोग इस मसले को लेकर आते हैं. वीडियो के हिस्से अपलोड किए जाते हैं और कार्रवाई की मांग की जाती है. पुलिस हरकत में आती है. पीड़िता की उम्र पता चलती है 13 साल.
इस मामले में नालंदा में प्रदर्शन भी हुए,आगजनी भी हुई.
इस मामले में नालंदा में प्रदर्शन भी हुए,आगजनी भी हुई.

पुलिस ऐसे हरकत में आई 
धीरे-धीरे पूरे नालंदा में प्रदर्शन होने लगते हैं. प्रभात खबर में 25 सितम्बर को छपी खबर के मुताबिक़, इस दिन राजगीर पूरा दिन बंद रहा. स्थानीय लोगों ने जगह-जगह आगजनी की. सड़कें जाम की गयीं. कारण? भीड़ गुस्से में थी. मांग कर रही थी कि इस घटना के संदिग्धों को पुलिस जनता के हवाले कर दे, या तो सीधे-सीधे फांसी की सजा दे दे. इसके दिन पहले यानी 24 सितम्बर की रात पुलिस एसपी नीलेश कुमार और डीएसपी सोमनाथ प्रसाद ने छापेमारी के बाद लोगों को गिरफ्तार किया.
पुलिस ने गंगा राजवंशी, करण राजवंशी, गुगल राजवंशी, विजय कुमार और सोनू कुमार की गिरफ्तार किया. 'दी लल्लनटॉप' से बातचीत में नालंदा एसपी नीलेश कुमार ने जानकारी दी,
"ये घटना 16 सितम्बर की है. लेकिन 24 सितम्बर को इस मामले का वीडियो हमें स्थानीय पत्रकार के माध्यम से मिला. फिर हमने वीडियो के माध्यम और अपने सूत्रों के माध्यम से पीड़िता की शिनाख्त की. पुलिस अधिकारियों की टीम पीड़िता से मिलने गयी. पीड़िता की काउंसिलिंग हुई, फिर पीड़िता को FIR दर्ज करने के लिए मनाया गया."
लड़की का बयान
पीड़िता ने अपनी FIR में बलात्कार होने की बात कही है. इसके बाद पीड़िता का CrPC 164 के तहत बयान दर्ज किया गया. इस बयान के बाद पीड़िता की मेडिकल जांच की गयी. पुलिस ने ये भी जानकारी दी कि गिरफ्तार किए सभी अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
पत्रकारों की मूर्खता 
वीडियो वायरल होने के बाद राजगीर में हुए प्रदर्शन के बाबत पुलिस ने कहा कि जब इस घटना का वीडियो वायरल होना शुरू हुआ, तो कुछ पत्रकारों ने वीडियो यूट्यूब पर डाल दिया. पीड़िता के पिता से बात की और सहमति ले ली कि वे उसका नाम उजागर कर सकते हैं. उनके खिलाफ केस दर्ज हुआ तो उन्होंने प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों की मांगें नहीं मानी जा सकती थीं. उनके प्रदर्शनों के पहले ही पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था.
बलात्कार उतने आम हैं जितना लड़की होना 
स्थानीय सूत्र बताते हैं कि नालंदा के इस इलाके में ऐसी घटनाएं बहुत लम्बे समय से होती आती रही हैं. कई बार प्रेमी जोड़े एक दूसरे के साथ ऊपर की पहाड़ियों में जाते हैं और स्थानीय उन्हें घेर लेते हैं. बलात्कार करते हैं और वीडियो बनाते हैं. हालांकि एसपी नीलेश कुमार ने इस बात से इंकार किया है. कहा कि उनके प्रशासनिक काल में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ, ये पहली घटना है.
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एक लड़की के साथ 'दुष्कर्म' हुआ, इस वाक्य को पढ़ना जितना आसान है, उतना उसकी कल्पना करना नहीं है. उसको आने सामने घटते देखना तो दूर की बात है. गिड़गिड़ाती हुई लड़की और उसके साथ बर्बरता करते हुए लोगों को देखना उतना आसान नहीं है, जितना अख़बार के एक कॉलम में उसे पढ़ना है.
अपने फोन, वॉट्सऐप और ट्विटर पर ये वीडियो देखकर एहसास होता है कि हम सब उस लड़की के थोड़े-थोड़े गुनाहगार हैं. क्योंकि वो हम ही हैं, जिसने ऐसा समाज बनाया है जिसमें लड़की को लड़के से मिलने के लिए सुनसान इलाके में जाना पड़ता है. और रेप होते वक़्त ये सोचना पड़ता है कि भले ही रेप हो जाए, मगर कोई वीडियो न बनाए.


वीडियो : बलात्कार पीड़िता ने अपने ही रेप का वीडियो क्यों वायरल कर दिया?

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