राजस्थान का भरतपुर. यहां की BJP सांसद हैं रंजीता कोली. गुरुवार, 27 मई की देर रात वह एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण करके घर लौट रही थीं. रास्ते में कुछ लोगों ने उनकी कार पर हमला बोल दिया. हमले के दौरान सांसद बेहोश हो गईं. उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा. बाद में, सांसद ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया. ये भी दावा किया कि भरतपुर के डीएम को लगातार कॉल की गईं लेकिन उन्होंने फोन तक नहीं उठाया.
‘कार पर पत्थर फेंके, सरिया से किया हमला’
आजतक के सुरेश फौजदार की रिपोर्ट के मुताबिक, घटना उस समय हुई जब सांसद रंजीता कोली देर रात करीब 11:30 बजे दौरे के बाद अपने घर बयाना जा रही थीं. आरोप है कि करीब पांच बदमाशों ने सांसद की कार रुकवा ली. पत्थर फेंकने लगे. लोहे की सरिया से भी हमला किया गया. इस हमले में सांसद की गाड़ी के शीशे टूट गए. इस हमले में गाड़ी के अंदर बैठीं सांसद, उनके गार्ड और अन्य लोगों को चोट नहीं आई.
सांसद रंजीता कोली के ट्वीट हैंडल से इस बारे में ट्वीट किया गया-
आज रात भरतपुर के आरबीएम हॉस्पिटल का निरीक्षण करने के बाद सीएचसी वैर का निरीक्षण करने जा रहीं भरतपुर सांसद श्रीमती रंजीता कोली जी के काफिले पर धरसोनी गांव के समीप हथियार बंद बदमाशों द्वारा हमला किया गया।@BJP4India @JPNadda @BJP4Rajasthan @DrSatishPoonia @chshekharbjp pic.twitter.com/CJkBECepDJ
— Ranjeeta Koli MP (@RanjeetaKoliMP) May 27, 2021
दावा किया गया कि हमला इतना भयावह था कि सांसद बेहोश हो गईं. पुलिस से संपर्क किया गया, लेकिन पुलिस को घटनास्थल तक पहुंचने में 45 मिनट लग गए. सांसद की टीम ने ये भी आरोप लगाया कि भरतपुर के डीएम को लगातार फोन करने के बाद भी उनकी तरफ से फोन नहीं उठाया गया. बताया गया कि हमले के दौरान बेहोश हुईं सांसद को RBM अस्पताल जे जाया गया. इलाज के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई.
रंजीता कोली ने बाद में कहा कि
मेरी किसी से रंजिश नहीं है. लेकिन अगर मेरे पास सुरक्षा गार्ड नहीं होते तो मैं जिंदा नहीं होती.
सांसद के आरोपों पर भरतपुर के डीएम हिमांशु गुप्ता ने दी लल्लनटॉप से बातचीत में कहा-
सांसद के साथ जो पीएस थे, मिस्टर दीपक. उनसे मेरी बात हुई थी, लगातार मैं मॉनिटर कर रहा हूं. रात को RBM अस्पातल में डॉक्टर हैं कि नहीं, एंबुलेस चाहिए कि नहीं चाहिए, पुलिस टाइम से पहुंचे. ये मॉनिटर करके जब वह हॉस्पिटल से डिस्चार्ज हुईं, उसके बाद भी प्रोटोकॉल के अनुसार मैंने संपर्क किया. शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज हुआ है.
3 दिन पहले सीएम को पत्र लिखा था
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सांसद रंजीता कोली ने तीन दिन पहले ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को एक पत्र लिखा था. इसमें उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र भरतपुर में RT-PCR टेस्ट कम होने की शिकायत की थी. सांसद का कहना था कि टेस्ट नहीं होने से कोरोना के मरीजों का सही तरीके से पता नहीं लग पा रहा है. भरतपुर जिले में पॉजिटिव केसों की संख्या को ना छुपाया जाए. सांसद ने अपने संसदीय क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में रोजाना 5000 RT-PCR टेस्ट कराए जाने की मांग की थी.
सांसद की कार पर हमले के बाद राजस्थान बीजेपी अध्यक्ष सतीश पूनिया ने सीएम अशोक गहलोत पर निशाना साधा. कहा कि राजस्थान अपराधों की राजधानी बन गई है. गहलोत को सत्ता में रहने का हक नहीं है.
कल रात भरतपुर के वैर CHC का औचक दौरा करने जा रही @RanjeetaKoliMP पर हमला हुआ है;एक तरफ़ रोटी माँगती महिला की अस्मत सुरक्षित नहीं;दूसरी तरफ़ जनप्रतिनिधि पर क़ातिलाना हमला;@ashokgehlot51 जी आपने राजस्थान को अपराधों की राजधानी बना दिया है;आप सत्ता में बने रहने का हक़ खो चुके हैं। https://t.co/kTBkJvfhTk
— Satish Poonia (@DrSatishPoonia) May 28, 2021
रंजीता कोली के बारे में बता दें कि उन्होंने साल 2019 में पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ा था. भरतपुर सीट से ही. जीत मिल गई थी. कांग्रेस के अभिजीत कुमार जाटव को भारी मतों से हराया था. हालांकि उनके ससुर गंगाराम कोली तीन बार सांसद रह चुके हैं.
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