भारत सरकार ने 2 सितंबर को 118 चाइनीज ऐप्स पर बैन लगाया था, जिनमें पबजी मोबाइल (PUBG Mobile) और पबजी मोबाइल लाइट भी नप गईं. इन गेम्स के बैन होने पर ‘चिकन डिनर’ के शौक़ीन तो ग़म के माहौल में हैं, मगर इस बीच दूसरे कुछ गेम्स की चांदी हो चली है. और इनमें सिर्फ कॉल ऑफ ड्यूटी और गरेना फ्री फायर जैसे बैटल रोयाल गेम शामिल नहीं हैं बल्कि लूडो जैसे हल्के-फुल्के ऐप्स भी हैं.
पबजी बैन से सबसे ज्यादा फायदा किसका?
पबजी 2 सितंबर को बैन हुआ और उसी दिन से लोगों ने दूसरे गेम्स पर धावा बोल दिया. सेन्सर टावर नाम की एक सर्विस है, जो दुनियाभर में ऐप्स के डाउनलोड नंबरों पर नज़र रखती है. इसके फ़्री गेम्स के चार्ट में पबजी के बैन होने के बाद से रिपोर्ट लिखे जाने तक, यानी 9 सितंबर तक कॉल ऑफ ड्यूटी मोबाइल, गरेना फ्री फायर और लूडो किंग लगातार पहली तीन पोज़ीशन पर बने हुए हैं.

एंट्रैकर की रिपोर्ट के मुताबिक, 2 सितंबर से 5 सितंबर के बीच यानी महज 4 दिनों में इंडिया में गरेना फ्री फायर को 21 लाख बार डाउनलोड किया गया. इन्हीं चार दिनों में लूडो किंग ऐप को 15 लाख बार डाउनलोड किया गया. मगर सबसे ज़्यादा मजेदार आंकड़े तो कॉल ऑफ ड्यूटी मोबाइल के हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, इस बैटल रोयाल गेम को पिछले 30 दिन में 15.6 लाख बार डाउनलोड किया जा चुका है, जिसमें से 11.5 लाख डाउनलोड तो इन्हीं चार दिनों में आए हैं.
गरेना फ्री फायर भी पबजी की ही तरह एक बैटल रोयाल गेम है. मगर इसे ज्यादातर वो लोग खेलते थे, जिनके फ़ोन में पबजी ठीक से नहीं चलता था. इसका कॉम्पटीशन सीधा सीधा पबजी मोबाइल लाइट से था. इसको बनाया है सिंगापुर की कंपनी सी लिमिटेड (Sea Limited) ने.

कॉल ऑफ ड्यूटी का नाम तो करीब 17 साल पुराना है. हां बस इसका मोबाइल ऐप पिछले साल अक्टूबर में आया था. और आते ही इसने तूफान सा मचा दिया था. इस गेम की फैन फॉलोइंग दुनिया भर में हैं. इसके पीछे अमेरिका की कंपनी Activision Blizzard (ऐक्टिविज़न ब्लिज़र्ड) है. कॉल ऑफ ड्यूटी मोबाइल गेम में 5% हिस्सेदारी टेनसेंट के TiMi स्टूडियो की थी. मगर हाल ही में ऐक्टिविज़न ने टेनसेंट ने नाता तोड़ लिया है. वैसे ही जैसे पबजी ने हाल में तोड़ा है.

क्या पबजी पर से बैन हटेगा?
पबजी जिनके फ़ोन में पड़ा है, वो लोग तो अभी भी गेम खेल पा रहे हैं, मगर 4 सितंबर को ही ये प्ले स्टोर और एप्पल ऐप स्टोर से गायब हो चुका है. इसका मतलब ये है कि नए लोग गेम डाउनलोड नहीं कर पा रहे हैं.
पबजी ने इंडिया में वापस आने के लिए दिक्कत की जड़ को निपटाने का फ़ैसला किया है. उसने अपने चाइनीज साथी टेनसेंट को बाय-बाय कर दिया है. यानी अब इंडिया में पबजी को टेनसेंट पब्लिश नहीं करेगा. फिलहाल तो पबजी ने नए पब्लिशर के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है, मगर उसके इस कदम से वापस आने की संभावना तो जग ही गई है.
वीडियो: पबजी ने ऐसा काम कर डाला है, जिससे इसका इंडिया बैन हटने का रास्ता खुल सकता है!