पाकिस्तान के हिल स्टेशन में भारी बर्फबारी, गाड़ियों में फंसने से 22 पर्यटकों की मौत
एक हजार गाड़ियां अब भी फंसी हैं, मदद के लिए सेना बुलाई गई.
अंतरराष्ट्रीय न्यूज एजेंसी AFP की रिपोर्ट के अनुसार, सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में कारों की छतों पर एक मीटर ऊंचे बर्फ के ढेर दिखाई दे रहे हैं. राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र ने कहा है कि 9 जनवरी की दोपहर तक तक क्षेत्र में भारी बर्फबारी की आशंका है.مری ٹریفک اپ ڈیٹس۔ ملکہ کوہسار مری میں برفباری جاری، گذشتہ دو دن میں اب تک 83000 گاڑیاں داخل ہو چکی ہیں۔ راولپنڈی پولیس کے افسران و اہلکار مستعدی کے ساتھ ڈیوٹی سرانجام دیتے ہوئے ٹریفک کی روانی اور سیاحوں کی سہولت کے لیے مصروف عمل ہیں۔ @SajidKianiPSP @OfficialDPRPP @ctprwp pic.twitter.com/gnPTKbVZPs
— Rawalpindi Police (@RwpPolice) January 5, 2022
इस बीच पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख रशीद ने एक वीडियो संदेश में कहा,راولپنڈی پولیس کامری میں ریسکیواینڈریلیف آپریشن جاری۔ریجنل پولیس آفیسرراولپنڈی ریجن اشفاق احمدخان دیگر افسران کے ہمراہ تمام انتظامات کی بذات خودنگرانی کررہےہیں۔فرسٹ ایڈ کےساتھ ساتھ ادویات،خوراک اورگرم کپڑوں کی فراہمی کاسلسلہ بھی جاری ہے.#Murree #PunjabPolice #AtYourService pic.twitter.com/PT8DkSmJFR
— RPO Rawalpindi (@Rporwp) January 8, 2022
15 से 20 वर्षों में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में पर्यटक मुरी आए, जिसने एक बड़ा संकट पैदा कर दिया. सरकार को इस्लामाबाद से मुरी तक सड़क बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ा. सड़कों से वाहनों को हटाने के लिए सेना को तैनात किया गया है.कारों में 16-19 मौतें हुईं हैं. स्थानीय लोगों ने फंसे हुए लोगों को भोजन और कंबल उपलब्ध कराए हैं.उन्होंने कहा कि सरकार ने उन पर्यटकों पर भी प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है, जो मुरी जाने की योजना बना रहे हैं. यह मुरी जाने का सही समय नहीं है. वहीं प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बयान में कहा कि पर्यटकों की मौत से वे स्तब्ध और दुखी हैं. उन्होंने ट्वीट किया,
जबरदस्त बर्फबारी और मौसम की स्थिति जाने बिना भारी संख्या में पर्यटकों के आने से जिला प्रशासन तैयारी नहीं कर सका. जांच के आदेश दिए गए हैं और इस तरह की त्रासदी दोबारा न हो, इसके लिए कड़े नियम बनाए जा रहे हैं.
इस बीच पाकिस्तानी सेना के जवान बचाव कार्य में मदद के लिए मुरी पहुंचे हैं. इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस ने एक बयान में कहा कि मुख्य राजमार्गों को खोलने में मदद के लिए सेना के इंजीनियर भी इलाके में पहुंच गए हैं. बयान में कहा गया है,Shocked & upset at tragic deaths of tourists on road to Murree. Unprecedented snowfall & rush of ppl proceeding without checking weather conditions caught district admin unprepared. Have ordered inquiry & putting in place strong regulation to ensure prevention of such tragedies.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) January 8, 2022
सेना के इंजीनियर डिवीजन और एफडब्ल्यूओ की भारी मशीनरी फंसे हुए लोगों की सहायता के लिए बिना रुके काम कर रही है, जहां मशीनरी नहीं पहुंच सकती है, सैनिक गए हैं और वे सड़कों को खोल रहे हैं.नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता और पीएमएल-एन के अध्यक्ष शहबाज शरीफ ने कहा कि वह मुरी में हुई त्रासदी से दुखी हैं. उन्होंने सवाल किया कि इन मौतों के लिए कौन जिम्मेदार है.