The Lallantop
Advertisement

नागालैंड: पैरा स्पेशल फोर्सेज के खिलाफ मर्डर का केस दर्ज, अब तक 14 नागरिकों की मौत

21 पैरा स्पेशल फोर्सेज की गोलीबारी में इन ग्रामीणों की मौत हुई थी

Advertisement
Img The Lallantop
अब तक नागालैंड में सुरक्षा बलों की कार्रवाई में 14 प्रदर्शनकारियों की मौत हो चुकी है. (तस्वीर: इंडिया टुडे)
6 दिसंबर 2021 (Updated: 6 दिसंबर 2021, 09:37 IST)
Updated: 6 दिसंबर 2021 09:37 IST
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

नागालैंड पुलिस (Nagaland Police) ने शनिवार शाम MON जिले में आम नागरिकों पर गोलीबारी को लेकर भारतीय सेना (Indian Army) के 21 पैरा स्पेशल फोर्सेज के खिलाफ FIR दर्ज की है. पुलिस ने यह FIR स्वत: संज्ञान लेते हुए दर्ज की है. शनिवार को हुई गोलीबारी में 13 लोगों की मौत हो गई थी. एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक अपनी FIR में नागालैंड पुलिस ने स्पष्ट रूप से कहा है कि इस ऑपरेशन से पहले पैरा फोर्सेज ने स्थानीय पुलिस को जानकारी नहीं दी थी, न ही कोई पुलिस गाइड लिया गया था. इसलिए यह स्पष्ट है कि सुरक्षा बलों की मंशा नागरिकों की हत्या करने और उन्हें घायल करने की थी. FIR अपने आप में नया मामला नागालैंड पुलिस द्वारा दर्ज की गई FIR अपने आप में एक नया मामला है. दरअसल, म्यांमार की सीमा से सटा नागालैंड का MON जिला AFSPA एक्ट के तहत आता है. ऐसे में जब तक केंद्र सरकार अनुमति नहीं देती, तब तक सेना पर मुकदमा नहीं चलाया जा सकता है. ऐसे में यह एक दुर्लभ मामला है, जिसमें पुलिस ने नागरिकों पर गोलीबारी के आरोप में सेना के विशेष बलों के खिलाफ स्वत: हत्या की FIR दर्ज की है.
Whatsapp Image 2021 12 06 At 09.15.20
FIR की copy
जानिए, कैसे फैली हिंसा?
नागालैंड के MON जिले में शनिवार, 4 दिसंबर की शाम को कुछ मजदूर कोयले की खदान में काम कर एक मिनी पिकअप ट्रक से वापस लौट रहे थे.  21 पैरा स्पेशल फोर्सेज के जवानों को लगा कि ये लोग विद्रोही (Insurgent) हैं, इस वजह से जवानों ने उन पर गोली चला दी. इस गोलीबारी में 6 मजदूरों की मौत हो गई. जब ये मजदूर काफी देर तक घर नहीं लौटे, तो गांव वालों ने उन्हें खोजना शुरू किया. खोजने पर गांव वालों को उनके शव मिले. इसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने सेना के वाहनों को घेर लिया और उनमें आग लगा दी. इस दौरान हुई झड़प में एक सैनिक मारा गया. अपने बचाव में सैनिकों ने फायरिंग की जिसमें 7 और ग्रामीणों की मौत हो गई.
Assam Rifles के मुताबिक, Nagaland के Oting में विद्रोहियों की हलचल होने की एकदम पक्की सूचना मिली थी.
         गुसाई भीड़ ने सेना के वाहन जलाए. (PTI)


इसके अगले दिन रविवार 06 दिसंबर को 13 ग्रामीणों की मौत से गुस्साई भीड़ (Angry Mob) ने असम राइफल्स ( Assam Rifles) के कैंप और कोंयाक यूनियन (Konyak Union) के कार्यालय में कथित तौर पर तोड़फोड़ की. जिसके बाद असम राइफल के जवानों ने भीड़ पर फायरिंग की. इस फायरिंग में प्रदर्शन कर रहा एक ग्रामीण मारा गया, जबकि 2 अन्य घायल हो गए. मोन जिले में धारा 144 लागू नागालैंड के मोन जिले में लगातार बिगड़ते हालात के चलते धारा-144 लागू कर दी गई है. साथ ही सभी गैर-जरूरी वाहनों की आवाजाही को पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है. सोशल मीडिया पर इस हिंसा को लेकर अफवाहों पर रोक लगाने के लिए सरकार ने जिले में इंटरनेट सेवाओं को बैन कर दिया है.
जानकारी के लिए बता दें कि आम नागरिकों की मौत पर सेना ने कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के तहत कार्रवाई करने के आदेश दे दिए हैं. राज्य सरकार भी इस पूरे मामले की SIT जांच के आदेश जारी कर चुकी है.

thumbnail

Advertisement

election-iconचुनाव यात्रा
और देखे

Advertisement

Advertisement