गांधी को गाली देने वाले कालीचरण की गिरफ्तारी पर एमपी के गृहमंत्री ने सवाल क्यों उठाए? जानिए
छत्तीसगढ़ पुलिस ने आज तड़के कालीचरण को मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया
छत्तीसगढ़ और एमपी आपस में भिड़े कालीचरण महाराज की गिरफ्तारी को लेकर छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश सरकार में ठन गई है. छत्तीसगढ़ पुलिस की कार्रवाई पर मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा,#WATCH Raipur Police arrests Kalicharan Maharaj from Madhya Pradesh's Khajuraho for alleged inflammatory speech derogating Mahatma Gandhi
(Video source: Police) pic.twitter.com/xP8oaQaR7G — ANI (@ANI) December 30, 2021
कालीचरण जी ने जो बोला वो भी आपत्तिजनक था, जिस तरह से उनकी गिरफ्तारी की गई है ये भी आपत्तिजनक है, जो गलत है उसको हम गलत कह रहे हैं. रात के 3 बजे सन्नाटे में किसी नक्सली को नहीं उठाया करती है पुलिस. थाने को सूचना देकर उठा लेते. गिरफ्तारी के बाद थाने को सूचना दे देते.
उन्होंने आगे कहा,#KalicharanMaharaj ने जो कहा वह भी आपत्तिजनक था और छत्तीसगढ़ पुलिस ने जिस तरह से गिरफ्तारी की वह भी आपत्तिजनक है।@bhupeshbaghel जी हमें आपके तरीके पर आपत्ति है। जो गलत है हम उसे ही गलत कह रहे हैं। pic.twitter.com/L3UldtlW7X
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) December 30, 2021
हमें तरीके पर आपत्ति है, छत्तीसगढ़ पुलिस के. यह इंटर स्टेट प्रॉटोकॉल का उल्लंघन कांग्रेस की छत्तीसगढ़ सरकार को नहीं करना था. संघी मर्यादा इसकी बिल्कुल इजाजत नहीं देती है. उन्हें सूचना देनी चाहिए थी. छत्तीसगढ़ सरकार चाहती तो उनको नोटिस देकर भी बुला सकती थी. मैंने मध्य प्रदेश के DGP को कहा है कि तत्काल छत्तीसगढ़ के DGP से बात करें कि ये क्या तरीका है उनका. गिरफ्तारी के इस तरीके पर आपत्ति व्यक्त करना है. अपना विरोध दर्ज कराएं और स्पष्टीकरण भी लें.
नरोत्तम मिश्रा की आपत्ति पर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कहा,कालीचरण महाराज की गिरफ्तारी छत्तीसगढ़ पुलिस ने जिस तरीके से की है वह संघीय मर्यादा के खिलाफ है। कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ सरकार को इंटरस्टेट प्रोटोकॉल का उल्लंघन नहीं करना चाहिए था।@DGP_MP को छग DGP से बात कर गिरफ्तारी के तरीके पर विरोध जताकर स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिए है। pic.twitter.com/pWYXDlFvgm
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) December 30, 2021
महात्मा गांधी के बारे में कोई अभद्र टिप्पणी करे तो उसके ऊपर कार्रवाई होगी. छत्तीसगढ़ पुलिस ने कार्रवाई की है. उनके परिवार वालों को सूचना दे दी गई. उनके वकील को सूचना दे दी गई. 24 घंटे के भीतर कोर्ट में पेश कर दिया जाएगा. नरोत्तम मिश्रा जी ये बताएं कि महात्मा गांधी को गाली देने वाले व्यक्ति की गिरफ्तारी से वो खुश हैं या दुखी हैं. दूसरी बात ये है कि किसी नियम का उल्लंघन नहीं हुआ है.
कालीचरण ने महात्मा गांधी के लिए क्या कहा था? 25 और 26 दिसंबर को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में हुई धर्म संसद में कालीचरण ने महात्मा गांधी के बारे में अपमानजनक शब्द कहे थे. उन्होंने महात्मा गांधी को बंटवारे के लिए जिम्मेदार बताते हुए बापू की हत्या को सही ठहराया था. ऐसा कहते हुए उनका एक वीडियो भी वायरल हुआ था. इसमें कालीचरण कह रहे हैं,भाजपा नेता ये बताएं कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी को गाली देने वाले व्यक्ति की गिरफ्तारी पर वे खुश हैं या दुखी? pic.twitter.com/S6bl8BiXiU
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) December 30, 2021
“इस्लाम का लक्ष्य राजनीति के माध्यम से राष्ट्र पर कब्जा करना है. हमारी आंखों के सामने उन्होंने 1947 में कब्जा कर लिया था. उन्होंने पहले ईरान, इराक और अफगानिस्तान पर कब्जा किया था. उन्होंने राजनीति के माध्यम से बांग्लादेश और पाकिस्तान पर भी कब्जा कर लिया. महात्मा गांधी ने सत्यानाश कर दिया. नाथूराम गोडसे जी को नमस्कार है, मार डाला उस ** गांधी को.”कालीचरण ने अपने भाषण में AIMIM प्रमुख और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ भी अपशब्दों का इस्तेमाल किया था. उन्होंने एक समुदाय विशेष को दंगा करने के लिए हमेशा तैयार रहने वाला भी बता दिया था. इस दौरान कालीचरण ने हिंदू समुदाय के लोगों से यह भी कहा था कि वो एक कट्टर हिंदूवादी नेता को सत्ता में बिठाएं, फिर चाहे वो किसी भी पार्टी का हो. रायपुर में दर्ज हुआ था केस इस मामले में कालीचरण के खिलाफ रायपुर में ही एक FIR दर्ज की गई थी. कालीचरण के खिलाफ टिकरापारा क्षेत्र में लोगों में डर पैदा करने, अशांति और अश्लीलता फैलाने की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था. यह FIR रायपुर के पूर्व मेयर प्रमोद दुबे ने दर्ज कराई थी. FIR लिखे जाने के बाद कालीचरण ने एक वीडियो भी जारी किया था जिसमें उसने अपना बयान वापस लेने से इंकार किया था. उसने कहा था,
ऐसी एफआईआर से मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है. मैं गांधी का विरोधी हूं और गांधी से नफरत करता हूं. इसके लिए अगर फांसी की सजा भी सुनाई जाएगी तो स्वीकार है.