मध्य प्रदेश का शहर इंदौर. दिन 29 दिसम्बर. यहां पर दक्षिणपंथी हिंदूवादी संगठनों के लोगों ने एक रैली निकाली. ये रैली अयोध्या में राम जन्मभूमि निर्माण महोत्सव के उपलक्ष्य में निकाली गई. इस दौरान राम मंदिर के निर्माण के लिए चंदा मांगा जा रहा था. रैली गुज़री मुस्लिम बहुल गांव से. इसके बाद हिंसा हो गई. 12 से ज़्यादा लोग घायल हो गए. पुलिस वीडियो सबूतों के आधार पर लोगों की शिनाख्त करने और उन पर कार्रवाई करने का दावा कर रही है.
बता दें, इसके पहले 25 दिसंबर को भाजयुमो की बाइक रैली उज्जैन के मुस्लिम बहुल बेगम बाग़ मोहल्ले से गुज़री थी. उसके बाद दो पक्षों के बीच पथराव हुआ था. इसे लेकर पुलिस की कार्रवाई पर सवाल भी उठे थे.
इंदौर में क्या हुआ?
चंदनखेड़ी गांव, गौतमपुरा थाना क्षेत्र. आरोप है कि रैली में शामिल लोग गांव में मौजूद एक मस्जिद के सामने से खड़े होकर नारे लगाने लगे. पुलिस ने मीडिया से बातचीत में बताया कि इसे लेकर दोनों समुदायों के लोगों के बीच बहस होने लगी. देखते ही देखते पत्थरबाज़ी चालू हो गयी.
स्थानीय लोगों ने ये भी आरोप लगाया कि रैली में शामिल लोग मस्जिद के बाहर खड़े होकर हनुमान चालीसा पढ़ने लगे. मस्जिद में उस समय नमाज़ अदा की जा रही थी. इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर में दावा किया गया कि स्थिति तब बिगड़ने लगी, जब हाथ में भगवा झंडा लिए कुछ लोग ‘जय श्री राम’ चिल्लाते हुए मस्जिद पर चढ़ गए और मीनार को क्षति पहुंचाने लगे. इस पूरी घटना के कुछ वीडियो भी सामने आने का दावा किया गया हैं. इन वीडियो में कुछ लोग कई गाड़ियों को तोड़ते हुए और एक घर को जलाने का प्रयास करते हुए दिख रहे हैं.,
पुलिस का क्या कहना है?
इंदौर के IG योगेश देशमुख ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि वीडियो के आधार पर कुल 24 लोगों को हिरासत में लिया गया है. दोनों पक्षों से और भी कई लोग हिरासत में लिए जा सकते हैं. जो लोग मस्जिद पर चढ़े थे, उनकी पहचान की जाएगी और उचित धाराओं में कार्रवाई की जाएगी, ऐसा पुलिस ने दावा किया है.
उज्जैन की घटना में क्या हुआ था?
उज्जैन में भाजयुमो की रैली के दौरान पथराव की घटना के बाद प्रशासन पर आरोप लगा कि उन्होंने समुदाय विशेष के लोगों के कई मकान अवैध निर्माण बताते हुए अगले ही दिन तोड़ दिए . रासुका यानी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई को लेकर भी पुलिस पर सवाल उठे. पुलिस ने इस मामले में अब तक कुल 15 लोगों को पकड़ा है. इनमें से 5 पर रासुका लगायी गयी है जबकि 10 लोगों पर हत्या के प्रयास का मुक़दमा दर्ज किया गया है. गौर करने वाली बात ये है कि ये सभी लोग बेगम बाग़ मोहल्ले के ही हैं. भाजयुमो के कार्यकर्ताओं और रैली में शामिल दूसरे लोगों पर कार्रवाई नहीं हुई है.
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