केंद्र सरकार ने कोरोना की दो वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है. ये वैक्सीन हैं- कोविशील्ड और कोवैक्सीन. इनमें से कोविशील्ड वैक्सीन के रेट और बाजार में इसके आने के बारे में जानकारी सामने आई है. कोविशील्ड को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने बनाया है. सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला ने दावा किया है कि कोरोना की वैक्सीन कोविशील्ड फरवरी-मार्च तक बाजार में आ जाएगी.
अदार पूनावाला का कहना है-
वैक्सीन की 5 करोड़ डोज वितरण के लिए तैयार हैं. हमें सरकार के खरीद आदेश का इंतजार है. वैक्सीन फरवरी-मार्च तक बाजार में आ जाएगी. इस वैक्सीन का कोई गंभीर साइड इफेक्ट नहीं है. लंबी सुरक्षा के लिए दो खुराक जरूरी होगी. तीन महीने के अंतराल में वैक्सीन 90 प्रतिशत असरदार है. हम सरकार को वैक्सीन 200 रुपए और आम पब्लिक को 1000 रुपए में बेचेंगे.
इससे पहले COVISHIELD के अप्रूवल पर खुशी जताते हुए उन्होंने ट्वीट किया था. कहा था-
सबको नया साल मुबारक हो, हमने वैक्सीन को जमा करके जितना बड़ा रिस्क लिया था, वह सफल हो गया. भारत की पहली कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड अप्रूव हो गई है. यह सुरक्षित और इफेक्टिव है, अगले कुछ हफ्तों में यह मिलने लगेगी.
Happy new year, everyone! All the risks @SerumInstIndia took with stockpiling the vaccine, have finally paid off. COVISHIELD, India’s first COVID-19 vaccine is approved, safe, effective and ready to roll-out in the coming weeks. pic.twitter.com/TcKh4bZIKK
— Adar Poonawalla (@adarpoonawalla) January 3, 2021
वैक्सीन पर किस रफ्तार से काम हो रहा है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इमरजेंसी अप्रूवल से पहले ही सीरम इंस्टीट्यूट ने 5 करोड़ डोज तैयार कर भी ली थीं. अच्छी बात ये है कि इस वैक्सीन के करोड़ों डोज भारत को मिलेंगे, ये तय है.
1 मिनट में बनती हैं COVISHIELD की 5000 डोज़
वैक्सीन बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट के अदार पूनावाला ने कोविशील्ड को फिलहाल भारत से बाहर बेचने की बात पर इंकार किया है. उनका कहना है-
हमारी सऊदी अरब और कुछ अन्य देशों से बात चल रही थी लेकिन अभी हम वैक्सीन एक्सपोर्ट नहीं कर रहे. हम सरकार से कुछ हफ्तों में परमिशन लेंगे, ताकि वैक्सीन को 68 देशों में बेच सकें. हमारी कंपनी वैक्सीन को डिपो में भेजेगी, जहां से राज्य सरकारें इसे ले सकेंती. Serum Institute एक मिनट में 5000 डोज़ वैक्सीन बना सकती है.
सबसे पहले लगेगी COVISHIELD
भारत सरकार ने इस बात की भी औपचारिक घोषणा कर दी है कि सबसे पहले कोरोना की वैक्सीन कोवीशील्ड को लगाना शुरू किया जाएगा. इसके साथ ही वैक्सीन को लगाने की दूसरी औपचारिकताएं भी तय हो रही हैं. जैसे कोवीशील्ड को 18 साल से ऊपर के लोगों के लगाया जाएगा. भारत बायोटेक की वैक्सीन को 12 साल से ऊपर के लोगों के लगाया जाएगा. भारत बायोटेक ने फेज 2 के अपने ट्रायल में बताया था कि उन्होंने वैक्सीन को 380 वयस्कों और बच्चों पर लगाया है और उन्हें कोई दिक्कत नहीं हुई है.
बता दें कि भारत में ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशील्ड और भारत बॉयोटेक की कोवैक्सीन को मंजूरी दी है. इन्हें लोगों को लगाने की तैयारियों का जोरशोर से ट्रायल चल रहा है.
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