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बुल्ली बाई केस में तीसरी गिरफ्तारी, 21 वर्षीय युवक बीएससी का छात्र है!

मामले में उत्तराखंड से हुई ये दूसरी गिरफ्तारी है.

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Bulli Bai ऐप केस में मुंबई की साइबर पुलिस ने तीसरी गिरफ्तारी की. (फोटो: आजतक)
5 जनवरी 2022 (Updated: 5 जनवरी 2022, 11:18 IST)
Updated: 5 जनवरी 2022 11:18 IST
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बुल्ली बाई (Bulli Bai) ऐप केस में मुंबई साइबर पुलिस ने एक और गिरफ्तारी की है. आजतक के मुताबिक पुलिस ने बुधवार, 5 जनवरी को उत्तराखंड के कोटद्वार के रहने वाले मयंक रावत को गिरफ्तार किया गया है. 21 वर्षीय मयंक दिल्ली के जाकिर हुसैन कॉलेज में बीएससी का छात्र है. बताया जा रहा है कि युवक ने अपने ट्विटर अकाउंट से बुल्ली ऐप से जुड़ा एक पोस्ट किया था. इससे पहले मुंबई पुलिस ने उत्तराखंड के उधमसिंहनगर से श्वेता सिंह और बेंगलुरु से विशाल कुमार झा नाम के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था. यानी अब तक कुल तीन गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. आजतक की खबर के मुताबिक मुंबई पुलिस का दावा है कि उत्तराखंड से गिरफ्तार की गई श्वेता ही बुल्ली बाई ऐप की मास्टमाइंड है. वहीं 21 वर्षीय विशाल इंजीनियरिंग का छात्र बताया गया है. पुलिस के मुताबिक विशाल और श्वेता एक दूसरे को पहले से ही जानते थे. 5 जनवरी को इन सभी आरोपियों को लेकर मुंबई पुलिस कमिश्नर हेमंत नागराले ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया,
"इस केस में 2 जनवरी को मामला दर्ज हुआ. 31 दिसंबर को यह ऐप डेवलप किया गया था. इस केस में अभी तक 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. विशाल झा मुंबई पुलिस की हिरासत में है. वहीं श्वेता सिंह और मयंक रावत को उत्तराखंड से ट्रांजिट रिमांड पर मुंबई ले जाया गया है."
आजतक को मिली जानकारी के मुताबिक मुंबई पुलिस के अधिकारी Sulli Deals वाले मामले में भी विशाल की भूमिका की जांच कर रहे हैं. उससे मिली जानकारी के आधार पर ही श्वेता को गिरफ्तार किया गया. मुंबई पुलिस के अनुसार आरोपी युवती श्वेता सिंह कथित तौर पर नेपाल में स्थित एक सोशल मीडिया फ्रेंड के इशारे पर ये काम कर रही थी.

क्या है मामला?

Bulli Bai ऐप का नाम हाल में सामने आया. सुल्ली डील्स वाले मामले की तरह इस पर भी मुस्लिम महिलाओं को नीलामी की तरह पेश किया गया था. यहां उनके खिलाफ अश्लील बातें लिखी जा रही थीं. बताया गया है कि ये दोनों ही ऐप सॉफ्टेवयर डेवलपमेंट प्लैटफॉर्म Github पर लॉन्च किए गए हैं. इस मामले में दिल्ली पुलिस ने Github से जानकारी मांगी है, लेकिन मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक कंपनी ने जानकारी दे से इंकार कर दिया. अब दिल्ली पुलिस MLAT के जरिये Github से जानकारी लेगी. MLAT एक तरह का समझौता है जिसके तहत दो देशों के बीच अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जा सकता है.

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