अमृतसर पुलिस ने गोल्डन टेंपल (Golden Temple) में बेअदबी के आरोपी और भीड़ द्वारा पीट-पीटकर मार दिए गए युवक के खिलाफ ही FIR दर्ज की है. मरने वाले युवक के खिलाफ बेअदबी और हत्या के प्रयास के मामले दर्ज किए गए हैं. पुलिस की तरफ से ये FIR शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के स्टाफ की शिकायत के बाद दर्ज हुई है. दूसरी तरफ, युवक की लिंचिंग करने वालों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में बताया,
“युवक ने गुरु ग्रंथ साहिब के सामने रखी तलवार को उठा लिया. ग्रंथ को जिस पवित्र रूमाल में रखा जाता है, उसको भी पैर से छुआ.”
रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने मृतक के खिलाफ आईपीसी की धाराएं 295 (A) (जानबूझकर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना) और 307 (हत्या का प्रयास) लगाई हैं. अमृतसर पुलिस की तरफ से युवक को उत्तर प्रदेश का निवासी बताया गया है. साथ ही साथ उसकी उम्र भी 24 से 25 साल के बीच बताई है.
‘बेअदबी के पीछे साजिश’
दूसरी तरफ, पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि गोल्डन टेंपल एवं आसपास के इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. सुखजिंदर सिंह रंधावा ने ये भी बताया कि पंजाब सरकार ने बेअदबी के दोषियों के लिए 10 साल कैद सजा की मांग की है. रंधावा ने यह भी कहा कि बेअदबी के प्रयास के पीछे कोई साजिश है. उन्होंने कहा,
“आरोपी 18 दिसंबर को सुबह करीब 11 बजकर 40 मिनट पर गोल्डन टेंपल परिसर में दाखिल हुआ. बेअदबी करने से पहले वो अकाल तख्त साहिब के बाहर सोया. इस घटना के पीछे कुछ ना कुछ तो है. उसकी मौत ने जानकारी हासिल करने को मुश्किल बना दिया है. लेकिन हम कोशिश कर रहे हैं. वो अकेला ही मंदिर में दाखिल हुआ था.”
रंधावा ने आगे कहा,
“ऐसा लगता है कि उसने किसी टारगेट को मन में रखते हुए तलवार उठाई थी. लेकिन स्टाफ ने उसे तुरंत पकड़ लिया. लेकिन इन घटनाओं के पीछे एक क्रम है. पहले आनंदपुर साहिब में बेअदबी हुई और फिर 15 दिसंबर को भी गोल्डन टेंपल में एक घटना हुई. यह सब काफी दुख पहुंचाने वाला है.”
इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, शिरोमणि अकाली दल और बीजेपी के नेताओं ने गोल्डन टेंपल में कथित बेअदबी के प्रयास की निंदा की. हालांकि, इन नेताओं ने आरोपी की हत्या और भीड़ हिंसा पर कुछ नहीं कहा.
इस बीच हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब सरकार ने मामले की जांच के लिए SIT का गठन कर दिया है. इसकी अध्यक्षता अमृतसर पुलिस के डिप्टी कमिश्नर करेंगे. SIT को दो दिन में अपनी रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया गया है.
वीडियो- गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के आरोपी को जेल में ही मार डाला गया