भारतीय वायु सेना (IAF) ने पूर्व विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान (Abhinandan Varthaman) के MIG-21 स्क्वॉड्रन 'नं. 51 स्कॉड्रन' को रिटायर करने का फ़ैसला कर लिया है. स्क्वॉड्रन यानी सैन्य विमानों या जहाजों का दस्ता. भारतीय वायु सेना ने बताया था कि तीन साल पहले इसी दस्ते ने लाइन ऑफ़ कंट्रोल पर हुई झड़प के दौरान पाकिस्तानी लड़ाकू विमान F-16 को मार गिराया था.
रिटायर हो रहा है कि अभिनंदन का MIG-21 स्क्वॉड्रन, पाक के F-16 को मार गिराया था!
बालाकोट स्ट्राइक्स के बाद जब पाकिस्तान वायुसेना के विमानों ने भारत पर जवाबी हमला करने की कोशिश की, तब इस स्कॉड्रन के विमान भी जवाबी कार्रवाई में शामिल थे.

नंबर 51 स्क्वॉड्रन श्रीनगर एयरफ़ोर्स स्टेशन पर तैनात था. यहीं से विमान अपनी ड्यूटी के लिए उड़ान भरते थे और यहीं पर इस दस्ते की ट्रेनिंग, विमानों का मेंटेनेंस वगैरह होता था. इस स्कॉड्रन के पास मिग-21 बाइसन विमान थे, जिनका इस्तेमाल मुख्यतः कॉम्बैट एयर पट्रोल के लिए होता था. माने गश्त के लिए. 2019 में बालाकोट स्ट्राइक्स के बाद जब पाकिस्तान वायुसेना के विमानों ने भारत पर जवाबी हमला करने की कोशिश की, तब इस स्कॉड्रन के विमान भी जवाबी कार्रवाई में शामिल थे. ग्रुप कैप्टन अभिनंदन वर्धमान (तत्कालीन विंग कमांडर) अपने मिग-21 बाइसन को लेकर पाकिस्तानी वायुसेना के विमानों को खदेड़ने निकले थे. भारतीय वायुसेना के मुताबिक़, क्रैश होने से पहले उन्होंने दुश्मन के F-16 फाल्कन विमान को मार गिराया था. इसके लिए ग्रुप कैप्टन वर्धमान को अलंकृत भी किया गया था.
रिटायर होने के बाद विमानों का होता क्या है?इस स्क्वॉड्रन के सेवानिवृत्त होने के साथ, IAF के पास मिग-21 बाइसन के चार स्क्वॉड्रन बचेंगे. एक स्क्वॉड्रन के बंद होने को 'नंबर प्लेटिंग' कहते हैं. अगर एयर फ़ोर्स स्क्वॉड्रन को फिर से चालू करती है, तो इसे पुनरुत्थान या री-रेज़िंग कहा जाएगा. ये दुनिया भर की एयर-फ़ोर्सेज़ की एक कॉमन प्रैक्टिस है. मसलन, IAF की इकलौती परमवीर चक्र धारक स्क्वॉड्रन '18 स्क्वॉड्रन' को 2016 में सेवानिवृत्त कर दिया गया था और बाद में तेजस के आने के बाद इसे री-रेज़ कर दिया गया था. ऐसा ही 10 सितंबर 2019 को नंबर 17 स्कॉड्रन गोल्डेन ऐरोज़ के साथ भी किया गया था, जो री-रेज़ होने के बाद पहली राफ़ैल स्कॉड्रन बनी थी.
इससे पहले, 1960 में नंबर 51 स्कॉड्रन को वायुसेना में शामिल किया गया था. इसके कई निक-नेम्स हैं. जैसे, उड़ता ताबूत. अभी तक 400 से ज़्यादा मिग-21 विमान क्रैश हो चुके हैं, जिसमें 200 पायलट्स और 60 सिविलियन्स की जान चली गई. इस दस्ते की सेवानिवृत्ति के बाद IAF के बाद 32 स्कॉड्रन्स बचेंगे. 30 सितंबर को नं. 51 स्कॉड्रन रिटायर किया जाएगा.
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