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मैं अगला गौरी लंकेश हो सकता हूं - एक्टर प्रकाश राज

Prakash Raj on Gauri Lankesh: गौरी लंकेश और प्रकाश बहुत अच्छे दोस्त हुआ करते थे. गौरी की हत्या के बाद प्रकाश राज ने कई सवाल खड़े किये थे. इस निर्मम हत्या के बाद, प्रकाश राज ने हैशटैग #justasking के तहत कई सारे सवाल ट्वीट करना शुरू कर दिया. जिनमें से कई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर टारगेटेड थे.

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प्रकाश राज ने पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या को लेकर बात की है. (फ़ोटो- फ़ेसबुक)

एक्टर प्रकाश राज (Prakash Raj) ने पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या पर बात की है. उन्होंने बताया है कि जब उन्हें गौरी लंकेश की हत्या (Gauri Lankesh Murder Case) की ख़बर मिली, तो वो हैदराबाद में थे. वो अपनी पत्नी के साथ बैठे हुए थे, तभी उन्हें कॉल आया. बताया गया कि गौरी लंकेश को बेंगलुरु में उनके घर के बाहर मार दिया गया है.

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प्रकाश राज का कहना है कि उन्हें बेंगलुरु जाने के लिए तुरंत फ्लाइट भी नहीं मिली. वो अगली सुबह की फ्लाइट से वहां जा पाए. ऐसे में प्रकाश ने अपने दोस्तों से कहा कि वो उस जगह पर पहुंचें. उन्होंने ये ध्यान रखने को कहा कि वहां भीड़ पहुंचकर सबूत ना मिटा पाए.

प्रकाश राज द लल्लनटॉप के ख़ास वीकली प्रोग्राम गेस्ट इन द न्यूज़रूम में पहुंचे हुए थे. इस दौरान उन्होंने कहा,

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जब तक वो (प्रकाश राज के दोस्त) वहां गए, बहुत सारे लोग आ चुके थे. वहां कुछ हो रहा था. फिर हम वहां गए. मैंने उन्हें (गौरी लंकेश) देखा, फिर मॉर्चरी में रखा. हमें उसकी आंखें दान करनी थी, क्योंकि उसने अपनी आंखें किसी को दान दी हुई थीं. जब मैंने उन्हें दफनाया, मैंने कहा कि मैं उन्हें दफना नहीं रहा. मैं उन्हें बो रहा हूं.

प्रकाश राज ने बताया,

तब बहुत सारे सवाल पूछे गए. क्योंकि वो ऐसी एक्टिविस्ट थीं कि शेखर वेमुला का कुछ हो रहा है, तो वो मुझे फ़ोन करती थीं. कहती थीं- वहां पानी भेज प्रकाश, यहां खाना भेजो प्रकाश. मैं नक्सलियों से लड़ रही हूं. ताकि उन्हें वापस ला सकूं. वो इन्हीं सब चीज़ों में लगी रहती थीं. मैं उस बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देना चाहता. मैं एक्टिविस्ट था, मैं बोलता था. लेकिन इतने मुखर तरीके से नहीं. वो एक दर्द है. ऐसा जख्म है, जो देह में काफ़ी अंदर तक बैठा है. आपको निशान नहीं दिखेगा. लेकिन दर्द है.

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प्रकाश राज कहते हैं कि वो जब सरकार से, प्रधानमंत्री से सवाल पूछते हैं, तो लोगों से उन्हें तारीफ़ मिलती है और इन्हीं तारीफ़ों से वो असल में खुश हो पाते हैं, पैसों से नहीं. उन्होंने कहा,

मैं कहीं जाता हूं तो लोग मुझसे कहते हैं कि आप उम्मीद हैं. आप वो बोल रहे हैं, जो हम बोलना चाहते हैं. इससे मिलती है खुशी. ज़्यादा से ज़्यादा क्या होगा? क्या कर सकते हैं, मार सकते हैं? एक और गौरी लंकेश? बस. क्या वो चर्चा करेंगे? क्या उनके पास जवाब है? 

बता दें, 5 सितम्बर 2017 को गौरी लंकेश की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. उनकी हत्या के सभी आरोपी महाराष्ट्र की एक संस्था हिंदू जनजागृति समिति से जुड़े थे. ये संस्था सनातन संस्था से संबंधित है. इस हत्या के आरोपी वही लोग हैं, जो 2008 के थाने और 2009 के गोवा बम-ब्लास्ट में भी शामिल थे.

गौरी लंकेश और प्रकाश राज बहुत अच्छे दोस्त हुआ करते थे. गौरी की हत्या के बाद प्रकाश राज ने कई सवाल खड़े किये थे. इस निर्मम हत्या के बाद, प्रकाश राज ने हैशटैग #justasking (बस पूछ रहा हूं) के तहत कई सारे सवाल ट्वीट करना शुरू कर दिया. जिनमें से कई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर टारगेटेड थे.

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तब पीएम मोदी की चुप्पी को लेकर भी सवाल उठे थे. दरअसल, इस हत्या से पूरा देश सदमे में था. पूरे देश में गुस्से का माहौल था. प्रधानमंत्री मोदी भी इस गुस्से का शिकार बने थे. क्योंकि वो एक ऐसे आदमी को ट्विटर पर फॉलो कर रहे थे, जो गौरी लंकेश की हत्या का जश्न मना रहा था.

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