पेपर लीक होने के बाद UPTET परीक्षा रद्द, दोबारा कराने पर सरकार ने ये घोषणा की
UP STF ने 23 संदिग्धों को गिरफ्तार किया.
"UPTET की परीक्षा के पेपर लीक होने की सूचना मिली है, इसलिए दोनों पालियों की परीक्षा तत्काल प्रभाव से निरस्त की जा रही है. एक महीने बाद फिर से परीक्षा कराई जाएगी. अभ्यर्थियों से कोई अतिरिक्त फीस नहीं ली जाएगी. मामले की जांच UP STF को सौंपी जा रही है ताकि दोषियों के ऊपर कार्रवाई की जा सके."वहीं यूपी लॉ एंड ऑर्डर एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि इस पूरे मामले में प्रदेश भर से 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उनके पास पेपर की फोटो कॉपी मिली हैं. एक महीने के भीतर दोबारा से पेपर कराया जाएगा.
इंडिया टुडे से जुड़े संतोष शर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक, इस परीक्षा में प्रदेश के करीब 21 लाख अभ्यर्थी शामिल होने जा रहे थे. अचानक से परीक्षा रद्द होने पर ये अभ्यर्थी मायूस हो गए हैं. इस बीच यूपी सरकार ने इन अभ्यर्थियों के अपने घर तक जाने के लिए फ्री बस सेवा की घोषणा की है.सरकार के दिशा निर्देश के मुताबिक, सभी अभ्यर्थी अपना एडमिट कार्ड दिखाकर यूपी सरकार की बसों में बिना पैसे दिए घर जा सकते हैं.23 people have been arrested from across the State. Few photocopies of the question papers were found from those arrested. The exam will be again conducted in a month's time. STF to probe the case & take action against those found guilty: ADG, Law & Order on UPTET 2021 paper leak pic.twitter.com/rfXhTv94VP
— ANI UP (@ANINewsUP) November 28, 2021
यूपी सरकार का बड़ा फैसला। सरकार ने निर्देश दिए है कि सभी अभ्यर्थी अपना एडमिट कार्ड दिखाकर यूपी सरकार की बसों से बिना कोई पैसे दिए अपने अपने गंतत्व जा सकते है। https://t.co/AdlHu03s7M
— Ranveer (@ranveerabp) November 28, 2021
इस बीच मायूस अभ्यर्थी सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं. प्रवीण कुमार सिंह नाम के एक अभ्यर्थी ने ट्वीट किया,
"यह काफी शर्मनाक है कि सरकार पारदर्शी तरीके से एक एग्जाम भी नहीं करवा पा रही है."
इसी तरह कुंवर सिंह नाम के यूजर ने ट्वीट किया, "परीक्षार्थी रात दिन कड़ी मेहनत करते हैं. साल भर एग्जाम का इंतजार करते हैं. अचानक से पता चलता है कि पेपर लीक हो गया है. इससे परीक्षार्थियों पर क्या असर पड़ेगा. भ्रष्ट अधिकारी मजे कर रहे हैं. सभी एग्जाम की हालत एक जैसी है."It is very shameful that government is not able to conduct a fairly exam. It is already preplanned as they are obliged to release vacancy of teacher after the exam . #UPTET
— Praveen Kumar Singh (@Praveen27625423) November 28, 2021
https://t.co/v6UrELT1uJ
Students work hard day and night, wait for the paper all year round, suddenly it is found that the paper has been leaked.What would be the effect on the students, maybe someone would have known it,corrupt officers are having fun.The condition of all the exams is same#UPTET
pic.twitter.com/siLWDG7GnE
— KUNVAR SINGH (@kunvarsinghhh) November 28, 2021
बुलंदशहर में परीक्षा देने आए गिरीश शर्मा नाम के अभ्यर्थी ने बताया कि वो पेपर देने आए थे और पेपर काफी सरल था, लेकिन तभी जिलाधिकारी ने पेपर रद्द होने की सूचना दी. शर्मा ने यह भी बताया कि पेपर रद्द होने से निराशा हुई है, लेकिन वो एक महीने बाद फिर पूरे मन से ये एग्जाम देंगे. विपक्ष ने सरकार पर साधा निशाना इस पूरे मामले में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए योगी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा,
"UPTET 2021 की परीक्षा का पेपर लीक होने की वजह से रद्द होना बीसों लाख बेरोजगार अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है. बीजेपी सरकार में पेपर लीक होना, परीक्षा और परिणाम रद्द होना आम बात है. उत्तर प्रदेश में शैक्षिक भ्रष्टाचार चरम पर है."
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट किया. उन्होंने कहा,UPTET 2021 की परीक्षा का पेपर लीक होने की वजह से रद्द होना बीसों लाख बेरोज़गार अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। भाजपा सरकार में पेपर लीक होना, परीक्षा व परिणाम रद्द होना आम बात है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 28, 2021
उप्र शैक्षिक भ्रष्टाचार के चरम पर है।
बेरोज़गारों का इंक़लाब होगा ~ बाइस में बदलाव होगा!
"भर्तियों में भ्रष्टाचार, पेपर आउट ही बीजेपी सरकार की पहचान बन चुका है. आज यूपी टेट का पेपर आउट होने की वजह से लाखों युवाओं की मेहनत पर पानी फिर गया. हर बार पेपर आउट होने पर योगी आदित्यनाथ जी की सरकार ने भ्रष्टाचार में शामिल बड़ी मछलियों को बचाया है, इसलिए भ्रष्टाचार चरम पर है."
भर्तियों में भ्रष्टाचार, पेपर आउट ही भाजपा सरकार की पहचान बन चुका है। आज यूपी टेट का पेपर आउट होने की वजह से लाखों युवाओं की मेहनत पर पानी फिर गया।
हर बार पेपर आउट होने पर @myogiadityanath
जी की सरकार ने भ्रष्टाचार में शामिल बड़ी मछलियों को बचाया है, इसलिए भ्रष्टाचार चरम पर है। pic.twitter.com/gdEz5az7iq
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) November 28, 2021
समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता जूही सिंह ने यूपी सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा,
"यूपी सरकार को शर्म आनी चाहिए. परीक्षार्थी ठंड में लेटे हुए थे. परीक्षा देने की तैयारी कर रहे थे और पेपर सोशल मीडिया पर लीक हो गया. सरकार की काबिलियत और मंशा पर ये बड़ा सवाल है कि कैसे पेपर लीक हो जाते हैं और कैसै परीक्षार्थी तैयारी करने के बाद भी पेपर नहीं दे पाते हैं. ऐसी सरकार की जरूरत ही क्या है. सरकार बस मंचों से विपक्ष को अपशब्द ही कह पाती है. युवा परीक्षा दे सकें, नौकरी पा सकें, सरकार की ये मंशा नहीं है."
समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता जूही सिंह.
कांग्रेस पार्टी प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने कहा कि जब से प्रदेश में बीजेपी सरकार बनी है, तब से पेपर लीक हो रहे हैं. अवस्थी ने यह भी आरोप लगाया कि योगी सरकार केवल सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की राजनीति करती है, उसे प्रदेश के युवाकों की फिक्र नहीं है.
इस बीच UPTET की परीक्षा देने आए कई परीक्षार्थियों ने अपनी दूसरी समस्या का समाधान करने की भी मांग की है. दरअसल, UPTET की परीक्षा वाले दिन ही UPSI की भी परीक्षा हो रही है. कई अभ्यर्थियों ने UPSI के ऊपर UPTET को प्राथमिकता दी थी. अब UPTET परीक्षा रद्द होने से वो अभ्यर्थी UPSI की परीक्षा भी नहीं दे पा रहे हैं. UPSI उत्तर प्रदेश पुलिस में सब इंस्पेक्टर पद पर भर्ती के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षा है. क्या होता है UPTET? उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा, उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा बोर्ड की तरफ से आयोजित की जाने वाली परीक्षा है. उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए इस परीक्षा को पास करना जरूरी है. यह परीक्षा साल में एक बार होती है. एक बार पास होने पर इसका सर्टिफिकेट हमेशा के लिए मान्य होता है.