उत्तर प्रदेश का कानपुर ज़िला. यहां के एक गांव में बच्ची की लाश मिली. दीवाली की रात उसकी हत्या कर दी गई थी. लाश मिलने के बाद परिवारवालों ने हंगामा किया. मामला आगे बढ़ा तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद इसका संज्ञान लिया. घरवालों का आरोप है कि लड़की की बलि दी गई है. पुलिस का कहना है कि रेप की कोशिश के बाद हत्या हुई है.
मामला क्या है?
मामला कानपुर के एक गांव का है. बच्ची नाबालिग थी, रेप के आरोप लगे हैं. इसलिए हम उसकी पहचान से जुड़ी कोई भी जगह या नाम सार्वजनिक नहीं कर रहे हैं. ‘आज तक’ से जुड़े पत्रकार रंजय सिंह की रिपोर्ट के मुताबिक़ दीवाली की रात बच्ची घर के बाहर खेल रही थी. परिवार के कुछ लोग खेत की ओर गए थे और महिलाएं दीवाली की पूजा के लिए तैयारी कर रहीं थीं. इस दौरान दीये रखने के लिए बच्चों को आवाज लगाई गई. जब बच्ची नहीं आई तो उसकी ढूंढ मची. परिवार थाने पहुंचा, लेकिन वहां पर पुलिस ने कथित तौर पर परिवारवालों से सुबह तक इंतज़ार करने को कहा.
अगले दिन सुबह बच्ची का शव कुछ गांववालों ने देखा. उसके शरीर पर धारदार हथियार से काटे जाने के निशान थे. इसके बाद पुलिस हरकत में आई.
पुलिस का क्या कहना है?
‘इंडिया टुडे’ में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने कहा है कि मामला तंत्र-मंत्र से जुड़ा है. जिसमें काले जादू के लिए बच्ची का जिगर निकाल लिया गया था. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उनके चाचा ने उन्हें पैसे दिए थे. ताकि वो लड़की को मारकर उसका कलेजा ला सकें. दोनों आरोपियों ने बच्ची को चिप्स के पैकेट का लालच दिया, और उसे पकड़ कर ले गए. इसके बाद आरोपियों ने कथित रूप से ये भी स्वीकार किया कि उन्होंने बच्ची के साथ यौन हिंसा की.
तीसरा आरोपी, जिसने इन लड़कों को पैसे दिए, उसके बारे में भी पुलिस ने जानकारी दी है. ‘आज तक’ से जुड़े पत्रकार रंजय सिंह ने SP (ग्रामीण) ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव से बात की. उनके मुताबिक़ परशुराम नाम के मुख्य आरोपी ने पुलिस को बताया कि साल 1999 में उसकी शादी होने के बाद से ही उसके कोई बच्चा नहीं हुआ था. तो तंत्र-मंत्र करने के लिए उसने बच्ची का लिवर मंगवाया था. कथित रूप से उसे ये लगा था कि इसे खाने से उसकी पत्नी को बच्चा हो जाएगा. परशुराम ने बताया कि रेलवे स्टेशन पर बिकने वाली एक किताब में उसने पढ़ा था कि अगर किसी बच्ची के शरीर के अंग महिला को खिलाए जाएं तो महिला को बच्चा हो जाता है. इसीलिए उसने बच्ची की हत्या करवाई. परशुराम और उसकी पत्नी को भी पुलिस ने सोमवार 16 नवंबर को गिरफ्तार कर लिया.
क्या धाराएं लगी हैं?
‘इंडियन एक्सप्रेस’ में छपी रिपोर्ट के अनुसार मामले में IPC की धारा 302 (हत्या) और 201 (अपराध के साक्ष्य का विलोपन, या अपराधी को प्रतिच्छादित करने के लिए झूठी जानकारी देना) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. POCSO से जुड़े सेक्शन भी आरोपियों के कुबूलनामे के बाद जोड़े गए.
मामले को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने बच्ची के परिवार को पांच लाख का मुआवजा देने का ऐलान किया है. रिपोर्ट के अनुसार मामले का निपटारा फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में करने के निर्देश दिए गए हैं.
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