'WhatsApp पर भरोसा नहीं कर सकते' (WhatsApp cannot be trusted). ऐसा हम नहीं बल्कि एलन मस्क का कहना है. अगर इतना पढ़कर आपको लगे कि मस्क फिर कोई मसखरी कर रहे तो ऐसा नहीं हैं. मामला इतना गंभीर है कि मस्क के साथ हमारे देश के केंद्रीय राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर तक इसमें दिलचस्पी ले रहे हैं. बाकायदा ट्वीट करके वॉट्सऐप की खोज-खबर लेने की बात कर रहे हैं तो खुद वॉट्सऐप भी सफाई देता फिर रहा. आखिर ऐसा किया क्या है मेटा के मालिकाना हक वाले इंसटेंट मैसेज प्लेटफॉर्म ने, समझने की कोशिश करते हैं.
आपकी बातें सुन रहा वॉट्सऐप? एलन मस्क के ट्वीट के बाद मोदी सरकार क्या करने वाली है?
वॉट्सऐप का स्क्रीन शॉट जो ट्विटर से निकला और गूगल पर अटका.

एलन मस्क से पहले उनके कर्मचारी Foad Dabiri की बात. वो ट्विटर में इंजीनियर हैं और उन्होंने 6 मई को वॉट्सऐप से जुड़े कुछ स्क्रीन शॉट अपने हैन्डल पर पोस्ट किए थे. पोस्ट के मुताबिक दावा किया गया कि वॉट्सऐप बैकग्राउंड में भी माइक्रोफोन का इस्तेमाल करता है. बोले तो फोन भले इस्तेमाल में नहीं भी है, लेकिन ऐप का माइक्रोफोन आपकी या कहें Foad Dabiri की बातें सुन रहा है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ऐप्स आपसे कई तरीके की परमिशन लेते हैं. जैसे फोटो, लोकेशन, कॉन्टेक्ट, माइक्रोफोन आदि.
हालांकि उन्होंने अपने ट्वीट में स्मार्टफोन का जिक्र नहीं किया था, लेकिन फोटो से साफ समझ आता है कि स्क्रीन शॉट किसी एंड्रॉयड फोन का है. एक दिन बाद खुद Foad Dabiri ने बताया कि वो गूगल का Pixel 7 प्रो इस्तेमाल करते हैं.
मस्क वॉट्सऐप और राजीव चंद्रशेखरFoad Dabiri के ट्वीट पर कई सारे रिएक्शन आए. प्राइवेसी चेक करने से लेकर आईफोन लेने तक. इस बीच उनके बॉस मस्क की नजर भी इस ट्वीट पर पड़ी और उन्होंने 9 मई को Foad Dabiri के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा,
"वॉट्सऐप पर भरोसा नहीं किया जा सकता."
ठीक एक दिन बाद यानी आज 10 मई को केंद्रीय राज्यमंत्री (इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी) राजीव चंद्रशेखर ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उनके ट्वीट के मुताबिक,
“ये प्राइवेसी का उल्लंघन है और अस्वीकार्य है.”
मंत्री के ट्वीट में मामले की जांच करने और जरूरी कदम उठाने की बात भी कही गई है.
वॉट्सऐप का जवाबFoad Dabiri के ट्वीट पर वॉट्सऐप ने जवाब दिया है. कंपनी ने पूरा ठीकरा एंड्रॉयड की पेरेंट कंपनी गूगल के माथे फोड़ दिया है. ट्वीट के मुताबिक कंपनी ने ट्विटर के इंजीनियर से बात की है. उनके मुताबिक ये एंड्रॉयड से जुड़ा कोई बग है और उसने गूगल को इसको समझने और ठीक करने के लिए कहा है.
एक और ट्वीट में ऐप से जुड़ी परमिशन के बारे में भी बताया है. मसलन लोकेशन, कॉन्टैक्ट, फोटो, माइक्रोफोन वगैरा-वगैरा.
आगे क्या? कुछ नहीं. क्योंकि कहते हैं ना- Privacy is a myth.
वीडियो: क्या है ये प्रॉक्सी सर्वर जिससे बिना इंटरनेट के वॉट्सऐप चल रहा है?