ICC इवेंट का फाइनल और टीम इंडिया. ये दोनों बीते कई सालों से बहुत क़रीब होकर भी बहुत दूर रहे हैं. आखिरी बार टीम इंडिया ने साल 2013 में चैम्पियंस ट्रॉफी जीती थी. और उससे भी पहले साल 2011 में एम.एस धोनी की कप्तानी में वनडे वर्ल्ड कप. इस वर्ल्ड कप से जुड़ी हमने कई कहानियां सुनी है. अपने पसंदीदा खिलाड़ी को वर्ल्ड कप का हीरो बनाया है.
'धोनी चाहते थे कि मैं 2011 वर्ल्ड कप के फाइनल में सेंचुरी मारूं'
धोनी के लिए ये क्या बोले गौतम गंभीर.
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और अब इन्हीं क़िस्से-कहानियों के बीच एक नई बात गौतम गंभीर ने बताई है. श्रीलंका के खिलाफ़ वर्ल्ड कप फाइनल मुकाबले में 97 रन की पारी खेलने वाले गंभीर ने कहा है कि धोनी ने उनको सेंचुरी लगाने के लिए कहा था. भारत और श्रीलंका के बीच गुवाहाटी में हुए पहले वनडे मैच के दौरान स्टार स्पोर्ट्स से गंभीर ने कहा,
‘एम.एस धोनी काफी सपोर्टिव थे. वो चाहते थे कि मैं 100 बनाऊं. वो हमेशा चाहते थे कि मैं शतक बनाऊं. उन्होंने मुझे ओवर के बीच में भी कहा कि अपना शतक बनाओ, अपना समय लो और चीज़ों में जल्दबाजी मत करो. अगर जरूरत पड़ेगी तो मैं अपनी गति बढ़ा सकता हूं.’
बताते चलें, वानखेड़े में खेले गए इस फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी नहीं हुई थी. टॉस गंवाकर 274 रन चेज़ करने उतरी टीम इंडिया को पहले ही ओवर में बड़ा झटका लगा था. विरेंदर सहवाग शून्य पर पविलियन लौट गए थे. इसके बाद सचिन तेंडुलकर और गौतम गंभीर ने पारी को संभालने का काम किया था.
लेकिन इस मैच में सचिन का बल्ला भी नहीं चल पाया था. सचिन कुल 18 रन बनाकर पविलियन लौट गए थे. इसके बाद गौतम गंभीर और विराट कोहली ने मिलकर टीम के लिए एक जरूरी पार्टनरशिप की. दोनों खिलाड़ियों के बीच 83 रन की साझेदारी हुई. विराट ने 35 रन बनाए.
और इनके बाद धोनी और गंभीर ने मिलकर टीम को जीत के करीब पहुंचाया. गंभीर ने इस फाइनल मैच में 122 गेंदों में 97 रन की पारी खेली. इस मैच में थिसारा परेरा ने उनको बोल्ड किया था. वो सिर्फ तीन रन से अपने शतक से चूक गए. इसके बाद मैदान पर आए युवराज सिंह 24 गेंदों में 21 रन बनाकर नॉटआउट रहे. इस मैच में धोनी ने 79 गेंदों में 91 रन की पारी खेली. और इस पारी के लिए उनको मैन ऑफ द मैच भी चुना गया.
वीडियो: विराट कोहली ने सेंचुरी के पीछे की कड़ी मेहनत के बारे में बता दिया!