एंडरसन-तेंदुलकर सीरीज़ के दौरान शुभमन गिल (Shubman Gill) का एक अलग अंदाज लोगों को देखने मिला. कप्तान बनने के बाद वो और ज्यादा अग्रेसिव होते हुए नजर आए. कभी अंपायर से भिड़ते दिखे तो कभी विपक्षी टीम को स्लेज करते नजर आए. सोशल मीडिया पर फैंस ने इस नए गिल को बहुत पसंद किया लेकिन दिग्गजों को ये रूप ज्यादा पसंद नहीं आ रहा है. पूर्व भारतीय बल्लेबाज संजय मांजरेकर को लगता है कि अग्रेसिव होने का भारतीय कप्तान की बल्लेबाजी पर अच्छा असर नहीं हो रहा.
कोहली बनना चाहते हैं गिल, पर अपना नुकसान करा बैठे: मांजरेकर
शुभमन गिल टीम इंडिया के नए टेस्ट कप्तान हैं. एंडरसन-तेंदुलकर सीरीज उनकी बतौर कप्तान पहली सीरीज है. संजय मांजरेकर को लगता है कि कप्तान बनने के बाद शुभमन गिल बदल गए हैं.

संजय मांजरेकर ने ईएसपीएन क्रिकइंफो से कहा कि गिल कोहली जैसा बनने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन कोहली पर अग्रेशन का सही असर होता था. उन्होंने कहा,
विराट कोहली के साथ जब भी मैदान पर स्लेजिंग ज्यादा होती तो उनका प्रदर्शन और बेहतर हो जाता. शुभमन गिल ने यहीं मुझे निराश किया. मैं सोच रहा हूं कि वो किस तरफ जा रहे हैं, क्योंकि मुझे लगता है कि इसका शुभमन गिल की बल्लेबाजी पर सही असर नहीं हुआ.
मांजरेकर को लगता है कि गिल हमेशा से ऐसे नहीं थे. कप्तान बनने के बाद उनमें ये बदलाव नजर आ रहे हैं. उन्होंने कहा,
अगर शुभमन गिल में हमेशा से इतना अग्रेशन होता तो हमें ये पहले दिख गया होता. कप्तान बनने पर आपको यह दिखाने की ज़रूरत नहीं होती, या फिर उन्होंने यह इसलिए किया क्योंकि उन्होंने एक टेस्ट मैच जीता है और रन बनाए हैं. इसी कारण उनमें ये आत्मविश्वास आ गया है? क्योंकि विराट कोहली के साथ, आप देख सकते थे कि वह किसी भी मुकाबले के लिए तैयार रहते थे, कप्तान बनने से पहले भी वो ऐसे ही थे. यह एक ऐसी चीज थी जो विराट कोहली में हमने शुरू से ही देखी थी. शुभमन गिल में, मैंने यह पहले कभी नहीं देखा.
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मांजरेकर ने गिल को सलाह दी कि उन्हें तीसरे और चौथे टेस्ट के बीच 8 दिन के ब्रेक का फायदा उठाना चाहिए. वो चाहते हैं कि गिल जो भी रास्ता चुनें उससे उन्हें बेहतर क्रिकेटर बनने में मदद मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा,
मुझे लगता है कि आठ दिनों का यह ब्रेक उनके लिए बिल्कुल सही है. उनके आस-पास कई अच्छे लोग हैं. उनके पिता, जिन्होंने उनके क्रिकेट करियर में अहम भूमिका निभाई. वो अपने बेटे को किसी से भी बेहतर जानते होंगे. क्या वो विराट कोहली हैं, उनके जैसे हैं या फिर एम एस धोनी. या उन दोनों के कही बीच में हैं. मुझे लगता है कि वो कहीं बीच में हैं. गिल को अपना रास्ता खुद तलाशना होगा, लेकिन वह रास्ता जो भी हो, उससे उनकी लीडरशिप क्षमता निखरनी चाहिए और वह एक बेहतर बल्लेबाज़ बनने चाहिए.
शुभमन गिल फिलहाल इस सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं. उन्होंने तीन मैचों में 101.86 की औसत से 607 रन बनाए हैं. वो अब तक तीन शतकीय पारी खेल चुके हैं जिसमें एक दोहरा शतक भी शामिल है. हालांकि तीसरे टेस्ट में कप्तान गिल कुछ खास नहीं कर पाए. उन्होंने पहली पारी में 16 और दूसरी पारी में छह रन बनाए थे.
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