अभी आप ये खबर पढ़ रहे होंगे और कुछ लोग आपको बताने आ जाएंगे कि एक नाम बदले जाने पर कितने हजार करोड़ का नुकसान होता है. भई रुपया पइसा हमारे गौरव से बढ़कर थोड़ी है. संस्कृति की रक्षा पर लाखों करोड़ न्योछावर हैं. हां वो चूक तो बताना हम भूल ही गए. दरअसल अयोध्या नाम अयोध्या में कोई लेता नहीं है. सभी 'अयोध्या जी' या अजुध्या जी बोलते हैं. तो आगे जी न लगाकर माइक्रो लेवल का अपमान तो किया ही है.

नया जंक्शन
एक बात बताते हुए और खुशी हो रही है. अब दो दो अयोध्या रेलवे स्टेशन होंगे. और क्या क्या होगा वो आगे पता चलता रहेगा. प्रयागराज के बाद ये दूसरा नामकरण है इस सरकार का. ये याद रखो बस.