श्रीलंकाई समुद्री डाकुओं ने शुक्रवार, 2 मई को भारतीय मछुआरों पर कथित तौर पर हमला कर दिया. तमिलनाडु के एक गांव से 30 मछुआरे अपनी बोट से मछली पकड़ने निकले थे. बीच रास्ते में श्रीलंकाई लुटेरों ने उन पर हमला कर दिया. इस हमले में 17 मछुआरे घायल हो गए. सभी घायलों का पास के सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है.
तमिलनाडु के मछुवारों पर श्रीलंका के समुद्री लुटेरों ने हमला किया, 17 लोग घायल हुए
तमिलनाडु के सेरुधुर गांव के 30 मछुआरे एक बोट से मछली पकड़ने निकले थे. तभी श्रीलंका के लुटेरों की एक बोट उनके सामने आ गई. इसके बाद लुटेरों ने मछुआरों पर हमला कर दिया. इस हमले में 17 मछुआरे घायल हो गए.
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इंडिया टुडे से जुड़े प्रमोद माधव की रिपोर्ट के मुताबिक तमिलनाडु के सेरुधुर गांव के 30 मछुआरे एक बोट से मछली पकड़ने निकले थे. जैसे ही वे कोडियाकरई के दक्षिण-पूर्व क्षेत्र में पहुंचे. श्रीलंका के लुटेरों की एक बोट उनके सामने आ गई. आरोप है कि उस बोट से छह हथियारबंद लुटेरे मछुआरों की बोट पर चढ़ गए. इसके बाद उनपर हमला शुरू कर दिया. इस हमले में 17 मछुआरे घायल हो गए. इन्हें तमिलनाडु के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
लूटपाट में 10 लाख रुपये का नुकसानरिपोर्ट के मुताबिक श्रीलंकाई लुटेरों ने हमला करने के साथ ही लूटपाट भी की. लुटेरे मछुआरों की GPS डिवाइस, मछली पकड़ने के जाल और अन्य सामान चुराकर ले गए. मछुआरों का कहना है कि इस हमले में उन्हें करीब 10 लाख रुपये का नुकसान हुआ है. उनका दावा है कि यह हमला भारतीय समुद्री सीमा के भीतर हुआ है. यह पूरी तरह से अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन है.
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मछुआरों ने की मांगमीडिया से बातचीत करते हुए एक मछुआरे ने राज्य और केंद्र सरकार से मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की है. मछुआरों ने विरोध एक दिन की हड़ताल भी की है. उनका कहना है कि अगर ऐसे हमले लगातार होते रहे. तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे. बता दें कि दिसंबर 2024 में भी श्रीलंकाई लुटेरों ने तमिलनाडु के मछुआरों पर रॉड से हमला कर लूटपाट की थी. इस हमले में भी कई मछुआरे घायल हुए थे.
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