अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) जी-20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit) में शामिल होने के लिए भारत आ रहे हैं. वे 7 सितंबर को दिल्ली पहुंचेंगे. बाइडन यहां अमेरिकी राष्ट्रपतियों की कैडिलैक कार 'द बीस्ट' (The Beast Car) में यात्रा करेंगे. इसे बोइंग सी-17 ग्लोबमास्टर-3 विमान से भारत लाया जाएगा.
दिल्ली की सड़कों पर 'The Beast' में घूमेंगे जो बाइडन, हॉलीवुड फिल्मों जैसे हैं गाड़ी के फीचर्स
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन G20 समिट में शामिल होने के लिए भारत आ रहे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपतियों की कार 'The Beast' दुनिया की सबसे सुरक्षित कार मानी जाती है. पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप और ओबामा भी इसे भारत दौरे पर अपने साथ ला चुके हैं.

इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन के इस दौरे के लिए 3 लेयर्स की सुरक्षा व्यवस्था की गई है. इसमें सबसे बाहर अर्धसैनिक बल के जवान रहेंगे. दूसरी लेयर में भारत के विशेष सुरक्षा समूह के कमांडो (SPG Commando) रहेंगे. वहीं सबसे अंदर और पहली लेयर में गुप्त सेवा एजेंट्स होंगे.
2001 में मिला था 'द बीस्ट' नामबोइंग सी-17 ग्लोबमास्टर-3 ये एक बड़ा सैन्य परिवहन विमान है. इसमें भारत आने वाली 'द बीस्ट' दुनिया की सबसे मजबूत और सुरक्षित कार कही जाती है. ये बुलेटप्रूफ कार हर समय अमेरिकी सीक्रेट सर्विसेस की निगरानी में रहेगी.
अंतर्राष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 'द बीस्ट' को 2001 में ये नाम मिला था. तब तात्कालिक अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश इसमें यात्रा करते थे. इस कार को विशेष ऑर्डर पर बनाया गया था. इसमें कई आधुनिक फंक्शन शामिल थे.
जनरल मोटर्स ने बनाई है 'द बीस्ट'फिलहाल इस्तेमाल होने वाली कैडिलैक वन (Cadillac One) को अमेरिकी कंपनी जनरल मोटर्स ने बनाया है. ये 2018 में बनकर तैयार हुई थी. ये कार दुनिया की सबसे खास कारों में से एक है. माना जाता है कि GM ने इसे बड़े ट्रकों जैसा बनाया है. हालांकि, इसमें कैडिलैक एस्केलेड जैसी कार में मिलने वाली सभी सुविधाएं हैं.
ऐसा अनुमान है कि 'द बीस्ट' का वजन करीब 9000 किलो हो सकता है. और इसमें 7 लोग बैठ सकते हैं. इस कार के बंपर में पंप एक्शन शॉटगन्स और आंसू गैस गोले होते हैं. कार के नीचे स्टील प्लेट्स होती हैं, ये बम और ग्रेनेड से हमला होने पर कार में बैठे लोगों को बचाती हैं.
इस कार के दरवाजे मिलिट्री ग्रेड ऑर्मर के बने होते हैं. इनकी चौड़ाई 20 सेमी होती है. इसका फ्यूल टैंक बुलेट और ब्लास्ट प्रूफ होता है. कार पर कैमिकल हथियारों से हमला होने पर इसका कैबिन अपने आप को सील कर लेता है.
कैडिलैक वन की खिड़कियां 13 सेमी मोटे लैमिनेटेड ग्लास से बनी होती हैं. वहीं इसमें रन-फ्लैट टायर्स होते हैं, जो पंक्चर होने पर भी कार को अपनी गति से चलाते रहते हैं. साथ ही आपातकालीन समय के लिए कैडिलैक वन में फायरफाइटिंग गेयर्स, ऑक्सीजन टैंक्स और कंटेनर्स होते हैं, इनमें राष्ट्रपति के ब्लड ग्रुप का खून होता है.
G20 से पहले PM मोदी से मिलेंगे राष्ट्रपति बाइडनइससे पहले 2020 में अमेरिकी राष्ट्रपति रहे डॉनल्ड ट्रंप भी इस कार में भारत का दौरा कर चुके हैं. 2015 में बराक ओबामा ने भी 'द बीस्ट' में ही भारत दौरा किया था. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और बाकी प्रतिनिधि दिल्ली के ITC मौर्या शेरेटन होटल में ठहरेंगे. इस होटल के करीब 400 कमरे इनके लिए बुक किए गए हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति यहां 14वें फ्लोर पर रुकेंगे, जिसके लिए एक स्पेशल लिफ्ट लगवाई गई है.
भारतीय वायुसेना और थलसेना के हेलीकॉप्टर दिल्ली पर नज़र रखने के लिए लगातार आसमान में चक्कर लगाएंगे. इनमें सेना और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) के कमांडों मौजूद रहेंगे. साथ ही शहर में कई जगहों पर एंटी-ड्रोन सिस्टम लगाए जाएंगे. दिल्ली की ऊंची इमारतों पर NSG और सेना के स्नाइपर्स भी तैनात रहेंगे.
अमेरिकी राष्ट्रपति 8 सितंबर को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे. फिर वे 9 और 10 सितंबर को G-20 समिट में शामिल होंगे.
ये भी पढ़ें-
कैसा होता है अमेरिकी राष्ट्रपति का विमान 'एयर फोर्स वन', जिसका एक बार उड़ने का खर्चा सवा करोड़ है!
जो बाइडन और कमला हैरिस को पीएम मोदी के अलावा इन नेताओं ने दी बधाई
मोदी-बाइडन मुलाकात के बाद दोनों देशों ने तालिबान को क्या संदेश दिया है?
वीडियो: न्यूक्लियर अटैक होने पर भी क्या अमेरिकी राष्ट्रपति को उनका ऑफिशियल एयरक्राफ्ट बचा लेगा?