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शरद पवार ने फिर बढ़ाई विपक्ष की टेंशन, पहले बोले- 'अजित हमारे नेता', फिर पलट भी गए

सुप्रिया सुले के बाद शरद पवार ने भी कहा- NCP में कोई फूट नहीं.

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एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार (फोटो- पीटीआई)

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार के एक बयान ने विपक्षी पार्टियों में कन्फ्यूजन की स्थिति पैदा कर दी है. NCP में कथित फूट के बाद पवार के स्टैंड को लेकर कई दिनों से सवाल उठ रहे हैं. अब शरद पवार ने कहा है कि अजित उनके नेता हैं और NCP में कोई फूट नहीं है. पवार का यह बयान तब आया है जब कुछ ही दिनों बाद मुंबई में विपक्षी गठबंधन 'INDIA' की तीसरी बैठक होने वाली है. शरद पवार के इस बयान के बाद विपक्षी दलों ने भी सवाल उठा दिया.

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एक दिन पहले पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने भी कहा था कि NCP में कोई फूट नहीं है. इसी पर बारामती में पत्रकारों ने शरद पवार से सवाल पूछ लिया. जवाब में पवार ने कहा कि ये सही है, इसको लेकर कोई विवाद नहीं है. पवार ने कहा, 

"कोई ये कैसे कह सकता है कि NCP टूटी हुई है? अजित पवार हमारे नेता हैं, इसको लेकर कोई विवाद नहीं है. फूट का क्या मतलब होता है? पार्टी कब टूटती है? जब पार्टी के भीतर राष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ा धड़ा अलग होता है तो फूट होती है. यहां ऐसा केस नहीं है. अगर कुछ लोग अलग स्टैंड लेते हैं तो लोकतंत्र में ये उनका अधिकार है. उन्होंने अलग स्टैंड लिया है तो इसका ये मतलब नहीं है कि पार्टी में फूट है. ये उनका फैसला है."

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पवार के इस बयान के बाद विपक्षी दलों के बयान आने शुरू हो गए. शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने कहा कि ऐसे बयान पार्टी कार्यकर्ताओं और राज्य के लोगों के मन में भ्रम की स्थिति बना रहे हैं. इसके अलावा कांग्रेस ने भी ऐसा ही बयान दिया है. 

वहीं, महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने इंडिया टुडे से बातचीत में कहा कि यह शरद पवार का अधिकार है कि उन्हें किस तरह का फैसला लेना चाहिए और कैसा बयान देना चाहिए. हालांकि पटोले ने ये भी कांग्रेस और शिवसेना (UTB) का मानना है कि उनके (पवार) बयान से उनके अपने पार्टी समर्थकों के बीच और अधिक कन्फ्यूजन नहीं होना चाहिए.

शरद पवार के बयान को लेकर विपक्ष असमंजस में है. लेकिन कुछ घंटे बाद शरद पवार ने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने ऐसा नहीं बोला कि अजित पवार उनके नेता हैं. पवार ने सतारा में मीडिया से बात करते हुए कहा, 

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"मेरे बयान के अलग मतलब न निकालें. सुप्रिया ने सिर्फ कहा था कि अजित उनके भाई है और किसी को इसमें राजनीत ढूंढने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. हमारी पार्टी विभाजित नहीं है. मैंने अजित पवार को 2019 में मौका दिया था. लेकिन अब उसे कोई मौका नहीं मिलेगा."

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इससे पहले भी सहयोगी शिवसेना ने शरद पवार से सबकुछ साफ बताने को कहा था. उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाला NCP गुट महाराष्ट्र सरकार में शामिल है. 2 जुलाई को उन्होंने NCP के 7 और नेताओं के साथ मंत्री पद की शपथ ली थी. बीते एक महीने में शरद पवार कई बार अपने भतीजे अजित से मिल भी चुके हैं. इस दौरान उन्होंने विपक्षी नेताओं की आपत्ति के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच भी साझा किया था.

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