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भगवंत मान लड़ गए, अमृतपाल पर '24 घंटे की चेतावनी' देने वाले जत्थेदार से क्या कह दिया?

ऑपरेशन अमृतपाल पर तगड़ी बयानबाजी हुई है.

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भगवंत मान और हरप्रीत सिंह. (PTI/FB)

पंजाब में अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) को पकड़ने के ऑपरेशन के दौरान कई लोगों को गिरफ्तार किया गया. जिसको लेकर अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार हरप्रीत सिंह ने पंजाब सरकार को अल्टीमेटम दे दिया. जत्थेदार ने पकड़े गए सिख युवाओं को 24 घंटे के भीतर रिहा करने की मांग की. जिसका जवाब देते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने उन्हें राजनीति से दूर रहने की सलाह दी. अब पंजाब CM के इस बयान पर जत्थेदार हरप्रीत सिंह ने फिर से पलटवार किया है.

दरअसल, खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) को पंजाब से भागे हुए 10 दिन से ज्यादा हो गए हैं. जिसके बाद देश के कई इलाकों से उसकी अलग-अलग तस्वीरें भी सामने आई हैं. लेकिन अभी भी वो पुलिस की पकड़ से दूर है. अमृतपाल को पकड़ने के लिए पंजाब पुलिस ने 18 मार्च को ऑपरेशन शुरू किया था. जिसमें 353 लोगों को हिरासत में लिया गया था. ऐसे में लोगों की रिहाई को लेकर जत्थेदार हरप्रीत सिंह ने 27 मार्च को सरकार को अल्टीमेटम दिया. उन्होंने कहा,

‘अगर हिरासत में लिए गए लोगों को 24 घंटे के भीतर रिहा नहीं किया गया, तो सिख संगठन इसके खिलाफ आंदोलन करेंगे.’

भगवंत मान ने लगाया आरोप

हरप्रीत सिंह के इस बयान का मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 28 मार्च को जवाब दिया. CM मान ने जत्थेदार पर बादल परिवार का पक्ष लेने का आरोप लगाया. उन्होंने ट्वीट कर लिखा,

‘जत्थेदार श्री अकाल तख़्त साहिब जी. आप (अकाल तख्त) और सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) बादल परिवार का पक्ष लेते रहे हैं. बादल परिवार ने कई जत्थेदारों का अपने स्वार्थ के लिए इस्तेमाल किया है. अच्छा होता कि आप बेअदबी और श्री गुरु ग्रंथ साहिब के गायब स्वरूपों के लिए अल्टीमेटम जारी करते, न कि हंसते-बसते लोगों को भड़काने के लिए. ’

जत्थेदार ने किया पलटवार

पंजाब CM के इस ट्वीट के कुछ देर बाद ही जत्थेदार हरप्रीत सिंह ने इसका जवाब देते हुए कहा कि निर्दोष सिख युवाओं के बारे में उन्हें बोलने का अधिकार है और ये उनका कर्तव्य भी है. उन्होंने भगवंत मान को संबोधित करते हुए कहा,

‘भगवंत मान जी, जैसे आप पंजाब का प्रतिनिधित्व करते हैं, वैसे मैं भी अपने कौम का सच्चा प्रतिनिधि हूं. मेरे पास भी ये अधिकार है कि मैं अपनी कौम के निर्दोष युवाओं के अधिकारों के बारे में बात करूं, यह मेरा फर्ज भी है. आप सही हैं कि अक्सर निर्दोष धार्मिक युवाओं का इस्तेमाल राजनीतिक लोग करते हैं. मुझे इस बारे में खूब पता है. लेकिन आप भी ध्यान रखो कि अपनी सियासी रोटियां सेंकने के लिए आप जैसे राजनीतिक लोगों का कुछ और राजनीतिक लोग ही इस्तेमाल न कर जाएं’

जत्थेदार ने आगे कहा,

‘हम राजनीति पर बाद में बात कर लेंगे. पहले आओ मिलकर पंजाब बचाएं. और उन मांओं को उनके निर्दोष बेटों से मिलाएं, जिन्हें जेल में डाल दिया गया. ईश्वर सबका कल्याण करे.’

बताते चलें कि राज्य के DGP गौरव यादव के मुताबिक, अमृतपाल को पकड़ने के लिए चलाए गए ऑपरेशन के दौरान पूरे राज्य में 353 लोगों को हिरासत में लिया गया, जिनमें से 197 लोगों को रिहा कर दिया गया है. वहीं 40 के खिलाफ आपराधिक गतिविधि के सबूत मिले हैं. 

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