लोकसभा चुनाव 2024 खत्म हो गए हैं. लेकिन पार्टियां एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप अभी भी लगा रही हैं. चुनाव में CPI(M) के नेतृत्व वाला वाम गठबंधन केरल की 20 सीटों में से सिर्फ एक ही सीट जीत पाया. जिसके बाद कांग्रेस ने केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन (Pinarayi Vijayan) से इस्तीफे की मांग कर दी. अब विजयन ने कांग्रेस को जवाब दिया है. उन्होंने कहा है कि किसी को भी उनसे इस्तीफा नहीं मांगना चाहिए.
केरल के CM पिनराई विजयन का इस्तीफा मांगा था, उन्होंने जवाब में कांग्रेस का पूरा विश्लेषण कर डाला
केरल के मुख्यमंत्री ने लोकसभा और विधानसभा चुनावों में वोटिंग पैटर्न पर भी बात की. उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनावों में UDF को भारी जीत मिली थी. लेकिन 2020 के स्थानीय निकाय चुनावों और 2021 के विधानसभा चुनावों में वो वैसी परफॉर्मेंस नहीं कर पाए.

केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (LDF) कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन की 18 सीटों पर जीत से चिंतित नहीं है. इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक सीएम विजयन ने कहा कि राज्य की लोकसभा सीटों में से एक सीट भाजपा ने कैसे जीती, इस पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए.
राज्य विधानसभा में चर्चा के दौरान जवाब देते हुए उन्होंने पूछा,
"कांग्रेस का कहना है कि LDF की हार की जिम्मेदारी लेते हुए मुझे पद छोड़ देना चाहिए. इस इस्तीफा की मांग के पीछे क्या तर्क है?"
2004 के लोकसभा चुनाव में केरल में कांग्रेस पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री एके एंटनी ने इस्तीफा दे दिया था. उनके इस्तीफे का जिक्र करते हुए विजयन ने कहा,
"एंटनी ने 2004 में इसलिए इस्तीफा नहीं दिया था क्योंकि कांग्रेस ने खराब प्रदर्शन किया था, बल्कि इसलिए किया था क्योंकि पार्टी के संगठन में दिक्कत थीं. किसी को भी उस ओर इशारा करके इस सरकार के इस्तीफे की मांग नहीं करनी चाहिए. हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना में कांग्रेस मुख्यमंत्रियों ने लोकसभा चुनावों में पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा क्यों नहीं दिया?"
कांग्रेस को 'जीत पर बहुत ज्यादा खुश न होने' की बात कहते हुए विजयन ने कहा,
"LDF हार के पीछे के कारणों की जांच करेगा और सुधार करने की कोशिश करेगा. भाजपा ने ऐसी स्थिति पैदा कर दी थी जिसमें लोगों के एक वर्ग को चिंता थी कि क्या वो इस देश में रह पाएंगे. ये लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को किसी भी कीमत पर सत्ता से बाहर देखना चाहते थे. वो LDF के खिलाफ नहीं थे, वो मोदी शासन से बचना चाहते थे. 2019 में जो हुआ था वही अब हुआ. कांग्रेस को लगता है कि चुनाव में सेंटिमेंट LDF के खिलाफ था, लेकिन हम इस फैसले को सरकार के खिलाफ नहीं मानते हैं."
केरल के मुख्यमंत्री ने लोकसभा और विधानसभा चुनावों में वोटिंग पैटर्न पर भी बात कही. उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनावों में UDF (कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट) को भारी जीत मिली थी. लेकिन 2020 के स्थानीय निकाय चुनावों और 2021 के विधानसभा चुनावों में वो वैसी परफॉर्मेंस नहीं कर पाए.
वीडियो: केरल चुनाव में जीत के साथ पी विजयन ने 64 बरस पुराना कौन सा मिथक तोड़ दिया?