13 दिसंबर को संसद पर हुए हमले (Parliament Attack) में अब तक कुल 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें से एक है हरियाणा की नीलम वर्मा (Neelam Verma). नीलम और अमोल शर्मा नाम के व्यक्ति को संसद के बाहर ट्रांसपोर्ट भवन के सामने रंगीन धुएं के साथ प्रदर्शन करते हुए पकड़ा गया था. नीलम के समर्थन में हरियाणा संयुक्त किसान मोर्चा (HSKM) ने एक पंचायत बुलाई थी, जिसमें नीलम की मां ने कहा है कि ‘नीलम आतंकवादी नहीं है, उसे बस नौकरी चाहिए.’
संसद पर हमला: आरोपी नीलम के पक्ष में पंचायत, मां बोली, 'मेरी बेटी आतंकवादी नहीं, उसे बस...'
पंचायत में नीलम को रिहा करने और उस पर लगे आरोप हटाने की मांग की गई है.

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नीलम के समर्थन में पंचायत37 साल की नीलम, हरियाणा के हिसार में रेड स्क्वायर मार्केट इलाके की रहने वाली है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हरियाणा के जींद जिले के उचाना कलां कस्बे में HSKM के बैनर तले तीन खापों के किसान नेताओं ने एक पंचायत बुलाई थी. ये पंचायत नीलम वर्मा के समर्थन में बुलाई गई. इस दौरान नीलम की मां ने टाइम्स ऑफ़ इंडिया से बात करते हुए कहा,
“मेरी बेटी आतंकवादी नहीं है बल्कि बेरोजगारी के चलते परेशान है.”
उन्होंने आगे कहा,
"साल 2015 में नीलम को स्पाइन इंजरी (रीढ़ की हड्डी में चोट) हो गई थी. उसके बाद नीलम ने शादी न करने का फैसला किया. वो सिर्फ एक जॉब चाहती है. मुझे उसकी तबीयत की चिंता है, क्योंकि चोट की वजह से ज्यादा देर तक बैठ नहीं सकती."
पंचायत ने नीलम को रिहा करने और उसके खिलाफ आरोप वापस लेने की मांग की है. और मीडिया से इस मामले में निष्पक्ष रहने की अपील की है. पंचायत में ये भी फैसला किया गया कि नीलम को कानूनी मदद सहित हर तरह का सहयोग दिया जाएगा. HSKM के नेता आजाद पलवा ने अखबार से कहा कि 'नीलम ने बेजुबानों के लिए आवाज उठाकर कुछ भी गलत नहीं किया.'
नीलम ने क्या कहा था?बता दें कि जब नीलम को ट्रांसपोर्ट भवन के सामने पकड़ा गया तो उसने कहा था कि 'भारत सरकार हमारे ऊपर अत्याचार करती है. हक़ की बात करने पर लाठीचार्ज करके हमें जेल के अंदर डाला जाता है. हमारे पास आवाज उठाने का कोई जरिया नहीं है.' नीलम ने 'तानाशाही नहीं चलेगी' और 'भारत माता की जय' जैसे नारे भी लगाए थे.
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