मज़ ऐप साल 2015 में लॉन्च किया गया था. (फ़ोटो/सोशल मीडिया/unsplash.com)
"कज़न्स को छोड़ो,
कोई और ढूंढो."
पाकिस्तान के एक डेटिंग एप का ये इश्तेहार सोशल मीडिया पर वायरल है. डेटिंग एप का नाम है मज़. इसने अपने कैंपेन में कई जगह बिलबोर्ड लगाए हैं. बिलबोर्ड की इस टैगलाइन से सोशल मीडिया पर लोग आपस में भिड़ गए हैं. क्योंकि मुस्लिम समुदाय में चचेरे भाई-बहनों से शादी करने की परंपरा है (Pakistan Dating App Muzz Advertisment).
कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि मज़ ने ये कैंपेन पारंपरिक बाधाओं को तोड़ने के लिए बनाया है. X पर इस बिलबोर्ड की फ़ोटो कई लोगों ने शेयर की हैं. @BehtareenInsan नाम के यूजर ने बिलबोर्ड की फ़ोटो शेयर करते हुए लिखा,
"उन्मादी मार्केटिंग."
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गर्व मलिक नाम के यूजर ने कैंपेन के लिए लिखा,
"दूसरे देश के डेटिंग ऐप्स: अपना जीवनसाथी ढूंढें, अपना लॉबस्टर ढूंढें, अपनी पाओ भाजी ढूंढें.
पाकिस्तानी डेटिंग ऐप: अपने चचेरे भाई-बहनों के अलावा किसी और को ढूंढें."
एक और यूजर अब्दुल्लाह ने ये लाइन पढ़ने के बाद की कहानी बताते हुए लिखा,
“मुझे याद है कि गाड़ी चलाते समय मैंने यह देखा था और मैं इतनी जोर से हंसा था कि मैंने अपनी मां को डरा दिया था.”
हदिया नाम की यूजर ने तंज में पाकिस्तानी पुरुषों के लिए लिखा,
"ना, अगर यह काम करना शुरू कर दें तो आधे पाकिस्तानी पुरुष हमेशा के लिए अकेले रह जाएंगे."
मज़ ऐप क्या है? इस इश्तेहार में नीचे लिखा हुआ था कि मज़ ऐप डाउनलोड करें. मज़ एक डेंटिग और मुस्लिम मैरिज ऐप है. 2015 में इसे शहजाद यूनुस नाम के शख्स ने लॉन्च किया था. ये ऐप कैज़ुअल डेटिंग के बजाय शादी के लिए ज़्यादा जाना जाता है. इसकी टैगलाइन "व्हेयर सिंगल मुस्लिम मीट" और "व्हेयर मुस्लिम मीट" है.
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