क्या विराट कोहली (Virat Kohli) ने खुद टेस्ट से संन्यास लेने का फैसला किया या उन्हें मजबूर किया गया? 12 मई को जबसे विराट कोहली ने ये एलान किया है, तभी से लगातार यह सवाल उठ रहा है. फैंस के लिए यह तय करना इसलिए भी मुश्किल हो रहा है क्योंकि मीडिया रिपोर्ट्स में अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं. 13 मई को सामने आई एक रिपोर्ट के मुताबिक विराट कोहली के संन्यास में उनके परिवार का भी अहम रोल था.
कोहली के संन्यास पर BCCI से जुड़ी ये बात चौंका देगी!
Virat Kohli ने अप्रैल के पहले हफ्ते में ही चीफ सेलेक्टर अजीत आगरकर को यह बता दिया था कि वह टेस्ट से संन्यास लेना चाहते हैं लेकिन वनडे खेलते रहेंगे.
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इंडियन एक्सप्रेस से जुड़े देंवेंद्र पांडे की रिपोर्ट के मुताबिक विराट कोहली ने अप्रैल के पहले हफ्ते में ही चीफ सेलेक्टर अजीत आगरकर को यह बता दिया था कि वह टेस्ट से संन्यास लेना चाहते हैं लेकिन वनडे खेलते रहेंगे. वह अपने परिवार के साथ ज्यादा समय बिताना चाहते हैं और संन्यास के फैसले की यह भी एक बड़ी वजह है.
बोर्ड ने कोहली से फिर से सोचने को कहाबोर्ड उस समय कोहली के टेस्ट संन्यास के लिए तैयार नहीं था. इंग्लैंड दौरे को ध्यान में रखते हुए BCCI ने विराट कोहली से फिर से फैसले पर ध्यान देने को कहा. वह नहीं चाहते थे कि कोहली जल्दबाजी में फैसला करें और इस बारे में और सोचें. हालांकि विराट कोहली नहीं माने और अपने फैसले पर अड़े रहे.
7 मई को विराट कोहली ने BCCI को बताया कि वह सोशल मीडिया पर अपने संन्यास का ऐलान करना चाहते हैं. हालांकि ऑपरेशन सिंदूर को देखते हुए उन्हें कुछ समय रुकने की हिदायत दी गई. सीजफायर के बाद कोहली ने सेलेक्टर्स और BCCI अधिकारियों को बताया कि वह 12 मई को अपने टेस्ट संन्यास का एलान कर देंगे और ऐसा ही हुआ.
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संन्यास के फैसले में परिवार का रोलरिपोर्ट में यह भी बताया गया कि कोहली पहले की तुलना में ज्यादा वक्त परिवार के साथ बिताना चाहते हैं. टेस्ट और वनडे का व्यस्त कैलेंडर उनके इस प्लान को सफल नहीं होने दे रहा था. इसलिए कोहली ने एक और फॉर्मेट से दूरी बनाकर खुद के लिए ज्यादा वक्त निकालने का फैसला किया.
वीडियो: टेस्ट क्रिकेट से संन्यास पर विराट कोहली ने BCCI से क्या कहा?