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यूरिन बैग नहीं था, अस्पताल वालों ने जुगाड़ करके मरीज के साथ जो किया, देख बवाल कट गया

एक मरीज के साथ ऐसा भी किया जा सकता है, किसी ने सोचा ना होगा!

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जमुई के सदर अस्पताल की घटना (फोटो- आजतक)

बिहार (Bihar) के अस्पताल में बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है. यूरिन ड्रेनेज बैग ना होने के चलते एक मरीज को कोल्ड ड्रिंक वाली खाली बोतल लगा दी गई. फिर पता चला कि अस्पताल में मरीज के लिए जरूरी दवाएं और इंजेक्शन भी मौजूद नहीं हैं. लापरवाही को लेकर अस्पताल के मैनेजर ने सफाई दी है.

आजतक से जुड़े राकेश कुमार सिंह ने मामले पर एक रिपोर्ट तैयार की है. मामला जमुई जिले के सदर अस्पताल का है. 7 अगस्त की रात को झाझा रेलवे पुलिस ने बेहोशी की हालत में एक मरीज को यहां भर्ती कराया था.

अस्पताल के कर्मचारियों को निर्देश दिया गया कि मरीज को एप्सोलिन और एक गैस का इंजेक्शन देकर यूरिनल बैग लगाएं. लेकिन, अस्पताल के स्टॉक में इनमें से कोई सामान था ही नहीं. तभी स्टाफ ने पेशेंट को कोल्ड ड्रिंक की बोतल लगा दी. मरीज को कोई दवा भी नहीं दी गई. खबर है कि रात में अस्पताल प्रबंधक रमेश पांडेय को फोन मिलाया गया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया. रात भर मरीज बिना दवा के रहा. 

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अगली सुबह मैनेजर को मामले की जानकारी मिली तो आनन-फानन में यूरिनल बैग और बाकी जरूरी दवाइयां मंगवा कर मरीज को दी गईं. मैनेजर रमेश पांडेय ने सफाई में आज तक को बताया,

मुझे इस बात की सूचना नहीं थी कि अस्पताल में यूरिनल बैग नहीं है. अस्पताल के स्टोर इंचार्ज का पैर फ्रैक्चर हो गया था जिस वजह से ड्यूटी पर मौजूद कर्मी को सूचना नहीं मिल पाई. मुझे जैसे ही जानकारी मिली मैंने सामान उपलब्ध कराया. आगे से ऐसी स्थिति ना हो इसके लिए संबंधित स्वास्थ्य कर्मियों को सख्त हिदायत दी गई है. 

साथ ही मैनेजर ने लापरवाही की बात मानते हुए दावा किया कि घटना के वक्त मौजूद स्वास्थ्य कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. 

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