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अटल बिहारी वाजपेयी को मुखाग्नि किसने दी?

दिल्ली के स्मृति स्थल पर राष्ट्रीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया.

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दाह-संस्कार अंतिम कर्म है. सोलह संस्कारों में आखिरी. वाजपेयी का अंतिम संस्कार हो गया. उनकी गोद ली हुई बेटी नमिता ने उन्हें मुखाग्नि दी. नमिता राजकुमारी कौल की बेटी हैं. वाजपेयी और राजकुमारी, दोनों ग्वालियर में साथ कॉलेज में पढ़ते थे.

अटल बिहारी वाजपेयी राख हो गए. उनकी चिता को अग्नि दे दी गई. अंतिम संस्कार उनकी गोद ली हुई बेटी नमिता भट्टाचार्य ने किया. नमिता और वाजपेयी के बीच जो रिश्ता था, उतने प्यारे रिश्ते हमारे यहां के नेताओं की जिंदगी में नजर नहीं आते हैं. नमिता राजकुमारी कौल की बेटी हैं. राजकुमारी कौल और अटल बिहारी वाजपेयी में ग्वालियर के कॉलेज के दिनों से संग-साथ था. राजकुमारी कौल इंदिरा गांधी की रिश्ते की बहन लगती थीं.

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ये नमिता हैं. वाजपेयी की बिटिया. इन्होंने किया अंतिम संस्कार. इनकी बेटी, यानी वाजपेयी की नातिन ने उनके ताबूत पर लपेटे गए तिरंगे को रिसीव किया.
ये नमिता हैं. वाजपेयी की बिटिया. इन्होंने किया अंतिम संस्कार. इनकी बेटी निहारिका, यानी वाजपेयी की नातिन ने उनके ताबूत पर लपेटे गए तिरंगे को रिसीव किया. जब ऐसे राष्ट्रीय सम्मान के साथ विदाई की जाती है, तब ताबूत पर लपेटा गया तिरंगा  परिवारवालों के सुपुर्द करने की रस्म है. 

16 अगस्त, 2018. इस तारीख को वाजपेयी चले गए. एक दिन बाद, 17 अगस्त को उनका शरीर भी चला गया. उन्होंने कभी शादी तो की नहीं थी. बच्चे भी नहीं थे. मगर एक बेटी को गोद जरूर लिया था. पहले लगा, नमिता के पति रंजन भट्टाचार्य मुखाग्नि देंगे. लेकिन फिर नमिता नजर आईं. सफेद कपड़ों में सारे विधि-विधान कर रही थीं. जब वाजपेयी का शव ताबूत से निकालकर चिता तक ले जाया जा रहा था, तब नमिता आगे-आगे चल रही थीं. साफ हो गया कि बिटिया करेंगी अंतिम संस्कार. आमतौर पर महिलाओं को ये हक नहीं मिलता. बल्कि महिलाओं को तो शमशान तक में जाने की भी इजाजत नहीं मिलती.

वाजपेयी और राजकुमारी कौल की स्टोरी नमिता राजकुमारी कौल की बेटी हैं. राजकुमारी कौल और वाजपेयी का रिश्ता ग्वालियर के दिनों का था. तब राजकुमारी कौल नहीं, हकसर हुआ करती थीं. दोनों वहां कॉलेज में पढ़ते थे. फिर कॉलेज खत्म हो गया. राजकुमारी की शादी हो गई दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रफेसर ब्रज नारायण कौल से. राजनीति के सिलसिले में वाजपेयी भी दिल्ली आ गए. राजकुमारी की दो बेटियां हुईं- नम्रता और नमिता. बाद में जब वाजपेयी सांसद बने, तो उन्हें सरकारी बंगला मिला. उन्होंने राजकुमारी कौल, उनके पति और दोनों बेटियों को भी अपने ही पास बुला लिया. सब साथ रहने लगे.

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        Last salute accorded to former PM हमारे यहां के हिसाब से तो ये अलहदा है फिर जब मिस्टर कौल गुजर गए, तो वाजपेयी ने उनकी नमिता और नम्रता को गोद ले लिया. नमिता की शादी रंजन भट्टाचार्य से हुई. आपने वाजपेयी के दामाद के तौर पर रंजन का कई बार नाम सुना होगा. वाजपेयी जब प्रधानमंत्री थे, तब रंजन और नमिता बड़े ताकतवर हुआ करते थे. इनकी बेटी निहारिका भी अपने नाना के बेहद करीब थीं. 2014 में राजकुमारी कौल गुजर गईं. वाजपेयी इस मामले में सबसे क्रांतिकारी थे. आपको भारत में ऐसे नेता नहीं मिलेंगेे.


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