यूपी में एनकाउंटर की खबरें आए दिन आती रहती हैं. अब आंकड़े भी आ गए हैं. यूपी पुलिस ने वर्ष 2017 से लेकर अब तक प्रदेश में कुल 30 हजार से अधिक अपराधियों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है. इनमें मुठभेड़ के दौरान 9 हजार से अपराधियों को पैर में गोली लगी.
योगी राज में यूपी पुलिस की अपराधियों से 15 हजार मुठभेड़ें, 9000 के पैर में मारी गोली, मौतें कितनी हुईं?
यूपी के डीजीपी राजीव कृष्णा का कहना है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था को नई दिशा दी गई है. उन्होंने कहा कि सीएम योगी ने पुलिस बल को अत्याधुनिक हथियारों और प्रशिक्षण दिया है. डीजीपी ने दावा किया कि पिछले आठ वर्षों की सख्त नीति और अभियान का ही नतीजा है कि आज उत्तर प्रदेश देश के सबसे सुरक्षित राज्यों में गिना जाने लगा है.

DGP राजीव कृष्ण का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अपराधियों पर नकेल कसने के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है. पिछले आठ वर्षों में यूपी पुलिस द्वारा अपराधियों की धरपकड़ के लिए 14,973 कार्रवाइयां की गईं. इस दौरान 30,694 अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया. इस दौरान पुलिस पर हमला करने वाले 9,467 अपराधियों के पैर में गोली लगी, जबकि 238 अपराधी मारे गए.
सबसे अधिक मेरठ जोन में धरे गएयूपी में सबसे अधिक मेरठ जोन में कार्रवाई की गई. यहां पुलिस ने 7,969 अपराधी गिरफ्तार किए जबकि 2,911 घायल हुए. इसी तरह आगरा ज़ोन में 5,529 अपराधी गिरफ्तार किए गए, जबकि 741 घायल हुए. वहीं बरेली ज़ोन में 4,383 अपराधी पकड़े गए और 921 घायल हुए. इसके अलावा वाराणसी जोन में 2029 अपराधी अरेस्ट किए गए और 620 घायल हुए.
DGP ने बताया कि कमिश्नरेट में सबसे अधिक गौतमबुद्धनगर में 1,983 अपराधी गिरफ्तार किए गए, 1,180 घायल हुए. वहीं गाजियाबाद कमिश्नरेट में 1,133 गिरफ्तार किए गए और 686 घायल हुए. इसके अलावा आगरा कमिश्नरेट में 1,060 अपराधी गिरफ्तार किए गए और 271 घायल हुए.
यूपी के डीजीपी राजीव कृष्णा का कहना है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था को नई दिशा दी गई है. उन्होंने कहा कि सीएम योगी ने पुलिस बल को अत्याधुनिक हथियारों और प्रशिक्षण दिया है. डीजीपी ने दावा किया कि पिछले आठ वर्षों की सख्त नीति और अभियान का ही नतीजा है कि आज उत्तर प्रदेश देश के सबसे सुरक्षित राज्यों में गिना जाने लगा है.
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