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ट्रंप का डीप स्ट्राइक के दावे पर यू-टर्न, कहा, 'जेलेंस्की को मास्को को निशाना नहीं बनाना चाहिए'

अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump ने बताया कि वह रूसी राष्ट्रपति Vladimir Putin से बेहद निराश हैं. ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने हाल में कई संघर्षों को समाप्त करने में मदद की है, लेकिन Russia और Ukraine का मसला अब भी अनसुलझा है.

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ट्रंप रूस और यूक्रेन के बीच सीजफायर कराने में जुटे हैं. (फाइल फोटो, इंडिया टुडे)

अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने 15 जुलाई को उन रिपोर्टों का खंडन किया है, जिनमें दावा किया गया था कि उन्होंने यूक्रेन को रूस में अंदर तक हमला करने के लिए प्रोत्साहित किया था. उन्होंने कहा कि वोलोदिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) को मास्को को निशाना नहीं बनाना चाहिए.

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राष्ट्रपति ट्रंप ने इस बयान से एक दिन पहले सीजफायर को लेकर पुतिन को चेतावनी दी थी. और यूक्रेन को हथियारों की नई खेप देने का भी एलान किया था. डॉनल्ड ट्रंप ने वाइट हाउस के साउथ लॉन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, ‘मैं किसी के पक्ष में नहीं हूं. मैं मानवता के पक्ष में हूं, क्योंकि मैं यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध के चलते हो रही मौतों को रोकना चाहता हूं.’

इससे पहले फाइनेंशियल टाइम्स ने एक रिपोर्ट में दावा किया था कि ट्रंप ने जेलेंस्की से निजी बातचीत में पूछा था कि अगर यूक्रेन को लंबी दूरी के हथियार दिए जाएं तो क्या वह मास्को पर हमला कर सकते हैं. इसके जवाब में जेलेंस्की ने कहा था,

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 हां, अगर आप हमें हथियार देंगे तो हम ऐसा कर सकते हैं.

लेकिन 15 जुलाई को राष्ट्रपति ट्रंप ने इस खबर का खंडन किया. रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 

नहीं, उन्हें (जेलेंस्की) मास्को को निशाना नहीं बनाना चाहिए.

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अमेरिकी राष्ट्रपति ने बताया कि वह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बेहद निराश हैं. ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने हाल में कई संघर्षों को समाप्त करने में मदद की है, लेकिन रूस और यूक्रेन का मसला अब भी अनसुलझा है. उन्होंने इसे 'बाइडेन युद्ध' करार दिया. और जोर देकर कहा कि उनका लक्ष्य अमेरिका को इस स्थिति से बाहर निकालने का रास्ता खोजना है.

रूस पर सेकेंडरी टैरिफ लगाने की धमकी

इससे पहले डॉनल्ड ट्रंप ने रूस को यूक्रेन के साथ सीजफायर समझौता करने के लिए 50 दिनों का डेडलाइन दिया है. वाइट हाउस में 14 जुलाई को पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने बताया कि अगर 50 दिनों में कोई समझौता नहीं हुआ तो रूस पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगेगा. उन्होंने बताया कि ये 'सेकेंडरी टैरिफ' होगा. इसका मतलब है कि रूस से तेल खरीदने वाले देशों, जैसे भारत और चीन पर भी प्रतिबंध लगेगा.

वीडियो: आखिरकार ट्रंप ने कनाडा पर लगाया 35% टैरिफ, अगला नंबर किसका?

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