आंध्र प्रदेश में आज चंद्रबाबू नायडू ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली. इस शपथ ग्रहण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल हुए. शपथ ग्रहण समारोह से ही अमित शाह का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में अमित शाह बीजेपी नेता और तेलंगाना की पूर्व राज्यपाल तमिलसाई सुंदरराजन को कुछ कहते नजर आ रहे हैं. वीडियो में शाह की मुद्रा नाराजगी भरी लग रही है. इसलिए तमिलनाडु बीजेपी में कथित 'अंतर्कलह' को लेकर अटकलें चलने लगी हैं.
अमित शाह मंच पर पूर्व राज्यपाल को कुछ कह रहे थे, वीडियो भयंकर वायरल हो गया
वीडियो में शाह की मुद्रा नाराजगी भरी लग रही है. इसलिए तमिलनाडु बीजेपी में 'अंतर्कलह' को लेकर अटकलें चलने लगी हैं.
.webp?width=360)
वायरल वीडियो में दिख रहा है कि अमित शाह के साथ मंच पर जेपी नड्डा और वेंकैया नायडू बैठे हैं. इस बीच तमिलसाई मंच पर सबको नमस्कार करती हैं. वो नमस्कार करके आगे बढ़ती हैं लेकिन अमित शाह उन्हें वापस बुला लेते हैं. इसके बाद शाह उनसे कुछ बात करते हैं. बीच में तमिलसाई भी उनसे कुछ बोलती हैं. लेकिन शाह उनकी तरफ उंगली दिखाते हुए टोकते नजर आते हैं.
वीडियो वायरल होते ही तमिलसाई सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगीं. कई लोग इसे तमिलनाडु में बीजेपी की हार के बाद तमिलसाई के उस बयान से जोड़कर देखने लगे, जिसमें उन्होंने कहा था कि राज्य बीजेपी में कई असामाजिक तत्वों को शामिल कर लिया गया है. इस बयान को बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई पर अप्रत्यक्ष हमले के रूप में देखा गया था.

लोकसभा चुनाव में राज्य के भीतर बीजेपी के खराब प्रदर्शन के बाद तमिलसाई और अन्नामलाई गुट के बीच विवाद छिड़ा हुआ है. तमिलसाई गुट बीजेपी की हार के लिए अन्नामलाई को जिम्मेदार ठहरा रहा है. उनका मानना है कि अन्नामलाई के कारण ही AIADMK और बीजेपी का गठबंधन नहीं हो पाया और इसके कारण पार्टी की बड़ी हार हुई.
इस वीडियो के वायरल होने के बाद DMK ने अमित शाह पर कई सवाल खड़े किए हैं. DMK प्रवक्ता श्रवणन अन्नादुरई ने सोशल मीडिया पर वीडियो के स्क्रीनशॉट्स को शेयर करते हुए लिखा,
"ये किस तरह की राजनीति है? क्या तमिलनाडु की एक प्रमुख महिला नेता के साथ मंच पर इस तरह का व्यवहार करना और फटकार लगाना सही है? क्या अमित शाह नहीं जानते कि इसे हर कोई देखेगा? बहुत गलत उदाहरण है!"
इस वीडियो क्लिप पर अब तक तमिलसाई का कोई बयान नहीं है. लेकिन इसे चुनाव नतीजों के बाद आए बयानों से जोड़कर देखा जा रहा है.
पिछले हफ्ते AIADMK नेता एसपी वेलुमणि ने भी कहा था कि अगर AIADMK और बीजेपी का गठबंधन होता तो कम से कम 30 से 35 सीटें उनके हिस्से आतीं. उन्होंने गठबंधन टूटने के लिए अन्नामलाई को जिम्मेदार ठहराया था. वेलुमणि ने यहां तक कह दिया कि जब तमिलसाई और एल मुरुगन प्रदेश अध्यक्ष थे तब बीजेपी के साथ उनके रिश्ते सही थे. दोनों दलों के बीच दरार के लिए उन्होंने अन्नामलाई के भाषणों को जिम्मेदार ठहराया था.
ये भी पढ़ें- चंद्रबाबू नायडू आंध्र प्रदेश के CM बने, पवन कल्याण डिप्टी CM, BJP को क्या मिला?
इसके बाद तमिलसाई ने भी वेलुमणि की बातों को दोहराया और एक इंटरव्यू में कहा कि AIADMK और बीजेपी गठबंधन में 35 सीटों तक जीतती. इस साल 24 मार्च को तमिलसाई ने तेलंगाना के राज्यपाल और पुडुचेरी उपराज्यपाल पद से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने खुद चेन्नई साउथ से लोकसभा का चुनाव लड़ा लेकिन हार गईं. साल 2019 में भी वो लोकसभा चुनाव हारी थीं. तमिलसाई भी भाजपा की प्रदेश अध्यक्ष रह चुकी हैं.
खुद अन्नामलाई भी कोयंबटूर से चुनाव हार गए. हार के बाद राज्य में पार्टी के कई नेता उनके खिलाफ खुलकर बोलते नजर आ रहे हैं. राज्य में लोकसभा की 39 सीटें हैं. लेकिन ना तो बीजेपी और ना ही AIADMK एक भी सीट जीत पाई.
वीडियो: लोकसभा चुनाव के कारण राज्यसभा की ये सीटे खाली हो गईं, किस राज्य में कितनी सीट है?