बीजेपी इस वक्त अपने बंगाल मिशन पर है. पश्चिम बंगाल में इलेक्शन जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, बीजेपी के बड़े नेताओं का फोकस राज्य की तरफ बढ़ रहा है. रविवार को इसी मिशन पर निकले गृहमंत्री अमित शाह ने परंपरागत बाउल गायक बसुदेव दास के साथ भोज किया. शाह के सामने कुछ गाने भी गाए. लेकिन बुधवार आते-आते अमित शाह के साथ भोज करने वाले बाउल गायक के सुर बदल गए.
टीएमसी नेता की मुलाकात के बाद बदले तेवर
इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक, अमित शाह और बाउल गायक की रविवार को मुलाकात के बाद तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने बसुदेव दास बाउल से संपर्क किया. तृणमूल कांग्रेस की तरफ से बीरभूमि जिले के पार्टी प्रमुख अणुब्रत मंडल ने मंगलवार को बाउल गायक से मुलाकात की. इसके बाद बसुदेव दास की तरफ से बीजेपी के बारे में बयान आया. दास ने कहा-
अमित शाह मेरे घर आए थे. उन्होंने भोजन किया, और चले गए. मुझे उनसे बात करने का मौका भी नहीं मिला. उन्होंने मेरी सहायता के बारे में कुछ नहीं कहा. अमित शाह के वापस जाने के बाद भी किसी ने मुझसे संपर्क नहीं किया. मुझे लगा कि मैं गृह मंत्री से अपनी बेटी की उच्च शिक्षा को लेकर कुछ मदद मांगूंगा.
उन्होंने कहा कि वह 29 दिसंबर को होने वाली ममता बनर्जी की रैली में भी परफॉर्म करेंगे.

टीएमसी ने शाह के दौरे को बताया ड्रामा
तृणमूल पार्टी के नेता अणुब्रत मंडल ने कहा कि वह बसुदेव दास की बेटी की पढ़ाई में मदद करेंगे. उन्होंने कहा-
अमित शाह आए और ड्रामा करके चले गए. वह किसी की भलाई को लेकर गंभीर नहीं थे. हम बसुदेव की बेटी की उच्च शिक्षा का सारा खर्च उठाने के लिए तैयार हैं.
बीजेपी ने भी टीएमसी के बयान पर पलटवार किया. बीजेपी ने कहा कि पिछले 10 साल से तृणमूल कांग्रेस को बसुदेव की याद नहीं आई. बीजेपी के नेशनल सेक्रेटरी अनुपम हाजरा ने कहा-
पिछले 10 साल से तृणमूल कांग्रेस को इस परिवार की तरफ देखने की फुर्सत नहीं थी. अब अमित शाह उनके घर पर गए, तब टीएमसी ने मदद का फैसला लिया है. इस हिसाब से बीजेपी ही इस तरह के परिवारों को आगे लाकर पहचान दिलाने और मदद का काम कर रही है.
बीजेपी ऐसा कोई भी मौका नहीं छोड़ना चाहती, जिससे सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस को नर्वस किया जा सके. हाल ही में टीएमसी के कई बड़े नेताओं ने बीजेपी का दामन थाम लिया था. बीजेपी सीएम ममता बनर्जी पर भी तानाशाही का आरोप लगाती रही है. ममता भी खूब पलटवार कर रही हैं.
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