विराट कोहली ने खुलकर बताया कौन है इस हार का जिम्मेदार!
डीन एल्गर ने भी कुछ कहा है.
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भारतीय क्रिकेट टीम का साउथ अफ्रीका में टेस्ट सीरीज जीतने का सपना एक बार फिर चकनाचूर हो गया है. केपटाउन टेस्ट में मेज़बानों ने भारत को सात विकेट्स से हरा दिया है. और तीन मैच की सीरीज को 2-1 से अपने नाम कर ली. मैच के हीरो रहे अफ्रीकी बल्लेबाज़ कीगन पीटरसन. पीटरसन ना सिर्फ मैन ऑफ द मैच बने बल्कि मैन ऑफ द सीरीज भी रहे.
मैच के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने अपनी टीम की बल्लेबाज़ी को इस सीरीज की हार का असली कारण बताया. कोहली ने कहा कि बल्लेबाज़ी के अलावा और कोई पक्ष ऐसा नहीं है जिसे दोष दिया जा सके. कोहली का मानना है कि पहले भी भारतीय टीम के साथ ऐसा हो चुका है कि जब उनकी टीम ने 30-40 मिनट ख़राब बैटिंग की. और इसके चलते उन्हें हार का सामना करना पड़ा. इस मैच में भी कुछ वैसा ही देखने को मिला. पोस्ट मैच सेरेमनी में कोहली ने कहा,
'जैसा कि मैंने कहा, विदेशी दौरों पर हमारा सबसे बड़ा चैलेंज रहा है टीम को मिले मोमेंटम का फायदा उठाना. जब भी हमने ऐसा किया है, हमने विदेशों में मैच जीते हैं. जब हम ऐसा नहीं कर पाए हैं तो हम बुरी तरह हारे हैं. कई मौकों पर हमने एकाएक कई सारे विकेट्स गंवाए जिसकी वजह से हमने मोमेंटम भी गंवाया और मैच भी.हार का कारण निसंदेह हमारी बल्लेबाज़ी रही है. किसी और चीज को इसके लिए जिम्मेदार नहीं ठहरा सकता. हमें अपनी बल्लेबाज़ी पर ध्यान देना होगा. हम हर बार ऐसे ही गुच्छों में अपने विकेट्स नहीं गंवा सकते. ये अच्छी बात नहीं है.'दूसरी तरफ साउथ अफ्रीका के कप्तान डीन एल्गर की बात करें तो वे अपनी टीम के प्रदर्शन से बेहद प्रभावित हैं. उनका कहना है कि जैसा करने के लिए टीम को कहा गया, उन्होंने बिल्कुल वैसा ही किया. एल्गर का मानना है कि अगर टीम से बड़े काम करवाने हैं तो उन्हें चैलेंज देना बेहद जरूरी है. फिर चाहे वे सीनियर खिलाड़ी ही क्यों ना हों. एल्गर ने कहा,
'अपनी इस टीम पर मुझे बेहद गर्व है. अगर आप चाहते हो कि आपकी टीम टॉप लेवल पर परफॉर्म करे तो उसके लिए आपको कई बार कड़े शब्दों का प्रयोग करना पड़ता है. अगर लोगों को ये पसंद नहीं आता है तो इससे निपटना उनकी समस्या है. मैं नए ट्विस्ट के साथ एक पुराने ख्यालों का आदमी हूं. मैंने सीनियर खिलाड़ियों के सामने भी कुछ चैलेंजेस रखे. मुझे ख़ुशी है कि खिलाड़ियों ने इसे समझा और करके भी दिखाया.'मैच की बात करें तो पहली दो पारियों में खेल लगभग बराबरी का रहा. भारत ने अपनी पहली पारी में 223 रन बनाए जिसके जवाब में अफ्रीका 210 पर सिमट गई. भारत को 13 रन की लीड मिली. दूसरी पारी में भारत की टीम 198 रन ही महज़ बना पाई. और अफ्रीका के सामने 212 रन का लक्ष्य रखा. उम्मीद थी कि एक कड़ा मुक़ाबला देखने को मिलेगा, लेकिन अफ्रीका के टॉप आर्डर के सामने भारतीय गेंदबाज़ी फीकी पड़ गई. पीटरसन के 82, रसी वान डर दुसें के नाबाद 41 और टेम्बा बवुमा के नाबाद 32 रन के दम प अफ्रीका ने ये मैच सात विकेट से जीत लिया.