प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार 10 अगस्त को उज्जवला योजना 2.0 की शुरुआत की. यूपी के महोबा से इस योजना की शुरुआत की गई. पीएम ने इस मौके पर उज्ज्वला योजना की लाभार्थी महिलाओं से संवाद भी किया. सोशल मीडिया पर इसकी काफी चर्चा है. इस चर्चा के बीच लोगों ने प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो यानी PIB का काफी मजाक उड़ाया है. वजह बना PIB यूपी के ट्विटर हैंडल से किया गया एक ट्वीट. इस ट्वीट में PIB ने एक वीडियो शेयर किया था. साथ में कैप्शन डाला. इसमें लिखा था,
“महोबा के मौदहा गांव की रहने वाली रजिया बेगम, उज्ज्वला योजना की लाभार्थी हैं. सिलेंडर प्राप्त करने के बाद वो सरकार को धन्यवाद दे रही हैं.”
बस यहीं चूक हो गई PIB से. ट्वीट के साथ जो वीडियो शेयर किया गया था, उसमें दिख रही महिला ने सिंदूर लगाया हुआ था और मंगलसूत्र पहना हुआ था. वो अपना नाम मोनू बता रही थीं, जबकि सरकार की समाचार एजेंसी ने महिला का नाम रजिया बेगम बता दिया.
साफ था कि PIB के ट्विटर हैंडल को संभाल रहे सोशल मीडिया मैनेजर्स से गलती हो गई थी. अब ट्विटर पर ऐसी गलतियों की माफी तो नहीं मिलती. सजा मिलती है. ट्रोलिंग के रूप में. सो इस गलती पर यही हुआ. ट्विटर यूजर्स ने पीआईबी की खिंचाई कर दी. कुछ ट्वीट देखें,
नवीन कुमार नाम के एक यूजर ने लिखा,
“इतनी हड़बड़ी क्या है? महिला खुद का नाम मोनू बता रही हैं. PIB कह रहा है कि इनका नाम रजिया बेगम है. अब इंसानों के नाम भी बदलेगी योगी सरकार?”
उज्ज्वल यादव नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा,
“इस वीडियो में बोलने वाली महिला अपना नाम मोनू बता रही हैं जबकि सरकार कह रही है कि इनका नाम रजिया बेगम है. नाम बदलने में वैसे भी भाजपाई माहिर हैं.”
अन्य यूजर्स ने भी PIB का ध्यान इस गलती की ओर दिलाया. PIB ने भी इसे समझा और इस ट्वीट को डिलीट कर दिया. हालांकि PIB ने कुछ और ट्वीट भी किए जिनमें उज्ज्वला योजना की लाभार्थियों के वीडियो थे.
उतर प्रदेश के बाराबंकी जिले की निवासी आलिया बानो का कहना है कि सिलेंडर के मिल जाने से उनको आसानी हो रही है।#PMUjjwala2 @PMOIndia pic.twitter.com/cdQYxAy9ES
— PIB in Uttar Pradesh (@PibLucknow) August 10, 2021
बाराबंकी की आलिया हों या फिर मेरठ की सीमा, सरकार की ओर से दावा किया गया है कि उनकी योजना ने करोड़ों महिलाओं के जीवन को बदल दिया. उसका कहना है कि गैस कनेक्शन मिलने से महिलाओं को सहूलियतें हुई हैं.
मेरठ की रहने वाली सीमा उज्जवला योजना की लाभार्थी है।उनका कहना है कि चूल्हें के धुएं की वजह से उनके बच्चों की आंखे दुखती था और उन्हें लकड़ी लेने दूर जाना होता था । उज्जवला योजना के तहत सिलेंडर मिल जाने से उनकी ये तकलीफ दूर हो गयी है।#PMUjjwala2 @PMOIndia pic.twitter.com/hQmtlAarn4 — PIB in Uttar Pradesh (@PibLucknow) August 10, 2021
उज्ज्वला योजना 2.0 की शुरुआत के मौके पर पीएम मोदी ने कहा,
“रक्षाबंधन से पहले यूपी की बहनों को संबोधित करते हुए बहुत खुशी हो रही है. उज्ज्वला योजना से जिन लोगों का जीवन रोशन हुआ है, उनकी संख्या अभूतपूर्व है और इनमें बड़ी संख्या महिलाओं की है. ये योजना 2016 में यूपी के बलिया, स्वतंत्रता संग्राम के प्रणेता मंगल पांडे की भूमि से शुरू की गई थी. आज उज्ज्वला का दूसरा संस्करण भी यूपी की वीरभूमि-महोबा से शुरू किया गया है.”
सरकार का दावा है कि इस योजना के पहले चरण में 8 करोड़ महिलाओं को गैस कनेक्शन दिए गए हैं. साथ ही पिछले 6-7 सालों में 11 हजार से अधिक LPG वितरण केंद्र खोले गए हैं. साल 2014 में यूपी में ऐसे 2 हजार केंद्र थे, लेकिन अब ये संख्या 4 हजार हो गई है. योजना को लेकर प्रधानमंत्री ने कहा- हम शत-प्रतिशत गैस कवरेज के बहुत करीब हैं, क्योंकि साल 2014 में कुल जितने गैस कनेक्शन थे उससे कहीं अधिक गैस कनेक्शन पिछले 7 सालों के दौरान दिए गए हैं.
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