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दलितों ने समारोह आयोजित करने की परमीशन नहीं ली, सवर्णों के पैरों पर गिरने की सजा मिली!

आठ पर केस, जिसमें से छह फरार हैं.

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समारोह की परमीशन नहीं ली, इसलिए सवर्णों के पैर में गिरने की सजा दी गई. (Photo: Pramod Madhav)
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16 मई 2021 (Updated: 16 मई 2021, 12:36 IST)
Updated: 16 मई 2021 12:36 IST
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विल्लुपुरम. तमिलनाडु का जिला. यहां का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसमें कुछ लोग जमीन पर बैठे हैं और कुछ उनके पैर पर गिरे हुए दिखाई दे रहे हैं. बताया जा रहा है कि जो पहले से बैठे हैं वो सवर्ण हैं और पैरों में गिरते हुए लोग दलित. वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने गांव के आठ लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, वाकया ओट्टानाथल है. 12 मई को दलित समुदाय के परिवारों को ग्राम देवता की पूजा करनी थी. उसके लिए उन्हें एक समारोह आयोजित करना था. हालांकि इसके लिए उन लोगों ने परमीशन ली थी. पर समारोह में तय लोगों से ज्यादा भीड़ इकट्ठा हो गई, जिससे कोरोना गाइडलाइंस का उल्लंघन हो गया. फिर इसकी सूचना पुलिस को दी गयी. पुलिस मौके पर पहुंची और उसने भीड़ को हटने का आदेश दिया. वहीं समारोह को आयोजित करने वालों को अपने साथ तिरुवेन्नईल्लूर पुलिस स्टेशन ले गयी. वहां एक माफीनामा लिखवाया. साथ ही लिखित में ये भी लिया गया कि वो इस तरह की घटनाओं को दोबारा से नहीं दोहराएंगे. और इसके बाद उन्हें छोड़ दिया गया.

सवर्णों ने दी सजा पुलिस स्टेशन से तो छूट गए. अब समूह वापस अपने गांव लौट रहा था, तो उन्हें गांव के सवर्णों द्वारा आदेश दिया गया कि उन्हें 14 मई को स्थानीय पंचायत में उपस्थित होना है.  4 मई को दलित समुदाय के कुछ सदस्य कंगारू कोर्ट में शामिल होने के लिए पहुंच गए. यहां पर उन्हें सवर्णों के पैरों पर गिरने का आदेश दिया गया. कहा गया कि ये सजा उन्हें इसलिए मिल रही है क्योंकि उन लोगों ने समारोह को आयोजित करने के लिए इनकी परमीशन नहीं ली थी. कंगारू कोर्ट के फैसले का पालन करते हुए दलित समुदाय के कुछ लोग सवर्णों  के पैरों पर गिरे और माफी मांगने लगे. इसी दौरान की तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. तमिल सिनेमा निर्देशक और दलित अधिकार कार्यकर्ता पीए रंजीत ने भी घटना के बारे में ट्वीट किया. मामला सामने आने के बाद क्षेत्र के DM और SP ने मौके पर पहुंचकर जांच की. गांव के आठ सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया. पुलिस के मुताबिक, उन्होंने गोकुला कृष्णन और सीतारमन को गिरफ्तार किया है और बाकी फरार छह लोगों की तलाश कर रही है.

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