SBI यानी भारतीय स्टेट बैंक ने एक रिपोर्ट जारी की है. इसमें कोरोना वैक्सीन को लगाने में आने वाले अनुमानित खर्च की बात लिखी है. रिपोर्ट में लिखा है कि पहले चरण में 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी. इसमें 21 से 27 हज़ार करोड़ रुपये खर्च होंगे. वहीं दूसरे चरण में करीब 50 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी. इसके लिए 35 से 45 हज़ार करोड़ रुपये की ज़रूरत होगी. यह भारत की GDP का लगभग 0.3-0.4 प्रतिशत है.
बिजनेस टुडे की खबर के मुताबिक, सरकार का लक्ष्य अगस्त 2021 तक 30 करोड़ प्राथमिकता वाले लोगों और 2022 के अंत तक 50 करोड़ और लोगों का टीकाकरण करना है. SBI का अनुमान है कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के ‘कोविशील्ड’ वैक्सीन की एडमिनिस्ट्रेशन फीस 100-150 रुपये प्रति खुराक होगी. जबकि एक खुराक के लिए 250 से 300 रुपए खर्च होंगे. एक व्यक्ति को दो खुराक लगनी है. ऐसे में वैक्सीन की प्रति व्यक्ति लागत 700 से 900 रुपये के बीच आएगी.
कोविशील्ड के अलावा भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को भी इमरजेंसी इस्तेमाल की अनुमति मिली है. भारत बायोटेक का कहना है कि उनके टीके की कीमत 100 रुपये प्रति खुराक से कम होगी. हालांकि इस वैक्सीन की टोटल कॉस्ट क्या होगी, ये अभी तक बताया नहीं गया है.
SBI थिंक टैंक का कहना है कि भारत के 80 करोड़ लोगों को टीके लगाने के लिए लगभग 56 से 72 हज़ार करोड़ रुपये की आवश्यकता होगी.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि अगले कुछ दिनों में देशवासियों के लिए वैक्सीन उपलब्ध होगी. सरकार ने तय किया है कि टीकाकरण कार्यक्रम की सभी जानकारी राष्ट्रीय स्तर से लेकर जमीनी स्तर तक लोगों को उपलब्ध करवाई जाएगी. चेन्नई के अस्पताल में वैक्सीन ड्राई रन का जायजा लेने पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सबसे पहले वैक्सीन स्वास्थ्य कर्मियों को लगेगी और उसके बाद दूसरे फ्रंट लाइन वर्कर्स को लगेगी.
Second dry run for administration of COVID19 vaccine underway at All India Institute of Medical Sciences (AIIMS), Delhi. pic.twitter.com/gV1WAbbbGY
— ANI (@ANI) January 8, 2021
8 जनवरी को देश में कोरोना वैक्सीनेशन के ड्राई रन का दूसरा चरण चलाया गया. यूपी, हरियाणा और अरुणाचल प्रदेश को छोड़ कर देश के बाकी राज्यों के 736 जिलों में वैक्सीन का ड्राई रन हुआ. इससे पहले 2 जनवरी को देश के करीब 125 जिलों में वैक्सीनेशन का ड्राई रन किया गया था.
केंद्र सरकार ने पूरे वैक्सीनेशन को तीन फेज में कैटेगेराइज किया है. इसके तहत पहले फेज में प्राइमरी हेल्थ सेंटर तक वैक्सीन पहुंचाई जाएगी. वहीं दूसरे फेज में बेनिफिशरीज की पहचान होगी जबकि तीसरे फेज में वैक्सीनेशन के बाद मॉनिटरिंग की जाएगी. आज होने वाले दूसरे राष्ट्रव्यापी ड्राई रन के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों, प्रधान सचिवों और अतिरिक्त मुख्य सचिवों से इसकी गहरी निगरानी करने और व्यक्तिगत ध्यान देने के लिए कहा.
कोरोना वैक्सीन लगवाने से पहले बेहद ज़रूरी सवालों के जवाब जान लें